आइए अपनी उपासना की जगह को अच्छी हालत में रखें
1. किंगडम हॉल का मकसद क्या है?
आज पूरी दुनिया में यहोवा के सीक्षियों की 94,000 से ज़्यादा कलीसियाएँ हैं। ज़्यादातर कलीसियाएँ बाइबल अध्ययन और एक-दूसरे के साथ मसीही संगति के लिए किंगडम हॉल में जमा होती हैं। इसलिए जहाँ-जहाँ किंगडम हॉल हैं, वे सच्ची उपासना का केंद्र हैं।
2. किंगडम हॉल को साफ-सुथरा और सुंदर बनाए रखना क्यों ज़रूरी है?
2 नियमित रूप से सफाई करने का शेड्यूल: किंगडम हॉल को अच्छी हालत में रखने के लिए जो भी काम किया जाता है, वह हमारी पवित्र सेवा का एक अहम हिस्सा है। आवर मिनिस्ट्री किताब के पेज 61-2 पर कहा गया है: “भाइयों को यह समझना चाहिए कि किंगडम हॉल के लिए सिर्फ दान देना ही काफी नहीं है बल्कि उसे साफ-सुथरा, सुंदर और अच्छी हालत में रखना भी एक सम्मान की बात है। किंगडम हॉल को अंदर और बाहर से देखने पर लोगों के मन में यहोवा के संगठन के बारे में अच्छी छाप पड़नी चाहिए।” किंगडम हॉल को हफ्ते में कई बार इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए नियमित तौर पर उसकी साफ-सफाई और रख-रखाव पर ध्यान देना ज़रूरी है। अकसर कलीसियाओं के भाई-बहन खुद आगे बढ़कर ऐसे कामों में हाथ बँटाते हैं। जैसा बाइबल के ज़माने में किया जाता था, हमें भी अपनी उपासना की जगह में ‘जो कुछ टूटा फूटा हो उसकी मरम्मत करनी चाहिए।’—2 इति. 34:10.
3. किंगडम हॉल की साफ-सफाई की योजना कैसे बनायी जाती है और इस खास काम में कौन हिस्सा ले सकते हैं?
3 हर हफ्ते, किंगडम हॉल की सफाई का शेड्यूल नोटिस बोर्ड पर लगाना चाहिए। साफ-सफाई में किए जानेवाले अलग-अलग कामों की लिस्ट के मुताबिक पुस्तक अध्ययन समूह, बारी-बारी से हर हफ्ते किंगडम हॉल की सफाई कर सकते हैं। किंगडम हॉल को हर हफ्ते साफ और सुंदर रखने का जो सम्मान हमें मिला है उसमें सभी अपने-अपने हालात के मुताबिक हिस्सा ले सकते हैं। यहाँ तक कि माता-पिता की निगरानी में बच्चे भी सफाई में हिस्सा ले सकते हैं। इस तरह माता-पिता उनके दिल में इस खास काम के लिए कदरदानी पैदा कर सकेंगे। जहाँ कई कलीसियाएँ एक ही किंगडम हॉल का इस्तेमाल करती हैं, वहाँ खासकर सफाई के मामले में कलीसियाओं के बीच अच्छा सहयोग होना चाहिए ताकि हमारी उपासना के इस अहम हिस्से को निभाने की ज़िम्मेदारी कुछ लोगों पर ही न आए।
4. क्या किया जाना चाहिए ताकि कलीसिया को मालूम रहे कि किंगडम हॉल की सफाई के लिए क्या करना है?
4 हो सके तो सफाई की लिस्ट वहाँ लगानी चाहिए जहाँ साफ-सफाई का सामान रखा जाता है। इस लिस्ट में यह लिखना चाहिए कि हर हफ्ते क्या-क्या करना है, जैसे झाड़ू लगाना, खिड़कियों की झाड़-पोछ करना, काउंटर की उपरी सतह की धूल झाड़ना, कूड़ेदान खाली करना, पोंछा लगाना, कुर्सियों को पोंछना, शीशों को साफ करना वगैरह। कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें हर हफ्ते करने की ज़रूरत नहीं होती, जैसे किसी फर्नीचर पर पॉलिश करना, कुर्सियों को पूरी तरह धोना, परदे धोना, पंखे और बत्तियों की सफाई करना। सफाई के लिए इस्तेमाल किए जानेवाले केमिकल्स बच्चों की पहुँच से दूर रखिए और उन पर साफ-साफ नाम लिखिए। और चंद शब्दों में यह भी लिखिए कि हर केमिकल को कैसे इस्तेमाल किया जाना है।
5. सुरक्षा कितनी ज़रूरी है, और किन चीज़ों की समय-समय पर जाँच करनी है? (पेज 4 पर दिया गया बक्स देखिए।)
5 किंगडम हॉल में सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। (व्यव. 22:8) इस बारे में पेज 4 पर एक बक्स दिया गया है जिसमें दुर्घटनाओं से बचने के लिए कुछ चीज़ों की समय-समय पर जाँच करने का सुझाव दिया गया है।
6. किंगडम हॉल के रख-रखाव के काम को कैसे संचालित किया जाता है?
6 अपने किंगडम हॉल का रख-रखाव: किंगडम हॉल अच्छी हालत में है या नहीं, यह देखने की ज़िम्मेदारी प्राचीनों के निकाय की है। आम तौर पर यह काम किसी प्राचीन या सहायक सेवक को सौंपा जाता है। वह नियमित तौर पर किंगडम हॉल के रख-रखाव का ध्यान रखता है कि वह साफ-सुथरा रहे और सभी चीज़ें अच्छी हालत में हों और ज़रूरी चीज़ें उपलब्ध हों। इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि हॉल और उसकी आस-पास की जगह सुरक्षित हो ताकि भाइयों को किसी तरह की चोट न पहुँचे। जहाँ दो या उससे ज़्यादा कलीसियाएँ एक ही किंगडम हॉल का इस्तेमाल करती हैं, उनके प्राचीनों के निकाय एक ऑपरेटिंग कमिटी नियुक्त करते हैं, जो हॉल और उसके आस-पास की जगह की देखभाल का इंतज़ाम करती है। यह कमिटी, प्राचीनों के निकायों के दिए निर्देशनों के मुताबिक काम करती है।
7. (क) किंगडम हॉल को अच्छी हालत में रखने के लिए हर साल क्या किया जाता है? (ख) समय-समय पर किन मामलों पर ध्यान दिया जाना ज़रूरी है? (पेज 5 पर दिया गया बक्स देखिए।)
7 साल में एक बार किंगडम हॉल का पूरा जायज़ा लिया जाता है। और जहाँ किसी मरम्मत की ज़रूरत हो उसका फौरन इंतज़ाम करना प्राचीनों की ज़िम्मेदारी है। इसमें प्रचारकों की मदद भी ली जा सकती है। किंगडम हॉल के रख-रखाव और मरम्मत से संबंधित हर छोटी बात के लिए सभी को सचेत रहना चाहिए और ज़रूरत पड़ने पर फौरन कदम उठाना चाहिए।
8. अगर किसी ठेकेदार से काम करवाने की ज़रूरत पड़े, तो कौन-सा तरीका अपनाना चाहिए?
8 कलीसिया के फंड का इस्तेमाल समझदारी से करना: किंगडम हॉल और उसकी आस-पास की जगह का ज़्यादातर काम स्वंयसेवक करते हैं। वे अपने त्याग और कड़ी मेहनत से अपने प्यार का बढ़िया सबूत देते हैं और उनकी इस मदद से पैसे की काफी बचत होती है। अगर किंगडम हॉल के अंदर-बाहर, बड़ी मरम्मत करने के लिए किसी ठेकेदार की ज़रूरत पड़े, तो पहले प्राचीनों का निकाय इसके लिए एक सूची बना सकता है कि क्या-क्या काम किया जाना है और इसके लिए कौन-से सामान की ज़रूरत है। फिर इसकी एक-एक कॉपी अलग-अलग ठेकेदारों को दी जानी चाहिए ताकि वे हमारी माँगों के मुताबिक बता सकें कि कितना खर्चा होगा। जब अलग-अलग ठेकेदार अपना खर्चा और लागत लिखकर देते हैं, तब प्राचीन सबसे अच्छे ठेकेदार को चुन सकते हैं। यह तरीका तब भी अपनाना चाहिए जब हमारा कोई भाई यह काम करने या सामान देने को तैयार हो।
9. कलीसिया का फंड सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, इसके लिए क्या किया जा रहा है?
9 जब कई कलीसियाएँ, एक ही किंगडम हॉल का इस्तेमाल करती हैं तो ऑपरेटिंग कमेटी, फंड का अलग से हिसाब-किताब रखती है। और महीने-दर-महीने यह कमेटी, प्राचीनों के हर निकाय को हिसाब लिखकर देती है ताकि प्राचीनों को खबर रहे कि पैसों का कैसे इस्तेमाल किया जा रहा है। कलीसिया के फंड का सही तरह से इस्तेमाल किए जाने की ज़िम्मेदारी प्राचीनों की है।
10. अगर बड़े पैमाने पर मरम्मत करने या किंगडम हॉल को नया बनाने की ज़रूरत आ पड़े, तो क्या करना चाहिए?
10 बड़े पैमाने पर मरम्मत करना या नया हॉल बनाना: जब ऑपरेटिंग कमेटी को लगता है कि किंगडम हॉल की बड़े पैमाने पर मरम्मत की जानी चाहिए या नया हॉल बनाना चाहिए तो वह इस सिलसिले में प्राचीनों के निकायों से बात करती है। अगर यह तय किया जाता है कि ऐसी मरम्मत की ज़रूरत है या नया बनाने के लिए बाहरवालों से मदद लेनी होगी, तो प्राचीनों को सुझाव के लिए शाखा दफ्तर से संपर्क करना चाहिए। अच्छा होगा अगर इस काम के लिए एक-से-ज़्यादा कलीसियाएँ मिलकर पैसे और दूसरे साधन जुटाएँ। शायद वे साथ मिलकर मौजूदा किंगडम हॉल को बड़ा कर सकते हैं, या फिर एक नया और बड़ा किंगडम हॉल बना सकते हैं ताकि कई कलीसियाओं को अभी और आनेवाले सालों में भी फायदा हो।
11. सभाओं के लिए किंगडम हॉल में इकट्ठा होने के सुअवसर के लिए हम अपनी कदर कैसे दिखा सकते हैं?
11 हमें किंगडम हॉल में सभाओं के लिए हाज़िर होने का जो सुअवसर मिला है, उसकी हम दिलो-जान से कदर करते हैं! हमें कभी-भी सभाओं में जाने से नहीं चूकना चाहिए, ना ही इसकी अहमियत को कम आँकना चाहिए। हमारा हौसला बढ़ाने के लिए सभाओं का जो इंतज़ाम किया गया है, उसके बदले में हम अपने किंगडम हॉल की अच्छी देखभाल करके अपना भाग अदा कर सकते हैं। इससे सच्ची उपासना की बड़ाई होती है और यहोवा का नाम रोशन होता है। तो आइए हम अपनी उपासना की जगह को अच्छी हालत में रखने की ठान लें।
[पेज 4 पर बक्स]
हॉल और आस-पास की जगह की देख-रेख
◻ बाहर: क्या छत, बाहर की दीवारें और उसका रंग, खिड़कियाँ और किंगडम हॉल का साइन बोर्ड अच्छी हालत में हैं?
◻ मैदान: क्या घास और झाड़ियों की बराबर कटाई-छँटाई होती है? क्या फुटपाथ, चारों तरफ बनी दीवार और कंपाउंड सही हालत में है?
◻ अंदर: क्या कालीन, पर्दे, कुर्सियाँ, बत्तियाँ, पंखें, नलसाज़ी, साथ ही दीवारों पर पुताई दिखने में ठीक लगती है?
◻ उपकरण: बिजली, साउंड सिस्टम, पंखे और रोशनदान सही काम कर रहे हैं?
◻ बाथरूम: क्या टायलेट साफ-सुथरा और बदबूरहित रहता है? और क्या वह ठीक से काम करता है?
◻ कलीसिया के कागज़ात: कॉर्पोरेशन कागज़ात पर हमेशा नयी और सही-सही जानकारी होनी चाहिए। क्या ज़मीन के कागज़ात, टैक्स की रसीद और दूसरे ज़रूरी कागज़ात एक फाइल में तरतीब से रखे गए हैं?
[पेज 4 पर बक्स]
सुरक्षा के लिए इन बातों का ध्यान रखिए
◻ फायर एक्सटिंग्विशर आस-पास रखे जाने चाहिए और साल में एक बार उनकी जाँच-परख की जानी चाहिए।
◻ बाहर निकलने का रास्ता और सीढ़ियाँ कहाँ है, इसके लिए साफ-साफ निशान लगाने चाहिए, वहाँ अच्छी रोशनी होनी चाहिए, वहाँ आसानी से पहुँचने के लिए रास्ते में कोई रुकावट न हो, और रेलिंग भी दुरुस्त हालत में होनी चाहिए।
◻ सामान रखने का कमरा और टॉयलेट साफ-सुथरा, व्यवस्थित होना चाहिए और उसमें तेज़ी से आग पकड़नेवाले सामान, खुद का सामान, और कूड़ा-करकट नहीं होना चाहिए।
◻ छत की और पानी बहने के लिए मोरी की जाँच करनी चाहिए और नियमित तौर पर उनकी साफ-सफाई की जानी चाहिए।
◻ फुटपाथ और गाड़ी खड़ी करने की जगह पर रोशनी ज़रूर हो और वहाँ कोई ऐसी चीज़ ना हो जिससे फिसलने या गिरने का खतरा हो।
◻ बिजली के उपकरण और रोशनदान की व्यवस्था की जाँच करनी चाहिए और नियमित तौर पर उनकी देख-रेख की जानी चाहिए।
◻ अगर कहीं से भी पानी टपकता हो तो उसे फौरन ठीक किया जाना चाहिए, ताकि नमी की समस्या से छुटकारा पाया जा सके।
◻ जब किंगडम हॉल में कोई नहीं होता तब वहाँ ताला लगाना चाहिए।