हमारे पाठकों से
जलने से बचना जब मैंने विश्व-दर्शन (जनवरी ८, १९९९) में “खाना पकाते समय सावधानियाँ” पढ़ा तो मैं सोच में पड़ गयी। इसमें एक अखबार का ज़िक्र किया गया था जिसमें लिखा था कि स्टोव के सामनेवाले बर्नर में खाना पकाया करें। लेकिन अधिकतर माता-पिताओं को यही सलाह दी जाती है कि वे हमेशा पीछे के बर्नर पर ही खाना पकाया करें क्योंकि वहाँ तक बच्चों के हाथ नहीं पहुँचते।
एम. बी., इंग्लैंड
सुरक्षा के तौर पर बतायी गयी इस सलाह के लिए शुक्रिया। जिस सलाह का हमने ज़िक्र किया था, वह खासकर बड़ों के लिए थी। क्योंकि कई बार ऐसा हुआ है कि जब वे बड़ी स्लीव्ज़ पहनकर, पीछेवाले बर्नर पर बर्तन उठाने के लिए हाथ बढ़ाते हैं, तो स्लीव्ज़ में आग लग जाती है। लेकिन आम-तौर पर जिन माताओं के छोटे बच्चे हैं वे बर्तनों को ऐसी जगह रखती हैं जो बच्चों की पहुँच से बाहर हो।—संपादक।
अंतरिक्षीय दुर्घटना? मैं दस साल का हूँ और मुझे “बाइबल का दृष्टिकोण—क्या एक अंतरिक्षी दुर्घटना हमारे संसार को नष्ट कर देगी?” (जनवरी ८, १९९९) लेख बहुत पसंद आया। इससे मुझे यह समझने में मदद मिली कि हमारे ग्रह को कोई भी अंतरिक्षीय दुर्घटना बरबाद नहीं करेगी क्योंकि यहोवा की इच्छा है कि हम परादीस पृथ्वी पर जीएँ।
जे. पी., अमरीका
धूम्रपान करना छोड़िए! लेख “आप छोड़ सकते हैं—हमने छोड़ दिया!” (जनवरी ८, १९९९) मेरे लिए बहुत ही खास लेख था। मैंने हाल ही में धूम्रपान करनेवाली एक महिला के साथ बाइबल अध्ययन खत्म किया है। वह हमारी सभी सभाओं में आती है मगर उसकी इस लत की वज़ह से वह आध्यात्मिक तौर पर आगे नहीं बढ़ पा रही है। मैंने धूम्रपान छोड़ने के बारे में उसे कई लेख दिए, मगर मैं उम्मीद करती हूँ कि इस लेख से शायद उसे अपनी लत छोड़ने में आखिरकार कामयाबी मिल जाए।
ई. सी., अमरीका
बिन माँ-बाप के जीना “युवा लोग पूछते हैं . . . मैं अपने माता-पिता के बिना कैसे जीऊँ?” (जनवरी ८, १९९९) बहुत ही बढ़िया लेख था और उसके लिए मैं आपको शुक्रिया कहना चाहती हूँ। इससे मुझे दिलासा मिला कि अगर हम युवा अपने माँ-बाप को खो भी देते हैं तो भी यहोवा हमारी रक्षा करेगा। मेरे माँ-बाप अभी जिंदा हैं, मगर मैं अकसर यह सोचती हूँ कि अगर उन्हें कुछ हो जाए तो मेरा क्या होगा। ओरास्यो की बढ़िया मिसाल से मुझे बहुत हौसला मिला।
एम. जे., ट्रिनेडाड
सात बेटों की परवरिश करना लेख “सात बेटों का पालन-पोषण करने की चुनौतियाँ और आशिषें” (फरवरी ८, १९९९) के लिए आपको धन्यवाद कहे बिना मुझसे रहा नहीं गया। मैंने पाया है कि किशोर बच्चों की परवरिश करना बहुत ही कठिन है खासकर क्योंकि मैं एक विधवा हूँ। इस लेख को पढ़ने के बाद ही मुझे एहसास हुआ कि मैं अपने बच्चों को ज़िंदगी के इस दौर से गुज़ारने में कामयाब हो सकती हूँ।
ए. आर., अमरीका
हम भी सात भाई-बहन हैं। कुछ समय पहले तक, हम सब एक साथ यहोवा की सेवा कर रहे थे। मगर, कुछ छः महीने पहले, मेरी एक छोटी बहन को कलीसिया से बहिष्कृत किया गया। जब मैंने पहली बार यह लेख देखा, तो मुझे किसी कामयाब परिवार की कहानी पढ़ने का बिलकुल मन नहीं हुआ। मैंने प्रार्थना की कि बिना ईर्ष्या महसूस किए मैं इस लेख से कुछ फायदा पा सकूँ। यह जानकर मुझे बहुत तसल्ली मिली कि ऐसा भी परिवार है जिसे हमारी जैसी स्थिति से गुज़रना पड़ा। और मैं यह भी सीख पायी कि यहोवा हमारी स्थिति को जानता है। मैं डिकमैन परिवार को हमें अपनी कहानी बताने के लिए शुक्रिया कहना चाहती हूँ। मुझे यकीन है कि मेरे माता-पिता और मेरे छोटे भाई-बहनों को इस लेख से काफी हौसला और सांत्वना मिली होगी।
डब्ल्यू. वाई., जापान
शेर “सिंह—अफ्रीकी जंगल का प्रतापी राजा” लेख के लिए बहुत धन्यवाद। (फरवरी ८, १९९९) यह लेख मेरे लिए बहुत महत्त्वपूर्ण था क्योंकि मुझे बरसों से शेर बहुत पसंद हैं। मुझे वे इसलिए अच्छे लगते हैं क्योंकि वे बहुत ही खूबसूरत और बहादुर होते हैं। एक दिन “जवान सिंह” के साथ रहने का मेरा सपना साकार होगा जैसे बाइबल यशायाह ११:६-९ में बताती है।
ई. ए. एस., ब्राज़ील