असरदार वापसी भेंटों के लिए ज़रूरी है, अच्छी तैयारी
1. मसीहियों को प्रचार काम कितनी हद तक आगे बढ़ाना था?
असरदार तरीके से “राज्य का सुसमाचार प्रचार” करने के लिए यीशु ने अपने चेलों को पूरी तरह से तैयार किया था। (मत्ती 4:23; 9:35) हालाँकि यीशु ने अपने चेलों को इस्राएल में ही प्रचार की तालीम दी थी, लेकिन स्वर्ग जाने से पहले उसने कहा कि मसीही पूरी दुनिया में प्रचार करेंगे ताकि “सब जातियों के लोगों को चेला बनाया” जा सके।—मत्ती 28:19, 20.
2. ‘चेला बनाने’ की यीशु की आज्ञा मानने में क्या शामिल है?
2 इस प्रचार काम में बहुत-सी बातें शामिल हैं। जैसे, जिन लोगों ने पहली मुलाकात में परमेश्वर के राज्य की खुशखबरी में दिलचस्पी दिखायी हो उनके पास दोबारा जाना। फिर उन्हें यीशु की सारी आज्ञाएँ मानना सिखाना और इस तरह उन्हें उसका सच्चा चेला बनने में मदद देना। मगर ऐसी असरदार वापसी भेंट करने के लिए हमें अच्छी तैयारी करने की ज़रूरत है।
3. पहली मुलाकात में ही आप वापसी भेंट के लिए कैसे रास्ता तैयार कर सकते हैं?
3 पहले से योजना बनाना: कुछ प्रचारकों की कोशिश रहती है कि वे पहली मुलाकात में घर-मालिक से अपनी बातचीत के आखिर में एक सवाल पूछें। फिर वे वादा करते हैं कि अगली मुलाकात में वे उस सवाल का जवाब देंगे। उन्होंने पाया कि जब वे वापसी भेंट में बाइबल सिखाती है किताब से जवाब देते हैं, तो इससे आसानी से बाइबल अध्ययन शुरू हो जाता है।
4. वापसी भेंट करने के लिए क्यों ज़रूरी नहीं कि हम नए अंकों का ही इंतज़ार करें?
4 लोगों को देने के लिए फिलहाल हमें तीन महीने में पत्रिकाओं के एक-एक अंक ही मिलते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि जब तक हमें अगला अंक नहीं मिल जाता, हम वापसी भेंट नहीं करेंगे। पहली मुलाकात में जो पत्रिका पेश की गयी थी, उसमें कई जानकारियाँ होती हैं जिन पर चर्चा करके एक इंसान की दिलचस्पी बढ़ायी जा सकती है।
5. वापसी भेंट करने के लिए एक लक्ष्य रखने से क्या फायदे हो सकते हैं?
5 एक लक्ष्य रखिए: वापसी भेंट करने से पहले आप अपने रिकॉर्ड पर नज़र डालिए और तय कीजिए कि आप किस तरीके से बात को आगे बढ़ाएँगे। जैसे, आप पिछली बार दिए गए साहित्य की किसी बात पर चर्चा कर सकते हैं। या आप कोई और साहित्य ले जा सकते हैं जो पिछली बार की गयी बातचीत से जुड़ा हो। और अगर आपने पिछली बार कोई सवाल पूछा था तो ज़ाहिर है कि आप वापसी भेंट में उस सवाल का जवाब देना चाहेंगे। किसी बात को पुख्ता करने के लिए सीधे बाइबल से आयतें पढ़ने की कोशिश कीजिए।
6. वापसी भेंट करने का हमारा मकसद क्या होता है?
6 हमारा मकसद: बेशक हमारा मकसद है, एक बाइबल अध्ययन शुरू करना। भाई ने वापसी भेंट में एक आदमी को बाइबल अध्ययन करने का बढ़ावा दिया, मगर उस आदमी ने इनकार कर दिया। अगली बार भाई नई पत्रिकाएँ लेकर वापस उसके पास गया और कहा, “आज हम इधर आए थे और लोगों को बाइबल के एक सवाल का जवाब दे रहे थे।” उस आदमी की बात सुनने के बाद भाई ने एक वचन पढ़ा और उसी से मेल खाता एक पैराग्राफ उस साहित्य से पढ़ा, जिससे अकसर बाइबल अध्ययन किया जाता है। नतीजा यह हुआ कि एक नियमित बाइबल अध्ययन शुरू हो गया।
7. अच्छी तैयारी करने से कैसे आपको बाइबल अध्ययन शुरू करने में मदद मिली है?
7 वापसी भेंट करने की तैयारी में हम जो समय और मेहनत लगाते हैं, वह बेकार नहीं जाती। इससे हमारी खुशी बढ़ेगी और हमें अनंत जीवन के लिए ‘सही मन रखनेवालों’ को जीवन की राह पर ले चलने का सुनहरा मौका मिलेगा।—प्रेरि. 13:48, NW.