2 और दाविद को एहसास हो गया कि यहोवा ने इसराएल पर उसका राज मज़बूती से कायम किया है,+ क्योंकि परमेश्वर ने अपनी प्रजा इसराएल की खातिर उसका राज ऊँचा किया था।+
44 उन राजाओं के दिनों में स्वर्ग का परमेश्वर एक ऐसा राज कायम करेगा+ जो कभी नाश नहीं किया जाएगा।+ वह राज किसी और* के हाथ में नहीं किया जाएगा।+ वह राज इन सारी हुकूमतों को चूर-चूर करके उनका अंत कर डालेगा+ और सिर्फ वही हमेशा तक कायम रहेगा,+
15 सातवें स्वर्गदूत ने अपनी तुरही फूँकी।+ और स्वर्ग में ज़ोरदार आवाज़ें सुनायी दीं जो कह रही थीं, “दुनिया का राज अब हमारे मालिक+ और उसके मसीह का हो गया है+ और वह हमेशा-हमेशा तक राजा बनकर राज करेगा।”+