परमेश्वर से मिलनेवाली दावत का लुत्फ उठाइए
1. यहोवा कैसे अपने सेवकों की आध्यात्मिक ज़रूरतें पूरी करता है?
यहोवा बड़े प्यार से अपने सेवकों की आध्यात्मिक ज़रूरतें पूरी करता है। जहाँ संसार में परमेश्वर के ज्ञान का अकाल पड़ा है, वहीं हम भरपूर मात्रा में उसका आनंद ले रहे हैं। (यशा. 65:13) साल में एक बार होनेवाला ज़िला अधिवेशन एक तरीका है, जिसमें यहोवा हमें अपनी बेहतरीन शिक्षाओं से सराबोर कर देता है। क्या आपने इस साल होनेवाले ज़िला अधिवेशन, “परमेश्वर की पवित्र शक्ति के मार्गदर्शन पर चलिए” के सभी सेशन में हाज़िर होने के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी हैं? हमारे लिए एक स्वादिष्ट और पौष्टिक दावत तैयार की गयी है।
2. अधिवेशन में जाने के लिए क्या योजनाएँ बनायी जा सकती हैं?
2 पहले से योजना: “परिश्रमी की योजनाएं निःसन्देह लाभदायक होती हैं।” (नीति. 21:5, NHT) अधिवेशन में तीनों दिन हाज़िर रहने के लिए, अगर आपको छुट्टी लेने की ज़रूरत है तो बिना देर किए अपने बॉस से इस बारे में बात कीजिए। अगर रात में कहीं ठहरने की योजना बना रहे हैं तो क्या आपने इसका इंतज़ाम कर लिया है? आप शायद दोपहर के लिए सादे खाने का भी कुछ इंतज़ाम करना चाहें ताकि आप अधिवेशन की जगह पर भाइयों के साथ मिलकर खा सकें। अधिवेशन के तीनों दिन जल्दी पहुँचने का इंतज़ाम कीजिए ताकि आप अपने लिए जगह रख सकें और शुरूआती गीत और प्रार्थना में हिस्सा ले सकें।
3. अधिवेशन के दौरान हमें किस तरह के कपड़े पहनने की योजना बनानी चाहिए?
3 अधिवेशन में हम इस बात का पूरा-पूरा ध्यान रखना चाहेंगे कि हमारा पहनावा शालीन और सलीकेदार हो। (1 तीमु. 2:9, 10) ज़िला अधिवेशन हमें लोगों को गवाही देने का एक बढ़िया मौका देता है। अधिवेशन के शहर में सलीकेदार पहनावे और बैज कार्ड पहनने से हम अलग नज़र आते हैं जिसकी वजह से लोगों पर अच्छा असर पड़ता है।
4. किस तरह हम और हमारा परिवार कार्यक्रम से ज़्यादा-से-ज़्यादा फायदा उठा सकता है?
4 ध्यान से सुनिए: बेशक परमेश्वर से मिलनेवाली इस दावत में, हम एक भी निवाला खाने से नहीं चूकना चाहते! (नीति. 22:17, 18) जब आयतें पढ़ी जाती हैं तो साथ-साथ अपनी बाइबलों में देखने और छोटे-छोटे नोट्स लेने से हम कार्यक्रम पर ध्यान दे पाएँगे और हमारा मन इधर-उधर नहीं भटकेगा। फिर शाम को हम उन नोट्स के ज़रिए कार्यक्रम की खास बातों पर दूसरों से चर्चा कर पाएँगे। हाल के सालों के अधिवेशनों में देखा गया है कि कार्यक्रम के दौरान कुछ जवान एक-साथ बैठते या बाहर खड़े होते हैं और एक-दूसरे से बात करते या मोबाइल फोन पर संदेश भेजते रहते हैं। अगर हमारे परिवार में बच्चे हैं, यहाँ तक कि अगर किशोर भी हों तो सबका साथ बैठकर कार्यक्रम सुनना फायदेमंद होगा, ऐसा नहीं होना चाहिए कि बच्चे दूसरे जवानों के साथ बैठें और आप अलग।
5. हम अधिवेशन का और ज़्यादा मज़ा कैसे ले सकते हैं?
5 संगति का मज़ा लीजिए: अगर ज़ायकेदार खाना मिल-बाँटकर खाया जाए तो उसका स्वाद दुगना हो जाता है। (नीति. 15:17) उसी तरह भाई-बहनों के साथ मिलने-जुलने से अधिवेशन का मज़ा और बढ़ जाता है। इसलिए अच्छा होगा कि जब कार्यक्रम न चल रहा हो तब पहल करके हम दूसरे भाई-बहनों से बात करें और उनकी संगति का मज़ा उठाएँ! (भज. 133:1) संगीत शुरू होने से पहले जब चैयरमैन हमसे अपनी-अपनी सीट पर बैठने की गुज़ारिश करता है तो हमें बातचीत बंद करके अपनी-अपनी सीट पर बैठ जाना चाहिए ताकि हम शुरू से कार्यक्रम का आनंद ले सकें।
6. अपना कोई अनुभव बताइए कि आपने अधिवेशन के शहर में कैसे लोगों को गवाही दी?
6 गवाही देने को हरदम तैयार रहिए: अकसर अधिवेशन के दौरान हमें गवाही देने के बढ़िया मौके मिलते हैं। अधिवेशन में आनेवाले बहुत-से भाई-बहन जब कार्यक्रम खत्म होने के बाद रेस्तराँ जाते हैं तो वेटर और दूसरे लोग उनसे बैज कार्ड पर लिखे विषय के बारे पूछते हैं। इसकी वजह से उन्हें बातचीत शुरू करने और सच्चाई के बारे में अच्छी गवाही देने का मौका मिलता है। और जब भाई-बहनों ने उन्हें अधिवेशन में आने का न्यौता दिया तो कुछ लोग हाज़िर भी हुए हैं।
7. अधिवेशन में बाइबल का कौन-सा सिद्धांत हमें एक अच्छे मसीही की तरह व्यवहार करने के लिए उकसाएगा?
7 हमारा मसीही व्यवहार इस बात की पहचान है कि हम परमेश्वर की पवित्र शक्ति के निर्देशन में चल रहे हैं: यह देखा गया है कि कुछ लोग अटेंडंट को सहयोग नहीं देते और ना ही उनके साथ ठीक से बात करते हैं। ऐसा व्यवहार मसीहियों को शोभा नहीं देता। बेशक जो लोग सिर्फ अपने बारे में ही सोचते हैं, वे अच्छी बातों पर चलनेवाले नहीं होते, और ना ही उनके ऐसे व्यवहार से परमेश्वर की महिमा होती है। इसलिए आइए, हम दूसरों से प्यार करें, धीरज दिखाएँ, सहयोग दें और अपने जीवन के हर काम से यह ज़ाहिर करें कि हम परमेश्वर की पवित्र शक्ति के मार्गदर्शन पर चलते हैं। (गल. 5:22, 23, 25) अफसोस कि सीटों को घेरने की समस्या अब तक बनी हुई है। जब 8 बजे हॉल का दरवाज़ा खुलता है तो कुछ भाई-बहन “सबसे बढ़िया” सीट पाने के लिए धक्का-मुक्की करते हुए हॉल के अंदर भागना शुरू कर देते हैं। इस तरह के भद्दे व्यवहार से कइयों को चोटें भी आयी हैं। कुछ भाइयों ने बताया है कि हालाँकि वे अपने परिवार के साथ अधिवेशन में जल्दी पहुँचते हैं, मगर देखते हैं कि ज़्यादातर सीटें पहले से ही घिरी हुई हैं। कई बार देखा गया है कि एक सदस्य पहले से आकर दरवाज़ा खुलते ही अपने परिवार और दोस्तों के लिए पूरी-की-पूरी लाइन घेर लेता है। प्यार का मतलब है, अपने हित की नहीं बल्कि दूसरों के हित की सोचना। यीशु मसीह ने भी बताया कि उसके चेलों की असल पहचान, उनके बीच सच्चे प्यार से होगी। (यूह. 13:35) अपने लिए ढेर सारी सीटें घेरने से क्या हम ऐसा प्यार दिखा रहे होंगे? हमारा मसीही प्यार हमें यीशु की इस बात को मानने के लिए उकसाता है: “इस कारण जो कुछ तुम चाहते हो, कि मनुष्य तुम्हारे साथ करें, तुम भी उन के साथ वैसा ही करो।”—मत्ती 7:12.
8. हमें आनेवाले ज़िला अधिवेशन में क्यों हाज़िर होना चाहिए?
8 अधिवेशन के कार्यक्रम की तैयारी करने, हॉल ढूँढ़ने, अलग-अलग डिपार्टमेंट का इंतज़ाम करने और उसमें दिए जानेवाले भाषणों को तैयार करने में हज़ारों घंटे लगते हैं। ये सारी कड़ी मेहनत साफ दिखाती है कि यहोवा को अपने लोगों से कितना प्यार और परवाह है। तो आइए, हम सभी हाज़िर होकर इस दावत का पूरा-पूरा आनंद लें! ऐसा करने से हम यहोवा का “हर्षित मन से जयजयकार करेंगे” जिससे दुनियावाले महरूम रहते हैं।—यशा. 65:14, NHT.
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ज़िला अधिवेशन के लिए याद रखनेवाली बातें
◼ कार्यक्रम का समय: तीनों दिन, कार्यक्रम सुबह 9:20 पर शुरू होगा। हॉल के दरवाज़े सवेरे 8 बजे खोले जाएँगे। जब राज्य संगीत बजना शुरू होता है तब हम सभी को अपनी-अपनी सीट पर बैठ जाना चाहिए, ताकि शुरूआत से ही कार्यक्रम की गरिमा बनी रहे। शुक्रवार और शनिवार को कार्यक्रम शाम 4:55 पर और रविवार को शाम 4:00 बजे खत्म होगा।
◼ पार्किंग: जिन अधिवेशनों की जगह पर पार्किंग करने की ज़िम्मेदारी हमें सौंपी जाती है, वहाँ पार्किंग मुफ्त होगी। वहाँ जैसे-जैसे गाड़ियाँ आती जाएँगी, पार्किंग के लिए उसके मुताबिक उन्हें जगह दी जाएगी। गाड़ियों में आनेवालों को अधिवेशन का बैज कार्ड पहनना चाहिए ताकि उन्हें पहचानना और जगह देना आसान हो।
◼ सीटें रखना: आप सिर्फ अपने घर में रहनेवालों या आपकी कार में सफर करनेवालों के लिए सीट रख सकते हैं।
◼ दोपहर का खाना: दोपहर के खाने के लिए अधिवेशन की जगह छोड़कर कहीं और जाने के बजाय, कृपया अपने साथ खाना लाएँ। आप खाना एक छोटे डिब्बे में ला सकते हैं जिसे आसानी से आपकी सीट के नीचे रखा जा सके। अधिवेशन में खाने के बड़े-बड़े डिब्बे, काँच के बर्तन और शराब लाना मना है।
◼ दान: ज़िला अधिवेशन का इंतज़ाम करने में काफी खर्च होता है। ऐसे इंतज़ाम की कदरदानी ज़ाहिर करने के लिए हम अपने राज्य घर में या अधिवेशन की जगह पर, दुनिया-भर में हो रहे काम के लिए अपनी इच्छा से दान कर सकते हैं। अगर आप अधिवेशन में चेक के ज़रिए दान देते हैं, तो चेक “Watch Tower” के नाम पर होना चाहिए।
◼ दुर्घटनाएँ और एमरजंसी: अगर अधिवेशन की जगह पर कोई दुर्घटना होती है या अचानक किसी की तबियत खराब हो जाती है, तो पास ही मौजूद किसी अटेंडंट को इत्तला कीजिए। वह भाई फौरन फर्स्ट-एड विभाग को खबर देगा ताकि वहाँ मौजूद काबिल लोग जायज़ा ले सकें कि मामला कितना गंभीर है और ज़रूरी मदद दे सकें। और अगर ज़रूरत पड़े तो फर्स्ट-एड विभाग के लोग ही एमरजंसी के लिए 102 नंबर पर फोन करेंगे।
◼ बधिरों के लिए: कोएमबुत्तूर, कोच्चि और बैंगलोर के अँग्रेज़ी अधिवेशन में साइन लैंग्वेज में कार्यक्रम पेश किया जाएगा।
◼ बच्चा गाड़ी: अधिवेशन की जगह पर बच्चा गाड़ियाँ लाना मना है। लेकिन अगर माता-पिता बच्चे की सेफ्टी सीट को अपनी बगल की सीट पर रखना चाहें तो रख सकते हैं।
◼ इत्र: कुछ अधिवेशन ऐसे हॉल में रखे जाते हैं जहाँ ए.सी. या एयर कूलर की वजह से सारे खिड़की-दरवाज़ों को बंद रखना पड़ता है। इसलिए आपसे गुज़ारिश है कि आप इत्र, परफ्यूम, कलोन वगैरह कम इस्तेमाल करें ताकि ऐसे लोगों को तकलीफ न हो जिन्हें साँस की बीमारी है या कोई और परेशानी है।—1 कुरि. 10:24.
◼ फॉलो अप फॉर्म्स: अधिवेशन के शहर में जब हम किसी को गवाही देते हैं और वह दिलचस्पी दिखाता है, तो उसका नाम-पता, प्लीज़ फॉलो अप (S-43) फॉर्म में भरना चाहिए। अधिवेशन में आते वक्त, प्रचारकों को अपने साथ एक या दो फॉलो अप फॉर्म लाने चाहिए। आप इस फॉर्म को सही-सही भरकर साहित्य विभाग को दे सकते हैं या फिर अधिवेशन से लौटने पर अपनी कलीसिया के सचिव को दे सकते हैं।—फरवरी 2005 की हमारी राज्य सेवकाई का पेज 6 देखिए।
◼ रेस्तराँ: रेस्तराँ में अपने अच्छे चालचलन के ज़रिए यहोवा के नाम का गौरव बढ़ाइए। कई रेस्तराँ में, बिल के मुताबिक कर्मचारियों को 10 प्रतिशत टिप या बख्शिश देने का दस्तूर होता है।
◼ होटल: (1) ज़रूरत-से-ज़्यादा कमरों की बुकिंग मत कीजिए और एक कमरे में जितने लोगों को रहने की इजाज़त है, उससे ज़्यादा लोगों को मत ठहराइए। (2) अगर आपको अपनी बुकिंग रद्द करनी है, तो फौरन होटलवालों को इत्तला कर दीजिए। (3) सामान ढोने के लिए होटल की ट्रॉली तभी लीजिए जब वाकई आपको इसकी ज़रूरत हो। और इस्तेमाल करने के बाद उसे फौरन लौटा दीजिए, ताकि दूसरे भी इस्तेमाल कर सकें। (4) अगर कमरे में खाना पकाना मना है, तो मत पकाइए। (5) कमरे की साफ-सफाई करनेवाले कर्मचारियों को हर दिन टिप दीजिए। (6) अगर आप किसी ऐसे होटल में ठहरे हैं, जहाँ मुफ्त नाश्ते, कॉफी और बरफ या ठंडे पानी का इंतज़ाम किया जाता है, तो आप उन इंतज़ामों का नाजायज़ फायदा मत उठाइए। (7) होटल में काम करनेवालों के साथ पेश आते वक्त हमेशा पवित्र शक्ति के फल दिखाइए। (8) होटलों के नाम और किराए की सूची में एक दिन का पूरा किराया बताया गया है, मगर इसमें कर शामिल नहीं है। अगर होटलवाले आपसे किसी सुविधा के लिए ज़्यादा पैसा माँगते हैं, जिसकी आपने न तो गुज़ारिश की थी और ना ही इस्तेमाल किया था, तो उसके लिए उन्हें पैसा मत दीजिए। इस बारे में जल्द-से-जल्द अधिवेशन के रूमिंग डिपार्टमेंट को इत्तला कीजिए। (9) अगर आपको होटल के कमरे के बारे में कोई शिकायत हो, तो अधिवेशन के रूमिंग डिपार्टमेंट को ज़रूर बताइए।