मिलते-जुलते लेख km 12/12 पेज 2 हर महीने के लिए ‘पत्रिकाएँ पेश करने के सुझाव’ पत्रिकाओं की पेशकश को अपनी सेवा का अहम हिस्सा बनाइए हमारी राज-सेवा—2005 हमारी पत्रिकाओं का सर्वोत्तम प्रयोग कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 पत्रिका कार्य के लिए समय अलग रखिए हमारी राज-सेवा—1993 हर सम्भव अवसर पर पत्रिकाओं की भेंट करो हमारी राज-सेवा—1990 पत्रिकाएँ राज्य की घोषणा करती हैं हमारी राज-सेवा—1998 सुसमाचार की भेंट—पत्रिकाओं के साथ हमारी राज-सेवा—1990 प्रहरीदुर्ग और अवेक! का अच्छा प्रयोग करना हमारी राज-सेवा—1993 क्या आप हमारी पत्रिकाओं को पढ़ते हैं? हमारी राज-सेवा—1998