सितंबर 15 क्या किसी को सचमुच परवाह है? वाकई कोई परवाह करता है आपको अपने वादे क्यों निभाने चाहिए? बुद्धि पाइए और अनुशासन स्वीकार कीजिए क्या यहोवा हमसे बहुत ज़्यादा की माँग करता है? आज यहोवा हमसे क्या माँग करता है? “यहोवा के साक्षियों के बारे में आपने तो मेरी राय ही बदल दी” तीमुथियुस—“विश्वास में . . . सच्चा पुत्र” क्या आप एक भेंट का स्वागत करेंगे?