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  • 2 इतिहास 2:6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 6 मगर देखा जाए तो उसके लिए भवन बनाना किसी के बस की बात नहीं है क्योंकि वह तो आकाश में, हाँ विशाल आकाश में भी नहीं समा सकता।+ मैं भी उसके लिए भवन नहीं बना सकता, मैं बस एक ऐसी जगह बना सकता हूँ जहाँ उसके सामने बलिदान चढ़ाया जाए ताकि धुआँ उठे।

  • 2 इतिहास 6:18-21
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 18 लेकिन क्या परमेश्‍वर वाकई धरती पर इंसानों के साथ निवास करेगा?+ देख, तू तो आकाश में, हाँ, विशाल आकाश में भी नहीं समा सकता।+ फिर यह भवन क्या है जो मैंने बनाया है, कुछ भी नहीं!+ 19 हे मेरे परमेश्‍वर यहोवा, तेरा यह सेवक तेरे सामने जो प्रार्थना कर रहा है उस पर ध्यान दे, उसकी कृपा की बिनती सुन। तू उसकी मदद की पुकार सुन और उसकी प्रार्थना स्वीकार कर। 20 तूने इस भवन के बारे में कहा था कि इससे तेरा नाम जुड़ा रहेगा,+ इसलिए तेरी आँखें दिन-रात इस भवन पर लगी रहें और जब तेरा सेवक इस भवन की तरफ मुँह करके प्रार्थना करे तो तू उस पर ध्यान देना। 21 जब तेरा यह सेवक और तेरी प्रजा इसराएल के लोग इस जगह की तरफ मुँह करके मदद के लिए गिड़गिड़ाकर बिनती करें तो तू उनकी सुनना,+ अपने निवास-स्थान स्वर्ग से उनकी सुनना।+ तू उनकी फरियाद सुनना और उनके पाप माफ करना।+

  • नहेमायाह 9:6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 6 तू ही यहोवा है!+ तूने आकाश, हाँ, ऊँचे-से-ऊँचा आकाश और उसकी पूरी सेना बनायी है। धरती और जो कुछ उस पर है, समुंदर और जो कुछ उसमें है, सबकुछ तूने रचा है। तू ही उनका जीवन कायम रखता है। आकाश की सेनाएँ तेरे आगे झुकती हैं।

  • प्रेषितों 17:24
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 24 जिस परमेश्‍वर ने पूरी दुनिया और उसकी सब चीज़ें बनायीं, वह आकाश और धरती का मालिक है+ इसलिए वह हाथ के बनाए मंदिरों में नहीं रहता,+

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