आकाशीय अजूबे
गोलाकार तारा-झुंड बहुत ही आश्चर्यजनक आकाशीय अजूबे हैं। इनका आकार गोल होता है और हर झुंड में दस हज़ार से सैकड़ों हज़ार तारे होते हैं। हमारी आकाश गंगा में करीब १०० ज्ञात गोलाकार झुंड हैं।
हमारे करीब की आकाश गंगा में तारे औसतन चार-पाँच प्रकाश-वर्ष की दूरी पर हैं।a गोलाकार झुंड में तारे बहुत पास-पास होते हैं, उनके बीच करीब एक प्रकाश-वर्ष के दसवें हिस्से की दूरी होती है।
इस तसवीर में दिखाये गये झुंड का नाम ओमेगा सॆंटॉराई है। दूरबीन के बिना देखें तो लगता है कि यह एक तारा है। लेकिन, दूरबीन से देखने पर पता चलता है कि यह अनेक तारों का, कुल मिलाकर करीब १० लाख तारों का चमचमाता झुंड है। ओमेगा सॆंटॉराई को सबसे अच्छी तरह दक्षिणी गोलार्ध में देखा जा सकता है, लेकिन वसंत और गर्मियों की शाम को मध्य उत्तरी अक्षांश तक, इसे दक्षिणी आकाश के क्षितिज में देखा जा सकता है।
ओमेगा सॆंटॉराई का व्यास करीब १५० प्रकाश-वर्ष है; इस तसवीर के निचले सिरे से ऊपरी सिरे तक पहुँचने में प्रकाश को तकरीबन १५० साल लगेंगे! अनुमान है कि पृथ्वी से ओमेगा सॆंटॉराई तक की दूरी १७,००० प्रकाश-वर्ष है।
युगों से ओमेगा को एक तारा माना जाता था। १७वीं सदी में जर्मन शौकिया खगोल-विज्ञानी योहान बायर ने इसे यूनानी अक्षर ओमेगा (ω) का नाम दिया। लेकिन, एक गोलाकार झुंड के रूप में इसे पहली बार अंग्रेज़ खगोल-विज्ञानी ऎडमंड हेली ने १६७७ में देखा था।
उत्तरी गोलार्ध में, एक बहुत ही देखने लायक झुंड है M13, जो मिथुन तारामंडल में है। इसमें करीब दस लाख तारे हैं और यह ओमेगा सॆंटॉराई की तुलना में हमसे ४,००० प्रकाश-वर्ष और भी दूर है। सो यह और भी छोटा दिखता है।
यदि आपको काफी बड़ी दूरबीन से एक गोलाकार झुंड को देखने का अवसर मिले तो अवश्य ही उसका लाभ उठाइए। रात के आकाश में देखने लायक यह सृष्टि का एक बहुत ही प्रभावशाली नज़ारा है।
[फुटनोट]
a एक प्रकाश-वर्ष ९४,६0,५३,00,00,000 किलोमीटर के बराबर है।
[पेज 27 पर तसवीर]
ओमेगा सॆंटॉराई
[चित्र का श्रेय]
National Optical Astronomy Observatories
[पेज 27 पर तसवीर]
M13
[चित्र का श्रेय]
आकाश गंगा और M13: United States Naval Observatory के सौजन्य से