बाइबल अध्ययन शुरू करने के लिए एक नयी श्रृंखला
1. प्रहरीदुर्ग के ‘जनता के लिए संस्करण’ में कौन-सी श्रृंखला प्रकाशित की जाएगी और इसे किस मकसद से तैयार किया गया है?
अगले महीने से प्रहरीदुर्ग के ‘जनता के लिए संस्करण’ में बाइबल अध्ययन शुरू करने के लिए एक नयी श्रृंखला प्रकाशित की जाएगी। उसका शीर्षक होगा, “परमेश्वर के वचन से सीखिए।” बेशक हमारे इलाके में कुछ लोग इस श्रृंखला का हर लेख पढ़ने का मज़ा लेंगे, मगर ये लेख खासकर लोगों के साथ चर्चा करने के लिए तैयार किए गए हैं।
2. इन लेखों की खासियतें क्या हैं?
2 खासियतें: लेखों के शीर्षक और उपशीर्षक सवालों के रूप में दिए गए हैं, जिन्हें आप चर्चा के दौरान घर-मालिक से पूछ सकते हैं। खास आयतें लिखने के बजाय उनका सिर्फ हवाला दिया गया है ताकि घर-मालिक खुद उन्हें परमेश्वर के वचन से पढ़ सके। पैराग्राफ इतने छोटे हैं कि दरवाज़े पर खड़े होकर भी उन पर चर्चा की जा सकती है। हर लेख में बाइबल सिखाती है किताब का ज़िक्र किया गया है ताकि जब मुनासिब हो तो उससे अध्ययन शुरू किया जा सके।
3. घर-घर के प्रचार के दौरान कैसे दरवाज़े पर ही श्रृंखला-लेखों के ज़रिए अध्ययन शुरू किया जा सकता है?
3 कैसे इस्तेमाल करें: हिंदी पत्रिका के हर अंक में इस श्रृंखला के तीन लेख होंगे। पत्रिका पेश करते वक्त लेख में दिए विषय पर कोई दिलचस्प सवाल पूछिए। उदाहरण के लिए जुलाई-सितंबर के अंक में इस श्रंखला के पहले लेख में बाइबल की अहमियत पर ज़ोर दिया गया है। आप पूछ सकते हैं: “क्या आप बाइबल को परमेश्वर का वचन मानते हैं या बस एक अच्छी किताब? [जवाब के लिए रुकिए।] मेरे पास इस विषय पर बड़ी दिलचस्प जानकारी है।” पहला सवाल दिखाइए, उसके बाद पैराग्राफ पढ़िए, फिर दी गयी आयतें पढ़िए। फिर वही सवाल पढ़िए और घर-मालिक से उसकी राय पूछिए। समय के हिसाब से जितना हो सके उतने सवालों पर चर्चा कीजिए। फिर जाने से पहले अगले सवाल पर घर-मालिक का ध्यान दिलाइए और दोबारा मिलने और उस पर चर्चा करने का पक्का इंतज़ाम कीजिए। हर हफ्ते जाकर लेख पर चर्चा कीजिए। उस लेख के खत्म होने के बाद आप अगले लेख पर चर्चा शुरू कर सकते हैं। और जैसे ही आपको मौका मिले आप बाइबल सिखाती है किताब से नियमित बाइबल अध्ययन शुरू कर सकते हैं, जब तक कि अगला अंक नहीं आ जाता। दूसरा तरीका है कि आप दिलचस्पी दिखानेवाले घर-मालिक से सीधे-सीधे बाइबल अध्ययन की पेशकश कर सकते हैं। इस पत्रिका में दिए श्रृंखला-लेखों के ज़रिए दिखाइए कि अध्ययन कैसे किया जाता है।
4. वापसी भेंट के दौरान हम श्रृंखला लेखों का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
4 आप इन लेखों का असरदार तरीके से मैगज़ीन रूट के तौर पर और वापसी भेंटों के दौरान भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप बस ऐसा कह सकते हैं: “इस प्रहरीदुर्ग में एक नयी श्रृंखला पेश की गयी है, आइए मैं आपको दिखाता हूँ कि इसका कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।” हमारी यही दुआ है कि इस नयी श्रृंखला की मदद से ज़्यादा-से-ज़्यादा लोग “सच्चाई का सही ज्ञान हासिल करें।”—1 तीमु. 2:4.