अप्रैल के लिए सेवा सभाएँ
अप्रैल ५ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ५५
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। “क्या हमें सिरजनहार किताब पेश करनी चाहिए?” पर चर्चा कीजिए। अप्रैल १८ के दिन खास जन भाषण सुनने के लिए दिलचस्पी दिखानेवाले सभी लोगों को आमंत्रण दीजिए। भाषण का शीर्षक है, “परमेश्वर और पड़ोसियों के साथ सच्ची दोस्ती।”
१५ मि: “उत्सुकता से सुसमाचार का प्रचार कीजिए।” लगभग आधा मिनट लेकर लेख के बारे में जानकारी दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा शुरू कीजिए। स्कूल गाइडबुक के पेज १९१-२, अनुच्छेद १२-१३ से कुछ प्रोत्साहक मुद्दे बताकर चर्चा समाप्त कीजिए।
२० मि: “प्रचार के काम में—पूरी तरह हिस्सा लेने के लिए परिवार के सदस्य कैसे सहयोग देते हैं।” परिवार के सदस्यों के बीच चर्चा। चर्चा कीजिए कि क्यों परिवार में सभी लोगों को हर हफ्ते नियमित रूप से प्रचार के काम में भाग लेना ज़रूरी समझना चाहिए। सितंबर १, १९९३ प्रहरीदुर्ग के पेज १०-१२, अनुच्छेद ९-१२ पर दी गई प्रोत्साहक बातों पर चर्चा कीजिए। सभा में मौजूद माता-पिता से पूछिए कि वे अपने परिवार में हर हफ्ते क्षेत्र सेवा का इंतज़ाम करने में कैसे कामयाब होते हैं।
गीत ६७ और समाप्ति प्रार्थना।
अप्रैल १२ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ११२
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। अकाउंट्स रिपोर्ट।
१५ मि: स्थानीय ज़रूरतें।
२० मि: “अंत करीब है—प्रचार के काम में कड़ी मेहनत कीजिए।” सवाल और जवाब। ऐसे एक या दो प्रकाशकों का इंटरव्यू लीजिए जिन्होंने कभी सोचा तक नहीं था कि वे प्रचार करेंगे लेकिन अब नियमित रूप से प्रचार कार्य कर रहे हैं क्योंकि वे समझने लगे हैं कि आज राज्य का संदेश जल्द-से-जल्द सुनाना कितना ज़रूरी है। समय मिले तो १९९७ इयरबुक के पेज ४२-८ से कुछ उदाहरण बताइए कि प्रकाशक कैसे उन जगहों में जाकर प्रचार करते हैं जहाँ लोग मिलते हैं। इस तरह गवाही के काम में और भी अधिक हिस्सा ले रहे हैं।
गीत ९३ और समाप्ति प्रार्थना।
अप्रैल १९ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ७९
५ मि: स्थानीय घोषणाएँ।
१० मि: “क्या आपने पत्रिकाओं की हर महीने की सप्लाई के लिए निश्चित ऑडर दिया है?” किसी प्राचीन या ऐसे सहायक सेवक द्वारा भाषण जो मैगज़ीन की देखरेख करता हो। कलीसिया को इसकी जानकारी दीजिए कि हर महीने कितनी पत्रिकाएँ आती हैं और औसतन कितनी बाँटी जाती हैं। हमें पत्रिकाओं को यूँही पड़े नहीं रहने देना चाहिए। पुरानी पत्रिकाओं को बाँटने के कुछ सुझाव दीजिए।—जुलाई १९९३ की हमारी राज्य सेवकाई का पेज १ देखिए।
३० मि: “पायनियरिंग—समय को अकलमंदी से इस्तेमाल करने का तरीका!” सवाल और जवाब। अनुच्छेद ५-७ में दिए गए अनुभव बताने के लिए पहले से ही तीन लोगों को नियुक्त कीजिए। अंत में उन सभी लोगों को ऑक्ज़लरी या रेगुलर पायनियरिंग करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए जिनके लिए यह मुमकिन है। कलीसिया के सर्विस कमेटी के किसी भी सदस्य से फॉर्म मिल सकता है। बताइए कि मई में ऑक्ज़लरी पायनियरिंग करने के लिए फॉर्म अभी भी भर सकते हैं।
गीत १६५ और समाप्ति प्रार्थना।
अप्रैल २६ से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत ७०
१० मि: स्थानीय घोषणाएँ। सभी को अप्रैल की अपनी क्षेत्र सेवा रिपोर्ट डालने की याद दिलाइए। मई महीने में ऑक्ज़लरी पायनियरिंग करनेवालों के नामों की घोषणा कीजिए और ऐसा करने के लिए दूसरों को भी जोश दिलाइए। नई पत्रिकाओं को बाँटने के लिए कुछ अच्छे सुझाव दीजिए।—अक्तूबर १९९६ की हमारी राज्य सेवकाई का पेज ८ देखिए।
१७ मि: “मैं आगे क्या करूँ?” भाइयों के साथ लेख पर थोड़ी चर्चा करने के बाद एक प्रदर्शन दिखाइए जिसमें एक किशोर/किशोरी अपने माता/पिता से हाई स्कूल करने के बाद भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में बात करता है। वे मिलकर जुलाई १९९८ की हमारी राज्य सेवकाई के पेज ४ पर चर्चा करते हैं। फरवरी १, १९९६ की प्रहरीदुर्ग के पेज १४ और दिसंबर १, १९९६ की प्रहरीदुर्ग के पेज १७-१९ में दी गई प्रोत्साहक बातों के मुताबिक माता/पिता सलाह देता है। अब क्योंकि पायनियरों के घंटों की माँग कम कर दी गई है, किशोर आगे पढ़ाई करने के साथ-साथ पायनियरिंग करने के बारे में सोचता है।
१८ मि: ऑक्ज़लरी पायनियरों का इंटरव्यू लीजिए। सर्विस ओवरसियर इस महीने और पिछले महीनों में ऑक्ज़लरी पायनियरिंग करनेवाले कुछ प्रकाशकों का इंटरव्यू लेता है। उनसे पूछिए कि उन्हें इससे कौन-सी आशीषें मिलीं, उन्होंने क्या हासिल किया और आगे भी वे क्यों हर साल कम-से-कम एक या दो महीने ऑक्ज़लरी पायनियरिंग करना चाहेंगे।
गीत ६९ और समाप्ति प्रार्थना।