विश्व-दर्शन
नक़ली दवाइयों से सतर्क रहिए
नक़ली दवाइयों का व्यापार १६ अरब डालरों की वार्षिक बिक्री के साथ फल-फूल रहा है। पैरिस के अख़बार ले मॉन्ड के मुताबिक़, “विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) अनुमान लगाता है कि हर साल विश्वव्यापी तौर पर बेची गयी कम-से-कम ७ प्रतिशत दवाइयाँ नक़ली होती हैं।” ब्राज़िल में इसका प्रतिशत शायद ३० प्रतिशत से भी ज़्यादा हो और अफ्रीका में, ६० प्रतिशत। नक़ली दवाइयाँ असली उत्पाद की कमज़ोर नक़ल से लेकर पूरी तरह बेक़ार या विषैले पदार्थ तक हो सकती हैं। ले मॉन्ड, नाइजर में मस्तिष्कावरण शोथ की महामारी के उदाहरण का उल्लेख करता है, जहाँ हज़ारों को टीका लगाया गया था जो कि मात्र पानी था। और नाइजीरिया में, १०९ बच्चे मरे जब उन्हें वह सीरप दिया गया जिसमें हिमांक-विरोधक था। “अस्पताल स्वयं अकसर काला बाज़ार की ओर मुड़ते हैं क्योंकि यह उत्पादों को बहुत सस्ते दामों में बेचता है,” अख़बार बताता है। बहुत से देशों में स्वास्थ्य अधिकारी अप्रभावी या भ्रष्ट क़ानूनी व्यवस्था के कारण समस्या का समाधान निकाल पाना मुश्किल पाते हैं।
हड्डियों के व्यापारी
“युद्ध-ग्रस्त काबुल के निराश निवासी बेचने के लिए मानवी हड्डियाँ खोदकर निकाल रहे हैं, जिनका उपयोग कुक्कुट दाने में किया जाता है,” रॉइटर्स समाचार सेवा रिपोर्ट करता है। हड्डियाँ, जो कैलशियम, फ़ॉस्फेट, और कार्बोनेट से समृद्ध होती हैं, उनका प्रयोग जानवरों का आहार, साबुन, तथा पकाने का तेल बनाने के लिए किया जाता है। क़रीब छः किलोग्राम वज़नवाले कंकाल से ५० सेन्ट मिल सकता है, जो उस अत्यंत ग़रीब शहर में तुलनात्मक रूप से एक भारी रक़म है। “यह एक अच्छा व्यापार है,” १४-वर्षीय फ़ेज़दीन कहता है। “यद्यपि मैं अकसर जानवरों की हड्डियाँ बटोरता हूँ, यहाँ मनुष्यों की हड्डियाँ पाना ज़्यादा आसान है।” अफ़सोस, अफ़ग़ानिस्तान में सालों के गृह युद्ध ने इस खनिज-समृद्ध पदार्थ को सहज ही उपलब्ध करा दिया है।
घड़ियाँ जो समय के अलावा भी कुछ बताती हैं
रीयो दि जनेरो में, ७७ विद्यार्थियों को अयोग्य ठहराया गया जब वे विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में धोखा देने के लिए डिजिटल घड़ियों का प्रयोग करते हुए पकड़े गए, ऊ ग्लोबू (ऑस्ट्रेलियाई) अख़बार रिपोर्ट करता है। घड़ियाँ टेलीफ़ोन पेजर के समान ही काम करती थीं; लेकिन टेलीफ़ोन नंबर देने के बजाय, वे परीक्षा के प्रश्नों के सही उत्तर देती थीं। अख़बार बताता है कि हर विद्यार्थी ने घड़ी के लिए $१४,००० तक दिए। दिलचस्पी की बात है, इंग्लैंड और वेल्ज़ के स्कूल परीक्षण बोर्ड १९८७ में ही, शिक्षकों को सचेत कर चुके थे कि उन धोखेबाज़ों पर नज़र रखें जो कंप्यूटरयुक्त घड़ियों का प्रयोग करते।
विकृत दृष्टि
अधिकांश लोग जो आईना देखते हैं, उस प्रतिबिंब—अपने प्रतिबिंब— को स्वीकार करते हैं जिसे वे देखते हैं। परंतु जो लोग इस अवस्था से पीड़ित होते हैं जिसे शारीरिक विकृत-रचना रोग कहा जाता है, वे आईने में जब निहारते हैं, तब अपनी विकृत छवि देखते हैं। “यह ऐसी अवस्था है जिसमें लोग यह कल्पना करते हुए किसी एक भाग पर विशेष ध्यान देते हैं कि वह भयंकर रूप से बदसूरत है, जबकि हक़ीक़त में वह सामान्य होता है,” ब्रिटिश कोलम्बिया, कनाडा का द प्रोविंस कहता है। न्यू यॉर्क के मनोरोग चिकित्सक एरिक हॉलेन्डर कहते हैं कि कल्पना की गई कमियों की वेदना इतनी अधिक हो सकती है कि इस रोग से पीड़ित क़रीब २५ प्रतिशत लोग ख़ुदकुशी करने का प्रयास करते हैं।
ऐतिहासिक कटनी
“देश के इतिहास में पहली बार मशीनों ने चीन के गेहूँ के खेतों में मनुष्य से अधिक कार्य निष्पन्न किया,” रॉइटर्स समाचार सेवा ने रिपोर्ट किया। इसने बताया कि ८,००,००० से भी अधिक कटाई करनेवाली मशीनों का प्रयोग किया गया था। सामान्य युग पूर्व १३०० से कुछ समय पहले चीन में पहली बार गेहूँ आया था, और उस समय से, छोटे पारिवारिक खेतों में उसकी जोताई सफलतापूर्वक की जाती रही है—अधिकांशतः हाथ से। लेकिन संसार की २० प्रतिशत से भी अधिक जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करनेवाला चीन, फिर भी मात्र ७ प्रतिशत खेती योग्य ज़मीन का मालिक है, “कृषि अधिकारी राष्ट्र के खेतों में यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक हैं,” रिपोर्ट बताती है।
सिंगापुर के छात्र आगे निकले
संसार भर में शिक्षा के स्तरों की तुलना करने के लिए ४१ अलग-अलग देशों के पाँच लाख से भी अधिक छात्रों की ९०-मिनट की परीक्षा ली गई। इसके परिणाम? परीक्षा-फल सूचित करते हैं कि गणित और विज्ञान, दोनों में संसार के सबसे उत्तम छात्र सिंगापुर में पाए जाते हैं। सिंगापुर के बाद, गणित में सबसे ज़्यादा अंक पानेवाले बाक़ी के १० देश दक्षिण कोरिया, जापान, हांग कांग, बॆलजियम, चेक गणराज्य, स्लोवाक गणराज्य, स्विट्ज़रलैंड, नॆदरलैंडस्, और स्लोवीनिया थे। विज्ञान में सबसे उत्तम अंक सिंगापुर, चेक गणराज्य, जापान, दक्षिण कोरिया, बल्गारिया, नॆदरलैंडस्, स्लोवीनिया, ऑस्ट्रिया, हंगरी, और इंग्लैंड ने प्राप्त किए। मात्र क़रीब ३४,००,००० लोगों का एक राष्ट्र, संसार के बाक़ी लोगों से स्पष्टतया आगे कैसे निकल गया? संभवतः कड़े परिश्रम के द्वारा। सिंगापुर के छात्र दिन में औसतन ४.६ घंटे घरकाम करने में बिताते हैं, जबकि अंतर्राष्ट्रीय औसत २ से ३ घंटे हैं, एशियावीक रिपोर्ट करती है।
मरीज़ों को शल्यचिकित्सा के दौरान गर्म रखा गया
हवा के जीवाणु का विकास रोकने के लिए अस्पताल में ऑपरेशन कमरों को ठंडा रखा जाता है, इससे संक्रमण का ख़तरा तिगुना बढ़ जाता है, केलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय के निश्चेतक डेनियल सैस्लर का नया अध्ययन दावा करता है। “वास्तव में, घाव के संक्रमण का कारण हवा में चारों ओर तैर रहे जीवाणु नहीं होते,” डॉ. सैस्लर कहते हैं, “वरन् मरीज़ के शरीर के अंदर का या त्वचा पर मौजूद जीवाणु का विरोध करने की घटती क्षमता इसका कारण होती है।” ऑपरेशन के ठंडे कमरे मरीज़ के शारीरिक तापमान को शून्य से १६ डिग्री सेल्सीयस कम कर सकते हैं। और शरीर का कम तापमान ऑक्सीजनयुक्त लहू के बहाव को कम कर देता है जो संक्रमण से लड़ने के लिए ज़रूरी होता है। सैस्लर कहते हैं कि “कोशिकाएँ और एन्ज़ाइम जो प्रतिरक्षा के लिए ज़िम्मेदार हैं, तब ठीक से काम नहीं करते जब शरीर ठंडा होता है।” सैस्लर और उनके सहकर्मियों ने पाया कि संक्रमण की दर कम होने के अतिरिक्त, जिन मरीज़ों के शरीर का तापमान शल्यचिकित्सा के दौरान सामान्य रखा गया था वे ठंडे तापमान में रहे मरीज़ों के मुक़ाबले अस्पताल में क़रीब तीन दिन कम रहे।