जीएँ मसीहियों की तरह
कई भाषाओंवाले इलाके में प्रचार करने के लिए सहयोग दीजिए
देखा गया है कि जब लोगों को उनकी मातृ-भाषा में खुशखबरी सुनायी जाती है, तो यह उनके दिल को छू जाती है। शायद इसीलिए ईसवी सन् 33 के पिन्तेकुस्त के दिन यहोवा ने लोगों को उनकी “मातृ-भाषा” में संदेश सुनाने का इंतज़ाम किया। ये लोग ‘दुनिया के सभी देशों से आए यहूदी’ थे और शायद इब्रानी या यूनानी भी जानते थे। (प्रेष 2:5, 8) फिर भी उन्हें उनकी भाषा में खुशखबरी सुनायी गयी। आज भी जिन इलाकों में कई भाषाएँ बोली जाती हैं, वहाँ की मंडलियों में अलग-अलग भाषाओं में सभाएँ होती हैं। ये मंडलियाँ एक ही इलाके में प्रचार करती हैं। इसलिए वहाँ के प्रचारकों को एक-दूसरे को सहयोग देना चाहिए ताकि वे व्यवस्थित तरीके से हर किसी को गवाही दे पाएँ। तब एक-से-ज़्यादा मंडली के प्रचारक एक ही घर में नहीं जाएँगे जिससे लोग चिढ़ सकते हैं। प्रचारक कैसे एक-दूसरे को सहयोग दे सकते हैं?
सलाह-मशविरा कीजिए (नीत 15:22): ऐसी मंडलियों के सेवा निगरानों को एक-दूसरे से सलाह-मशविरा करना चाहिए और सबकी सहमति से कुछ ऐसा इंतज़ाम करना चाहिए जिससे प्रचार काम व्यवस्थित तरीके से हो सके। दूसरी भाषाओं की मंडलियों का इलाका अगर छोटा है, तो वे शायद चाहें कि आप उन घरों में गवाही न दें, जहाँ उनकी भाषा बोली जाती है। अगर उनका इलाका बहुत बड़ा है और वे पूरे इलाके में प्रचार नहीं कर पाते, तो शायद वे आपसे कहें कि आप उन लोगों को भी गवाही दें जो उनकी भाषा बोलते हैं और दिलचस्पी रखनेवालों का पता उन्हें दे दें। (संगठित पेज 93 पै 37) या फिर दूसरी भाषा की मंडलियाँ शायद आपकी मंडली से गुज़ारिश करें कि उनकी भाषा बोलनेवालों को ढूँढ़ने में उनकी मदद करें और ऐसे लोग मिलने पर उनका पता भेज दें। (राज-सेवा 2/14 पेज 5, बक्स) यह भी याद रखिए कि कुछ घरों में एक-से-ज़्यादा भाषाएँ बोली जाती हैं। पूरे इलाके में प्रचार करने के लिए ऐसा इंतज़ाम किया जाना चाहिए जो डेटा प्रोटेक्शन नियमों के मुताबिक हो।
सहयोग दीजिए (इफ 4:16): अपने सेवा-निगरान के निर्देशों को मानिए। क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बाइबल अध्ययन कर रहे हैं जिसकी पसंदीदा भाषा आपकी मंडली की भाषा नहीं है? अगर आप उसी भाषा की मंडली या समूह को उसका अध्ययन सौंप दें, तो वह जल्दी तरक्की कर पाएगा।
तैयारी कीजिए (नीत 15:28; 16:1): अगर आपको किसी घर में ऐसा व्यक्ति मिलता है जो आपकी भाषा नहीं बोलता, तो उसे गवाही देने की पूरी कोशिश कीजिए। ऐसे लोगों को गवाही देने के लिए आप पहले से तैयारी कर सकते हैं। आप पता लगा सकते हैं कि आपके इलाके में कौन-कौन-सी भाषाएँ बोली जाती हैं। फिर अपने मोबाइल में उन भाषाओं की बाइबलें और वीडियो डाउनलोड कीजिए। आप लैंग्वेज ऐप से उन भाषाओं में दुआ-सलाम करना भी सीख सकते हैं।