चेला बनाने के काम पर अपना ध्यान लगाए रखिए
1. अगर हम चाहते हैं कि लोगों का उद्धार हो, तो हमें क्या करना होगा?
1 सन् 2014 की सालाना सेवा रिपोर्ट से साफ ज़ाहिर है कि परमेश्वर के लोग जोश से राज की खुशखबरी सुना रहे हैं। (मत्ती 24:14) घर-घर प्रचार करके, ट्रैक्ट और न्यौते देने के लिए खास अभियान में हिस्सा लेकर और सरेआम गवाही देने के नए तरीके अपनाकर, हम पहले के मुकाबले कहीं ज़्यादा लोगों को बाइबल का संदेश सुना रहे हैं। लेकिन अगर हम चाहते हैं कि लोगों का उद्धार हो, तो यह ज़रूरी है कि हम उनके साथ बाइबल अध्ययन करें, ताकि वे यीशु के चेले बन सकें।—1 तीमु. 2:4.
2. खुद से कौन-से सवाल पूछने से हमें बाइबल अध्ययन शुरू करने में मदद मिलेगी?
2 बाइबल अध्ययन शुरू करने की ताक में रहिए: जब कोई व्यक्ति हमारे संदेश में दिलचस्पी लेता है, तो क्या आप उसका पता या फोन नंबर लेते हैं और फिर जल्द-से-जल्द उससे दोबारा मिलते हैं, ताकि आप बाइबल अध्ययन शुरू कर सकें? आपने पिछली बार कब घर-घर प्रचार करते वक्त किसी व्यक्ति को दिखाया था कि हम बाइबल अध्ययन कैसे करते हैं? आपने पिछली बार कब किसी ऐसे व्यक्ति के आगे बाइबल अध्ययन की पेशकश रखी थी, जिसे आप लगातार पत्रिकाएँ देते हैं? क्या आपने अपने साथ पढ़नेवालों, साथ काम करनेवालों, पड़ोसियों, रिश्तेदारों और जान-पहचानवालों को बाइबल का अध्ययन क्यों करें? और बाइबल का अध्ययन कैसे होता है? वीडियो दिखाए हैं? ट्रॉली या मेज़ पर किताबें-पत्रिकाएँ लगाकर गवाही देते वक्त, अगर कोई व्यक्ति ऐसी किताब या ब्रोशर लेता है, जिससे हम बाइबल अध्ययन कराते हैं, तो क्या आप उसे बताते हैं कि हम उसके साथ इस किताब से मुफ्त में बाइबल अध्ययन कर सकते हैं?
3. लोगों को सच्चाई सिखाने के लिए हमें क्या करना होगा?
3 यहोवा और यीशु की तरफ से मदद: यीशु ने अपने चेलों को यह आज्ञा देने से पहले कि वे ‘लोगों को चेला बनना सिखाएँ,’ कहा, “जाओ।” इस शब्द का इस्तेमाल करके यीशु हमें बता रहा था कि हमें कड़ी मेहनत करनी होगी और खुशखबरी सुनाने में पहल करनी होगी। लेकिन उसने हमें अपने हाल पर नहीं छोड़ दिया है, बल्कि उसने वादा किया है कि वह हमेशा हमारा साथ देगा। (मत्ती 28:19, 20) इसके अलावा, यहोवा ने हमें अपनी पवित्र शक्ति दी है। साथ ही, हमें सिखाया है कि हम कैसे लोगों को सच्चाई बता सकते हैं और ऐसा करने के लिए हमें किताबें-पत्रिकाएँ और वीडियो भी दिए हैं। (जक. 4:6; 2 कुरिं. 4:7) हम यहोवा से प्रार्थना कर सकते हैं कि हमारे अंदर इस ज़रूरी काम को करने की ‘इच्छा पैदा हो और हम उस पर अमल भी करें।’—फिलि. 2:13.
4. हमें चेला बनाने के काम पर अपना ध्यान क्यों लगाए रखना चाहिए?
4 खुशखबरी का प्रचार करने से हमें बहुत खुशी मिलती है। लेकिन जब हम किसी को सच्चाई सिखाते हैं और उसकी मदद करते हैं, ताकि वह भी हमारे साथ ‘जीवन की तरफ ले जानेवाले रास्ते’ पर चल सके, तो हमारी खुशी और भी बढ़ जाती है। (मत्ती 7:14; 1 थिस्स. 2:19, 20) लेकिन इससे भी बढ़कर, जब हम अपना ध्यान चेला बनाने के काम पर लगाए रखते हैं, तो हम यहोवा का दिल खुश करते हैं, जो “नहीं चाहता कि कोई भी नाश हो बल्कि यह कि सब को पश्चाताप का मौका मिले।”—2 पत. 3:9.