7 तब नातान ने दाविद से कहा, “तू ही वह आदमी है! इसराएल के परमेश्वर यहोवा ने कहा है, ‘मैंने तेरा अभिषेक करके तुझे इसराएल का राजा बनाया था+ और तुझे शाऊल के हाथ से बचाया था।+
9 फिर तूने यहोवा की आज्ञा को क्यों तुच्छ समझा और ऐसा काम क्यों किया जो उसकी नज़र में बुरा है? तूने हित्ती उरियाह को तलवार से मार डाला!+ उसे अम्मोनियों की तलवार से मरवा डाला+ और फिर उसकी पत्नी को अपनी पत्नी बना लिया।+
6भाइयो, हो सकता है कि कोई इंसान गलत कदम उठाए और उसे इस बात का एहसास न हो। ऐसे में, तुम जो परमेश्वर की ठहरायी योग्यताएँ रखते हो, कोमलता की भावना+ से ऐसे इंसान को सुधारने की कोशिश करो। मगर तुम खुद पर भी नज़र रखो+ कि कहीं तुम फुसलाए न जाओ।+