20 तुम खेती-बाड़ी और बागबानी में चाहे मेहनत करते-करते पस्त हो जाओ, फिर भी तुम्हारी ज़मीन उपज नहीं देगी,+ न खेतों से कुछ पैदावार होगी और न ही तुम्हारे पेड़ों पर कोई फल लगेगा।
22 मैं तुम्हारे बीच जंगली जानवर छोड़ दूँगा+ जो तुम्हारे बच्चों को तुमसे हमेशा के लिए छीन लेंगे+ और तुम्हारे पालतू जानवरों को फाड़ खाएँगे। तुम्हारी गिनती कम हो जाएगी और सड़कें सुनसान हो जाएँगी।+