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  • उत्पत्ति 30:22
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 22 आखिरकार परमेश्‍वर ने राहेल की हालत पर ध्यान दिया। उसने राहेल की दुआ सुन ली और उसकी कोख खोल दी।+

  • उत्पत्ति 30:24
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 24 इसलिए राहेल ने अपने बेटे का नाम यूसुफ*+ रखा और कहा, “यहोवा ने मुझे एक और बेटा दिया है।”

  • उत्पत्ति 49:22-26
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 22 यूसुफ+ एक फलदार पेड़ की टहनी है, उस फलदार पेड़ की जो एक सोते के किनारे लगा है और जिसकी लंबी-लंबी डालियाँ दीवार लाँघ जाती हैं। 23 मगर तीरंदाज़ यूसुफ को सताते रहे, उस पर तीर चलाते रहे और मन में उसके खिलाफ दुश्‍मनी पालते रहे।+ 24 फिर भी उसकी कमान नहीं डगमगायी,+ उसके हाथ मज़बूत बने रहे और फुर्ती से चलते रहे।+ इसके पीछे याकूब के शक्‍तिमान का हाथ था, उस चरवाहे का हाथ था जो इसराएल का पत्थर है। 25 वह* अपने पिता के परमेश्‍वर का दिया एक तोहफा है। वह सर्वशक्‍तिमान परमेश्‍वर के साथ है। परमेश्‍वर उसकी मदद करेगा। वह उस पर आशीषों की बौछार करेगा, ऊपर आकाश की और नीचे गहरे सागर की आशीषें देगा।+ उसकी आशीष से उसकी बहुत-सी संतान होंगी और उसके जानवरों की बढ़ती होगी। 26 उसके पिता की ये आशीषें, युग-युग तक खड़े रहनेवाले पहाड़ों की उम्दा चीज़ों से बढ़कर होंगी और सदा कायम रहनेवाली पहाड़ियों की खूबसूरती से कहीं निराली होंगी।+ यूसुफ जो अपने भाइयों में से अलग किया गया है, उस पर ये आशीषें सदा बनी रहेंगी।+

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