मिलते-जुलते लेख km 10/94 पेज 7 प्रकाशितवाक्य पराकाष्ठा पुस्तक का फिर से अध्ययन करना परमेश्वर की उपासना करें और यहोवा के करीब आओ किताबों का अध्ययन करना हमारी राज-सेवा—2006 यहोवा की सेवा में हर्ष पाना हमारी राज-सेवा—1994 ज़्यादा दिलचस्पी प्रेरित करने में मैं क्या कह सकता हूँ? हमारी राज-सेवा—1992 प्रतिक्रिया प्राप्त करनेवाले प्रस्तुतीकरण हमारी राज-सेवा—1992 प्रकाशितवाक्य की किताब—इसमें दी बातों का क्या मतलब है? पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए समझने में उनकी मदद कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 कहते रहिए: “आ!” हमारी राज-सेवा—1993 धन्य है वह जो प्रकाशितवाक्य के वचन को पढ़ता है प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1999 अत्यावश्यकता की भावना के साथ सुसमाचार प्रस्तुत करना हमारी राज-सेवा—1997 सच्ची ख़ुशी की एक कुंजी हमारी राज-सेवा—1996