मिलते-जुलते लेख km 9/94 पेज 1 वे गवाही देने से नहीं झिझके हैं सरेआम गवाही देने का नया इंतज़ाम हमारी राज-सेवा—2014 सार्वजनिक जगहों पर असरदार तरीके से गवाही देना हमारी राज-सेवा—2005 सुसमाचार की भेंट—शाम के वक़्त में हमारी राज-सेवा—1991 “अच्छी तरह गवाही” देने में मेहनत कीजिए हमारी राज-सेवा—2003 क्या आप मौके ढूँढ़कर गवाही देने के लिए तैयार हैं? हमारी राज-सेवा—2009 असरदार सड़क गवाही हमारी राज-सेवा—2012 सभी जगह सुसमाचार का प्रचार कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 आप मौके ढूँढ़कर गवाही दे सकते हैं! हमारी राज-सेवा—2010 टेलिफोन पर गवाही देने के अच्छे नतीजे मिल सकते हैं हमारी राज-सेवा—2009 टेलिफोन द्वारा साक्षी देने में सफलता पाना हमारी राज-सेव—2001