बाइबल विद्यार्थियों को प्रगति करने के लिए प्रोत्साहित करें
१ संसार प्रगति के बारे में एक प्रोद्योगिक या भौतिक दृष्टिकोण के आधार पर विचार करता है। लेकिन यहोवा के गवाह ऐसे नही हैं। बल्कि, हम आध्यात्मिक रूप से प्रगतिशील बनने के लिए परिश्रम करते हैं। हम खुश हैं कि हमने वह प्रोत्साहन पाया जिसके कारण हम मसीह के सक्रिय और फलवान् शिष्य बनें हैं।—यूहन्ना १५:८; २ पतरस १:५-८.
२ सुसमाचार लेखों में “शिष्य” यह पद मूल रूप से उन पर लागू होता है जो केवल मसीह की शिक्षाओं पर विश्वास ही नहीं बल्कि उसका निकट रूप से अनुपालन करते हैं। (मत्ती २८:१९, २०) क्या बाइबल विद्यार्थी इस तथ्य की क़दर करते हैं? हम कैसे उन्हें शिष्य बनने के लिए प्रगति करने में प्रोत्साहन दे सकते हैं?
संस्था की ओर रुचि केंद्रित करें
३ विद्यार्थी की प्रगति निश्चित रूप से यहोवा की संस्था की ओर उसकी क़दर से सम्बन्धित है। इसलिए, शिक्षकों के रूप में हमारी ज़िम्मेदारी परमेश्वर की संस्था की ओर उस विद्यार्थी की रुचि निर्देशित करना है। वर्षों से हमें प्रोत्साहित किया जाता है कि हम प्रत्येक बाइबल अध्ययन सत्र में पाँच से दस मिनट तक संस्था के बारे में कुछ विवरण देने के लिए बिताएं। जेहोवाज़ विटनेसस—युनाइटेडली डुयिंग गॉड्स विल वल्डवाइड ब्रोशुअर ऐसा करने के लिए एक उत्कृष्ठ ढाँचा प्रदान करता है। क्या आपके बाइबल विद्यार्थी के पास इसकी एक प्रति है? अगर नहीं, तो क्यों न तुरन्त ही उसके लिए एक मँगवाएं। यह पढ़ने के लिए उसे प्रोत्साहित करें और उसे बताएं कि आप प्रत्येक अध्ययन में इस में से एक संक्षिप्त भाग पर विचार करेंगे।
४ डुयिंग गॉड्स विल ब्रोशुअर के पृष्ठ १४ और १५ की जानकारी मण्डली की प्रत्येक सभा के लिए क़दर उत्पन्न करने के लिए निर्माण किया गया है। क्यों न हर एक हफ्ते में केवल एक या दो परिच्छेद पूर्ण करें? यह दिखाएं कि कैसे हर सभा एक अमुक ज़रूरत पूर्ण करने के लिए शिक्षण और उपेदश देती है। उस विद्यार्थी को यह देखने के लिए मदद दें कि “एक दूसरे के साथ इकट्ठा होने” से आध्यात्मिक उन्नति उत्पन्न होता है। (इब्रा. १०:२४, २५) स्नेही रूप से उसे हमारे साथ किंगडम हॉल में आने के लिए प्रोत्साहित करें। वहाँ वह खुद उस एकता और प्रेम का अनुभव करेगा जो हम यहोवा के एकत्रित लोगों की हैसियत से अनुभव करते हैं।—भजन १३३:१; यूहन्ना १३:३५.
आध्यात्मिक उन्नति उत्तेजित करें
५ नये व्यक्तियों को परमेश्वर के वचन के सच्चे विद्यार्थि बनना है, ज्ञान में, उसे समझने में, और उसके सिद्धान्तों का विनियोग करने में प्रगति पाना है। इस कारण से हम लिव फॉरेवर और युनाईटेड इन वर्शिप या ट्रू पीस इन पुस्तकों का अध्ययन जारी रखेंगे चाहे वह विद्यार्थी इन प्रकाशनों को पूर्ण करने से पहले ही बपतिस्मा लेता है। चाहे वह दूसरी पुस्तक शुरु करने के लिए कई महिनों के लिए तैयार न हो, इन पुस्तकों की प्रतियाँ वह पहले ही से पा सकता है। यह शायद उसकी आध्यात्मिक भूख बढ़ा सकता है, और उसे अतिरिक्त पठन करने के लिए उकसाएगा, जो उसकी प्रगति को बढ़ाएगा। और साथ ही, हमें वॉचटावर और अवेक! के अभिदान पाने और संस्था के अन्य प्रकाशन पाने का महत्त्व सूचित कर सकते हैं, ताकि हम “उचित समय में खाद्य सामग्रियों की मात्रा” के बराबर रहें। (लूका १२:४२) जो ऐसा करेंगे वे जड़ पाएंगे, वृद्धी करेंगे, और विश्वास में दृढ़ बनेंगे।—कुलु. २:७.
६ भावी संगी गवाहों के रूप में, वे बाइबल विद्यार्थियों को हमारी मदद की ज़रूरत है अगर उन्हें प्रौढ़ता की आरे बढ़ना है। (इब्रा. ५:१४) प्रगति के लिए प्रोत्साहन देते वक्त उचित प्रशंसा देनी है। (फिली. ३:१६) क्या वह परिवार और सम्बन्धियों से वे बातें बताता है जो वह सीखता है? अगर वह योग्य बना है, क्या उसने थियोक्रेटिक मिनिस्ट्री स्कूल में भाग लिया है? क्या वह सुसमाचार का प्रचारक बनने के लिए इच्छुक है?
७ अगर हम शिक्षकों के नाते हमारा हिस्सा पूर्ण करें, तो हम यहोवा की ओर से आशीषों की अपेक्षा कर सकते हैं। (२ कुरि. ९:६) कभी भी हमें प्रार्थना की शक्ति को नही भूलना है जो बाइबल विद्यार्थियों के पक्ष में किया जाता है। वे जो भी सीख रहे हैं उसकी ओर प्रतिक्रिया दिखाने में उन्हें निर्देशित करने के लिए यहोवा से प्रार्थना करें। (१ कुरि. ३:६, ७) वे मण्डली के साथ सक्रिय रूप से सम्बन्धित रहने के लिए निश्चयात्मक कार्य करें और इस तरह यहोवा के नाम के लिए अधिक महिमा और स्तुति दें।