सभोपदेशक 2:10 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 10 मेरी आँखों ने जो देखा और चाहा उसे मैंने पा लिया।+ किसी भी तरह का सुख लेने* से मैंने अपने मन को नहीं रोका और मैं अपनी मेहनत के सारे कामों से भी खुश था। यह सब मेरी मेहनत का इनाम था।+ सभोपदेशक यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण 2:10 प्रहरीदुर्ग,10/15/1997, पेज 3-4
10 मेरी आँखों ने जो देखा और चाहा उसे मैंने पा लिया।+ किसी भी तरह का सुख लेने* से मैंने अपने मन को नहीं रोका और मैं अपनी मेहनत के सारे कामों से भी खुश था। यह सब मेरी मेहनत का इनाम था।+