18 “तू इसराएलियों से कहना, ‘जब तुम उस देश में बस जाओगे जो मैं तुम्हें देनेवाला हूँ 19 और वहाँ की उपज* खाओगे,+ तो तुम उस उपज में से कुछ लेकर यहोवा के लिए दान करना।
11 इसके अलावा, इसराएली हिलाकर दिए जानेवाले चढ़ावे+ के साथ जो भेंट लाते हैं,+ उस पर भी तेरा हक होगा। मैंने तय किया है कि वह हिस्सा मैं तुझे और तेरे बेटे-बेटियों को हमेशा दिया करूँगा।+ तेरे घराने का हर इंसान जो शुद्ध है, उसे खा सकता है।+
26 “लेवियों से कहना, ‘इसराएली अपनी चीज़ों का जो दसवाँ हिस्सा लाकर देते हैं, वह मैं तुम्हें विरासत में देता हूँ।+ और उस दसवें हिस्से का दसवाँ हिस्सा तुम यहोवा के लिए दान में देना।+
28 और जो सैनिक युद्ध में गए थे उनसे यहोवा के लिए कर लेना। उनको दिए गए हर 500 बंदियों, 500 गाय-बैलों, 500 गधों और 500 भेड़-बकरियों में से एक-एक लेकर परमेश्वर को देना। 29 सैनिकों को मिलनेवाले आधे हिस्से में से यह कर लेकर तुम यहोवा के लिए जो दान दोगे उसे तुम एलिआज़र याजक को देना।+