28 लेकिन अगर एक आदमी अपना जानवर, खेत या किसी इंसान को बिना किसी शर्त के यहोवा के लिए समर्पित कर देता है* तो उसे वापस नहीं खरीदा जा सकता, न ही किसी और को बेचा जा सकता है। जो कुछ यहोवा को समर्पित किया जाता है वह उसके लिए बहुत पवित्र है।+
30 देश की ज़मीन की उपज का दसवाँ हिस्सा+ यहोवा का है, फिर चाहे यह खेत की पैदावार का दसवाँ हिस्सा हो या पेड़ों पर लगनेवाले फलों का। यह यहोवा के लिए पवित्र है।
11 इसके अलावा, इसराएली हिलाकर दिए जानेवाले चढ़ावे+ के साथ जो भेंट लाते हैं,+ उस पर भी तेरा हक होगा। मैंने तय किया है कि वह हिस्सा मैं तुझे और तेरे बेटे-बेटियों को हमेशा दिया करूँगा।+ तेरे घराने का हर इंसान जो शुद्ध है, उसे खा सकता है।+
26 “लेवियों से कहना, ‘इसराएली अपनी चीज़ों का जो दसवाँ हिस्सा लाकर देते हैं, वह मैं तुम्हें विरासत में देता हूँ।+ और उस दसवें हिस्से का दसवाँ हिस्सा तुम यहोवा के लिए दान में देना।+