फरवरी के लिए सेवा सभाएँ
फरवरी १ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत १५४
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। सभी को जनवरी की क्षेत्र सेवा रिपोर्ट डालने की याद दिलाइए।
१७ मि: “हर उम्र के लोगों को पारिवारिक सुख किताब दीजिए।” प्राचीन दो या तीन योग्य प्रकाशकों के साथ लेख पर चर्चा करता है। इस बात पर ज़ोर दीजिए कि लोगों को यह समझाना है कि बाइबल सलाह के मुताबिक चलने में ही एक सुखी परिवार का रहस्य छिपा है। (पारिवारिक सुख किताब का पेज ९-१२ देखिए।) सुझाई गई एक प्रस्तावना प्रदर्शित करवाइए। बताइए कि पुनःभेंट का प्रबंध कैसे करें।
१८ मि: “नये मनुष्यत्व को पहिन लो।” एक भाषण जिसमें इफिसियों ४:२०-२४ को बारीकी से समझाया जाता है। (मार्च १, १९९३ का अंग्रेज़ी प्रहरीदुर्ग के पेज १४-१८ पर अनुच्छेद ४-१७ देखिए।) समझाइए कि हम कैसे पुराने मनुष्यत्व को उतारकर नया मनुष्यत्व पहिनते हैं।
गीत ४ और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी ८ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत १२
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट।
१५ मि: स्थानीय ज़रूरतें।
२० मि: “हमारा महान सिरजनहार हम सबकी परवाह करता है!” सवाल और जवाब। समझाइए कि कैसे सिरजनहार (अंग्रेज़ी) किताब उन लोगों की मदद के लिए इस्तेमाल की जा सकती है जो परमेश्वर के अस्तित्व के बारे में शक करते हैं या उसे नहीं मानते। हालाँकि यह बाइबल स्टडियाँ चलाने के लिए नहीं है फिर भी यह बाइबल की जाँच करने के लिए लोगों को उकसाने में बहुत ही ज़बरदस्त औज़ार साबित हो सकती है। (सिरजनहार किताब का पेज १८९-९१ देखिए।) इस किताब के बारे में प्रकाशकों को अपनी राय और इसे दूसरों को पेश करने में हुए उनके अनुभव के बारे में बताने के लिए कहिए।
गीत १७३ और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी १५ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ४०
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। ईश्वरशासनिक समाचार।
१८ मि: ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल में नाम लिखवाने से हम कैसे लाभ पाते हैं? स्कूल ओवरसियर द्वारा श्रोताओं के साथ चर्चा। स्कूल का एकमात्र उद्देश्य सबके सामने भाषण देने की ट्रेनिंग देना ही नहीं है। यह हमें दूसरे तरीकों से भी फायदा पहुँचा सकता है। (स्कूल गाइडबुक का पेज १२-१३ देखिए।) इस स्कूल में हम दूसरों के साथ अच्छी तरह बात करना सीखते हैं। हमें स्पष्ट रूप से, शांति से और आत्मविश्वास के साथ बोलना सिखाया जाता है। हम अपने विश्वास के बारे में उठाए गए सवालों का जवाब देने और बाइबल पर आधारित अपने फैसलों को समझाने में भी अधिक कुशल होते हैं। बाइबल के बारे में हमारा ज्ञान बढ़ता है जिससे हम दूसरों को और भी असरदार तरीके से साक्षी दे सकते हैं। हम अपनी कमियों को मानना और सलाह को स्वीकार करना सीखते हैं और इस तरह हम दूसरों के साथ प्यार से पेश आना भी सीखते हैं। कुल मिलाकर स्कूल से हमें जो भी ट्रेनिंग मिलती है वह परमेश्वर का एक “योग्य” सेवक बने रहने में हमारी मदद करती है।—२ कुरि. ३:५, ६.
१७ मि: “बाइबल अध्ययन में—पूरी तरह हिस्सा लेने के लिए परिवार के सदस्य कैसे सहयोग देते हैं।” एक परिवार के सदस्यों के बीच आपस में चर्चा। वे विचार-विमर्श करते हैं कि प्रहरीदुर्ग के मई १५, १९९६ के पेज १४-१५ और जनवरी १, १९९३ के पेज २७-२८ पर पारिवारिक बाइबल पढ़ाई और अध्ययन के बारे में दिए गए सुझावों को वे किस हद तक लागू कर रहे हैं।
गीत ५७ और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी २२ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत १७०
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ।
१५ मि: अपार्टमेन्ट बिल्डिंगों में प्रचार करना। (अगर आपके क्षेत्र में बिल्डिंगें बहुत कम हैं तो मई १९९५ की हमारी राज्य सेवकाई के लेख “घर-पर-नहीं का रिकार्ड क्यों रखें?” पर चर्चा कीजिए।) दो या तीन प्रकाशकों के साथ चर्चा। शहरों में जहाँ सैक्योरिटी वॉचमैन को कड़ा निर्देश दिया जाता है कि बिना ज़िम्मेदार व्यक्ति की अनुमति के किसी को अंदर आने की इज़ाज़त न दे, तो ऐसी बिल्डिंगों में रहनेवालों से मिलने के अलग-अलग तरीकों के बारे में चर्चा कीजिए। कलीसिया बिल्डिंग के प्रेसिडैंट या सैक्रेटरी से अनुमति ले सकती है। अगर अनुमति दी जाती है तो कुछ प्रकाशक बाकायदे सभी बिल्डिंगों में प्रचार कर सकते हैं। लेकिन अगर अनुमति नहीं दी जाती तो सैक्योरिटी वॉचमैन शायद एक या दो प्रकाशकों को हर लैटर बॉक्स में ट्रैक्ट डालने की इज़ाज़त दे दे। अगर बिल्डिंग में रहनेवालों के नाम मिल जाते हैं तो ये टेलिफोन पर गवाही देने में मददगार हो सकते हैं। जहाँ अन्य तरीकों से संपर्क नहीं किया जा सकता वहाँ उन्हें पत्र लिख सकते हैं या सड़क पर जब वे आते-जाते हैं तब उन्हें गवाही दे सकते हैं। कलीसिया द्वारा अपनाया गया कोई ऐसा तरीका प्रदर्शित करवाइए जिससे बिल्डिंग में रहनेवालों को साक्षी देने में कामयाबी हासिल हुई है।
२० मि: शिष्य बनाने में आनंद कैसे पाएँ। फरवरी १५, १९९६ के प्रहरीदुर्ग के पेज १९-२२ पर आधारित भाषण।
गीत ९१ और समाप्ति प्रार्थना।