36 यीशु ने जवाब दिया,+ “मेरा राज इस दुनिया का नहीं है।+ अगर मेरा राज इस दुनिया का होता तो मेरे सेवक लड़ते कि मुझे यहूदियों के हवाले न किया जाए।+ मगर सच तो यह है कि मेरा राज इस दुनिया का नहीं।”
15 सातवें स्वर्गदूत ने अपनी तुरही फूँकी।+ और स्वर्ग में ज़ोरदार आवाज़ें सुनायी दीं जो कह रही थीं, “दुनिया का राज अब हमारे मालिक+ और उसके मसीह का हो गया है+ और वह हमेशा-हमेशा तक राजा बनकर राज करेगा।”+
6 सुखी और पवित्र हैं वे जिन्हें मरे हुओं में से सबसे पहले ज़िंदा किया जाता है।+ इन पर दूसरी मौत+ का कोई अधिकार नहीं,+ मगर वे परमेश्वर और मसीह के याजक होंगे+ और राजा बनकर उसके साथ 1,000 साल तक राज करेंगे।+