5 फिर मैंने दूसरा जानवर देखा, जो रीछ जैसा था!+ उसका शरीर एक तरफ से उठा हुआ था और उसके मुँह में दाँतों के बीच तीन पसलियाँ थीं। उससे कहा गया, ‘उठ, खूब माँस खा।’+
3 मैंने नज़रें उठायीं तो देखा कि नहर के सामने एक मेढ़ा+ खड़ा है और उसके दो सींग हैं!+ दोनों सींग लंबे थे, मगर एक सींग दूसरे से ज़्यादा लंबा था। लंबा सींग बाद में निकला था।+