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  • 2 इतिहास 6:34, 35
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 34 जब तू अपने लोगों को दुश्‍मनों से लड़ने कहीं भेजे+ और वे तेरे चुने हुए शहर की तरफ और इस भवन की तरफ मुँह करके, जो मैंने तेरे नाम की महिमा के लिए बनाया है, तुझसे प्रार्थना करें,+ 35 तो तू स्वर्ग से उनकी प्रार्थना और उनकी कृपा की बिनती सुनना और उन्हें न्याय दिलाना।+

  • 2 इतिहास 14:11
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 11 फिर आसा ने अपने परमेश्‍वर यहोवा को यह कहकर पुकारा,+ “हे यहोवा, तू जिन लोगों की मदद करना चाहता है, उनकी मदद ज़रूर कर सकता है, फिर चाहे वे गिनती में ज़्यादा हों या उनके पास ताकत न हो।+ हे हमारे परमेश्‍वर यहोवा, हमारी मदद कर क्योंकि हमने तुझ पर भरोसा किया है+ और तेरे नाम से हम इस विशाल सेना का मुकाबला करने आए हैं।+ हे यहोवा, तू हमारा परमेश्‍वर है। नश्‍वर इंसान को तुझ पर जीत हासिल करने न दे।”+

  • 2 इतिहास 20:5, 6
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 5 यहूदा और यरूशलेम के लोगों की मंडली यहोवा के भवन में नए आँगन के सामने इकट्ठा हुई। तब यहोशापात मंडली के सामने खड़ा हुआ 6 और उसने कहा:

      “हे यहोवा, हमारे पुरखों के परमेश्‍वर, क्या स्वर्ग में तू ही परमेश्‍वर नहीं है?+ क्या राष्ट्रों के सब राज्यों पर तेरा ही अधिकार नहीं है?+ तेरे हाथ में शक्‍ति और ताकत है और कोई तेरे खिलाफ खड़ा नहीं हो सकता।+

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