युवा लोग पूछते हैं . . .
क्या रेव नुक़सान न करनेवाली मौज-मस्ती है?
“जब मैं हवा में बाहें फैलाए नाच रही होती हूँ और संगीत मेरे अंग-अंग में झनझना रहा होता है, तब दूसरों को नाचते देख मुझमें और भी जान आ जाती है। मैं मानो सातवें आसमान पर होती हूँ।”—जीना।
जीना रेव के रोमांच का बखान इस तरह करती है। ये नृत्य जश्न, जो आम तौर पर पूरी-पूरी रात चलते हैं, पहले ब्रिटॆन में १९८० के दशक में लोकप्रिय हुए। अब ये दुनिया भर में उभर रहे हैं, अमरीका, कनाडा, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका, न्यूज़ीलॆंड, बॆल्जियम, और भारत इसमें शामिल हैं।
रेव जश्न क्लबों, खाली गोदामों, खुले मैदानों में होते हैं—ऐसी किसी भी जगह, जहाँ लोग रात भर सनकियों की तरह, लगातार नाचने के लिए इकट्ठे हो सकते हैं। “नाइटक्लबों की जगह रेव अब धीरे-धीरे युवाओं का मनपसंद मनबहलाव बनते जा रहे हैं,” जोहैनसबर्ग, दक्षिण अफ्रीका की संडे टाइम्स मैगज़ीन में ऐडम लॆवन ने लिखा। “यदि आपके किशोरों ने अब तक इनका ज़िक्र नहीं किया है,” उसने आगे कहा, “तो आपके बीच संचार की समस्या है।”
रेव शैली पर एक नज़र
रेव जश्नों को कभी-कभी राज़ बनाकर रखा जाता है, वे किस जगह होंगे यह आख़िरी दिन तक नहीं बताया जाता। इसके बावजूद, जब ज़बरदस्त रोशनी में धक्-धक् करनेवाला टॆक्नो नृत्य संगीत शुरू होता है, तब वहाँ ऊटपटाँग कपड़े पहने युवा पच्चीस-पचास से लेकर हज़ारों तक की संख्या में नज़र आ सकते हैं। “यह लोगों की उमड़ती और एकजुट भीड़ के जैसा होता है जो संगीत की ताल पर नाच नाचकर अपनी कुंठाएँ दूर कर रहे होते हैं,” एक कॉलॆज छात्रा, केटी कहती है।
लेकिन, रेव केवल नृत्य ही नहीं है। यह एक संस्कृति, या एक “शैली” है जैसे रेवर (रेव में जानेवाले युवा) इसे कहना पसंद करते हैं। जाति, राष्ट्र, या लैंगिक मान्यता चाहे जो भी हो—शांति, प्रेम, एकता और आदर आम तौर पर रेव शैली के मूल सिद्धांत माने जाते हैं। “हम इन जश्नों में संस्कृतियों को मिलाने की कोशिश कर रहे हैं,” एक दुकानदार कहता है जिसके यहाँ ख़ासकर नृत्य संगीत बिकता है। “उद्देश्य है एकता लाना,” वह आगे कहता है, “और एकसाथ नाचना इसे लाने का प्रभावकारी तरीक़ा है।”
ऐसे विचारों को ध्यान में रखते हुए जो इतने ऊँचे प्रतीत होते हैं, आप शायद पूछें, ‘रेव में बुराई क्या है?’ लेकिन रेव शैली का दूसरा पहलू भी है जिस पर आपको विचार करना चाहिए।
रेव का भद्दा पहलू
कुछ लोग दावा करते हैं कि रेव जश्नों में शराब शायद ही कभी लायी जाती है। लेकिन ड्रग्स की बात और है। “व्यक्ति सोचता है कि क्या जनता रेव शैली को ज़्यादा आसानी से स्वीकार करती यदि वहाँ ड्रग्स इतनी बड़ी मात्रा में उपलब्ध न होते,” ब्रायन नाम का एक रेवर स्वीकार करता है। “बात यह भी है,” वह आगे कहता है, “बहुत से दूसरे लोग सोचते हैं कि ड्रग्स के बिना रेव जश्न चलते ही कैसे।”
हालाँकि कुछ रेव जश्नों में चरस और LSD खूब चलते हैं, रेवरों की पसंदीदा ड्रग MDMA जान पड़ती है, जिसे आम तौर पर ऎक्सटसी कहा जाता है। इस्तेमाल करनेवाले कहते हैं कि ऎक्सटसी ज़्यादा नुक़सानदेह नहीं। वे आग्रह करते हैं कि यह रात भर नाचते रहने के लिए उनमें जान भरती है और उनकी ख़ुशी का एहसास बढ़ाती है। लेकिन, “लोकप्रिय ड्रग दिमाग़ को नुक़सान पहुँचा सकता है” शीर्षक के नीचे, द न्यू यॉर्क टाइम्स बताता है कि ऎक्सटसी “भूख, नींद, मनोदशा, मनोवेग, और अन्य मानसिक क्रियाओं पर दीर्घकालिक, हानिकर प्रभाव डाल सकती है।” और सिर्फ़ इतना ही नहीं है। “ऎक्सटसी के कारण कुछ मौतें भी हुई हैं,” डॉ. हावर्ड मकिन्नी दावा करता है, “और ऐसे भी कई मामले हैं जहाँ लोगों ने इसे सामान्य मात्रा में लिया था और उनकी हृदय गति बंद हो गयी, गुर्दों ने काम बंद कर दिया, या वे बेहोशी की हालत में चले गये।” डॉ. सीलवाँ दे मीरान्डा के पास यह कहने का ठोस कारण है: “जो रेव-जानेवाले ऎक्सटसी लेते हैं, वे मौत के साथ नाच रहे हैं।”
ऑर्गैनिक ड्रग भी—जैसे हर्बल ऐसिड, ऎक्सलरेशन, हर्बल ऎक्सटसी, या रश—हानिकर हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, यह दावा किया जाता है कि अमुक परिस्थितियों में, ऑर्गैनिक ड्रग ऎक्सलरेशन से दिल का दौरा पड़ सकता है और मौत भी हो सकती है।
जो अब भी हठ करते हैं कि रेव जश्नों में इस्तेमाल किये गये ड्रग्स नुक़सानदेह नहीं हैं, उन्हें एक और बात पर विचार करना चाहिए। कनाडा का पुलिस जासूस, ईअन ब्रिग्ज़ दावा करता है कि ऎक्सटसी के नाम से बेचे गये ९० प्रतिशत ड्रग्स असल में ऎक्सटसी होते ही नहीं। “उसमें से काफ़ी PCP या दूसरे ख़तरनाक ड्रग होते हैं,” वह कहता है। “इन ड्रग्स को बेचनेवाले बेईमान होते हैं। जब ड्रग्स का असर होने लगता है तब वे वहाँ से नदारद हो जाते हैं।”a
माना, कुछ रेव जश्न शायद ड्रग-मुक्त हों। लेकिन, रेवर भी मानेंगे कि पहले से यह बताना अकसर असंभव होता है कि रेव में आनेवाले एक, अनेक, या अधिकतर लोग किसी अवैध पदार्थ के नशे में होंगे या नहीं।
क्या रेव आपके लिए ज़रूरी है?
अपने आपमें संगीत और नृत्य में कोई बुराई नहीं, न ही मौज-मस्ती करने की इच्छा रखना ग़लत है। आख़िरकार, बाइबल कहती है कि “आनंद का समय” और “नाचने का समय” है। (सभोपदेशक ३:४, टुडेज़ इंग्लिश वर्शन) बाइबल यह सलाह भी देती है: “अपनी जवानी में आनन्द कर।” (सभोपदेशक ११:९) सो सृष्टिकर्ता चाहता है कि आप ख़ुश रहें! लेकिन, आपको याद रखना चाहिए कि “सारा संसार उस दुष्ट [शैतान अर्थात इब्लीस] के वश में पड़ा है।” (१ यूहन्ना ५:१९) इसलिए, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं कि मनबहलाव के जिन तरीक़ों का गुणगान यह संसार करता है उनमें अकसर कुछ हानिकर बातें होती हैं।
उदाहरण के लिए, उनके बारे में सोचिए जो रेव जश्नों में जाते हैं। क्या वे बाइबल की इस सलाह को मान रहे हैं कि “अपने आप को शरीर और आत्मा की सब मलिनता से शुद्ध करें”? (२ कुरिन्थियों ७:१) सच है, रेवर शायद शांति, प्रेम, और एकता का समर्थन करें। लेकिन “जो ज्ञान ऊपर से आता है” वह सिर्फ़ “मिलनसार” ही नहीं होता; वह “पवित्र” भी होता है। (याकूब ३:१५, १७) अपने आपसे पूछिए, ‘क्या रेव जश्नों में जानेवालों के नैतिक मूल्य परमेश्वर के वचन, बाइबल में दिये गये स्तरों से मेल खाते हैं? क्या मैं पूरी रात उनके साथ बिताना चाहता हूँ जो “परमेश्वर के नहीं बरन सुखविलास ही के चाहनेवाले” हैं?’—२ तीमुथियुस ३:४; १ कुरिन्थियों ६:९, १०. यशायाह ५:११, १२ से तुलना कीजिए।
इन महत्त्वपूर्ण प्रश्नों पर विचार किया जाना चाहिए, क्योंकि पौलुस ने लिखा कि “बुरी संगति अच्छे चरित्र को बिगाड़ देती है।” (१ कुरिन्थियों १५:३३) परमेश्वर के नियमों का तिरस्कार करनेवालों की संगति करने से अंततः विपत्ति आएगी, क्योंकि बाइबल कहती है: “बुद्धिमानों की संगति कर, तब तू भी बुद्धिमान हो जाएगा, परन्तु मूर्खों का साथी नाश हो जाएगा।”—नीतिवचन १३:२०.
सच्चाई तो यह है कि अनेक रेव जश्न असल में ड्रग दावतें हैं और जो इनमें जाते हैं उन्हें कड़ुवे फल भोगने पड़ सकते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ रेव जश्नों पर पुलिस छापा मारती है और उन्हें बंद करा देती है, क्योंकि या तो वे अवैध रूप से आयोजित किये गये होते हैं या फिर क्योंकि वहाँ ड्रग्स होते हैं। क्या आप उनमें गिने जाने चाहेंगे जो विधि-पालक नहीं हैं? (रोमियों १३:१, २) यदि कानून तोड़ने की बात नहीं उठती, तो भी क्या आप ऐसे जश्न में जाकर “संसार से निष्कलंक” रह सकते हैं? (याकूब १:२७) क्योंकि रंगरलियों, या “जंगली दावतों” (बाइंग्टन), की बाइबल में निंदा की गयी है, क्या रेव जश्न में आपका जाना आपको परमेश्वर और मनुष्यों के सामने एक शुद्ध अंतःकरण बनाए रखने में समर्थ करेगा?—गलतियों ५:२१; २ कुरिन्थियों ४:१, २; १ तीमुथियुस १:१८, १९.
स्पष्ट है कि मसीहियों को रेव जश्नों के ख़तरे से सावधान रहना चाहिए। लेकिन निराश मत होइए। इसके अलावा भी काफ़ी मनबहलाव है जिसका आप आनंद उठा सकते हैं। उदाहरण के लिए, यहोवा के साक्षियों के बीच अनेक परिवारों ने हितकर समूहनों का आयोजन किया है।b ध्यानपूर्ण योजना और निगरानी के कारण, इनमें आनेवाले सभी जन आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से ताज़गी महसूस करते हैं। इससे भी महत्त्वपूर्ण, प्रोत्साहक संगति “आनंदित परमेश्वर,” यहोवा को प्रसन्न करती है, जो चाहता है कि उसके लोग आनंद मनाएँ।—१ तीमुथियुस १:११, NW; सभोपदेशक ८:१५.
[फुटनोट]
a PCP (फ़ॆनसिकलडीन) एक निश्चेतक है जिसे कभी-कभी सजीव मानसिक कल्पनाएँ उत्पन्न करने के लिए अवैध रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
b अधिक जानकारी के लिए, प्रहरीदुर्ग, नवंबर १, १९९२, पृष्ठ २४-२९, और सजग होइए!, जून ८, १९९७, पृष्ठ ८-१० देखिए।
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टॆक्नो क्या है?
सरल शब्दों में कहें तो टॆक्नो इलॆक्ट्रॉनिक नृत्य संगीत को सूचित करता है। यह कई क़िस्म का होता है। अधिकतर लोग टॆक्नो को लयदार कहेंगे, क्योंकि आम तौर पर इसमें प्रति मिनट ११५ से १६० बीट्स होती हैं।
“जिन्हें इसके बारे में मालूम नहीं,” दी यूरोपियन कहता है, “उन्हें टॆक्नो उन आवाज़ों के जैसे सुनाई पड़ता है जो दंत-चिकित्सक की ड्रिल से निकलती हैं, और साथ-साथ वे आवाज़ें जो आप सोचते हैं कि सदोम और अमोरा के विनाश की रात हुई होंगी।” लेकिन, कुछ श्रोता टॆक्नो की स्थिर-गति ताल से मुग्ध हो जाते हैं। १८-वर्षीया क्रिस्टीन कहती है, “मुझे यह संगीत बेहिसाब छूट और आज़ादी का एहसास देता है।” ज़ॉन्या को भी ऐसा ही लगता है। “पहले-पहल,” वह स्वीकार करती है, “मुझे टॆक्नो संगीत बिलकुल पसंद नहीं था। लेकिन जितना ज़्यादा आप इसे सुनते हैं, उतना ही ज़्यादा यह आपको पसंद आने लगता है। यदि आप इसे ख़ूब तेज़ चलाएँ, तो आप धमाकेदार ताल से बच ही नहीं सकते। आप ख़ुद-ब-ख़ुद हिलने लगते हैं। यदि आप सावधान न रहें, तो ताल आपके पूरे शरीर को वश में कर लेती है।” १९-वर्षीया शर्ली को टॆक्नो में इससे ज़्यादा दिखाई देता है। “यह केवल संगीत नहीं, उससे ज़्यादा है” वह कहती है। “यह एक पूरी जीवन-शैली है, जो पहनावे और भाषा में व्यक्त होती है।”
मसीही चाहते हैं कि ‘परखते रहें कि प्रभु को क्या भाता है।’ (इफिसियों ५:१०) इसलिए, उन्हें टॆक्नो के बारे में सावधानी बरतनी चाहिए जैसे कि वे किसी भी दूसरे क़िस्म के संगीत के साथ बरतते हैं। यदि आप ख़ुद को टॆक्नो की तरफ़ खिंचते हुए पाते हैं, तो अपने आपसे पूछिए: ‘इस क़िस्म का संगीत मुझ पर कैसा असर करता है? क्या यह मुझे ख़ुश, शांत, और मिलनसार बनाता है? या क्या यह मुझे भड़काता है, शायद मुझमें क्रोधपूर्ण या अनैतिक विचार भी उत्पन्न करता है? क्या इस क़िस्म के संगीत की ओर मेरा झुकाव मुझे इसकी जीवन-शैली की ओर भी खींचेगा? क्या मैं इस क़िस्म के संगीत को सुनने के लिए या उसकी धुन पर नाचने के लिए रेव जश्न में जाने के लिए प्रलोभित होऊँगा?’
सचमुच, अंत की बात यह है: संगीत के बारे में आपकी पसंद जो भी हो, उसे अपने और अपने स्वर्गीय पिता के बीच कभी मत आने दीजिए।