परमेश्वर की सेवा स्कूल की चर्चा
फरवरी 27, 2006 से शुरू होनेवाले हफ्ते में, परमेश्वर की सेवा स्कूल में नीचे दिए गए सवालों की ज़बानी चर्चा होगी। स्कूल अध्यक्ष, 30 मिनट के लिए जनवरी 2 से फरवरी 27, 2006 तक के हफ्तों में पेश किए भागों पर दोबारा चर्चा करेगा। [ध्यान दीजिए: अगर किसी सवाल के बाद कोई हवाले नहीं दिए गए हैं, तो वहाँ जवाब के लिए आपको खुद खोजबीन करनी होगी।—सेवा स्कूल किताब के पेज 36-7 देखिए।]
भाषण के गुण
1. परमेश्वर की सेवा स्कूल किन तरीकों से हमारी मदद करता है ताकि हम ‘परमेश्वर के लिए स्तुतिरूपी बलिदान चढ़ाएं और उसके नाम का अंगीकार करें’? (इब्रा. 13:15) [be-HI पेज 5 पैरा. 3–पेज 6 पैरा. 1]
2. सही-सही पढ़ने के लिए हमें क्यों बहुत जतन करना चाहिए? [be-HI पेज 83 पैरा. 1-5]
3. यह क्यों ज़रूरी है कि बात करते वक्त या सिखाते वक्त हमारी बोली साफ हो? [be-HI पेज 86 पैरा. 1-6]
4. सही उच्चारण की क्या अहमियत है, और इस मामले में हमें किन बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत है? [be-HI पेज 89 पैरा. 1–पेज 90 पैरा. 3, बक्स]
5. प्रवाह के साथ बात करने के लिए कुछ सुझाव क्या हैं? [be-HI पेज 94 पैरा. 4-5, बक्स]
भाग नं. 1
6. दूसरा इतिहास 36:17-23 किस तरह बाइबल की भविष्यवाणियों के सच होने का सबूत देता है? [bsi06-HI पेज 4 पैरा. 35]
7. किन घटनाओं की वजह से यहूदी, यहोवा का भवन दोबारा बनाने के लिए सा.यु.पू. 537 में अपने वतन लौट सके? [bsi06-HI पेज 5 पैरा. 1-3]
8. एज्रा की किताब कैसे यहोवा की महिमा करती है कि वही सच्चा परमेश्वर है, और यहोवा पर हमारा भरोसा कैसे मज़बूत करती है? [bsi06-HI पेज 6, 7 पैरा. 14, 18]
9. ‘अर्तक्षत्र राजा का बीसवां वर्ष’ बाइबल के इतिहास का एक अहम साल क्यों है? (नहे. 2:1, 5, 6, 11, 17, 18) [bsi06-HI पेज 7, 8 पैरा. 2, 5]
10. नहेमायाह ने किस तरह आज के यहोवा के सेवकों के लिए एक अच्छी मिसाल रखी? [bsi06-HI पेज 8 पैरा. 16-17]
हफ्ते की बाइबल पढ़ाई
11. यहोवा से सीधे जवाब पाने के लिए, जिस ऊरीम और तुम्मीम का इस्तेमाल किया जाता था, क्या वह बाबुल से लौटे बंधुओं के लिए उपलब्ध था? (एज्रा 2:61-63)
12. बाबुल में रहनेवाले बहुत-से यहूदी, एज्रा के साथ वापस यरूशलेम लौटने के लिए क्यों राज़ी नहीं थे? (एज्रा 7:28–8:20)
13. शहरपनाह को दोबारा बनाते वक्त सिर्फ एक हाथ से काम करना कैसे मुमकिन था? (नहे. 4:17, 18)
14. अगर चिट्ठी में कुछ गुप्त बातें लिखी हों तो उसे एक थैली में डालकर बंद किया जाता था। तो फिर सम्बल्लत ने नहेमायाह को “खुली हुई चिट्ठी” क्यों भेजी? (नहे. 6:5)
15. नहेमायाह ने पुरानी बातों की तरफ मुड़नेवाले यहूदियों को ‘डांटा,’ ठीक जैसे उसने हाकिमों और रईसों को भी पहले डांटा था। इसके अलावा, उसने यहूदियों को सुधारने के लिए क्या कदम उठाया? (नहे. 13:25, 28)