प्रचारकों के सवाल
◼ किसी के साथ बाइबल अध्ययन बंद करना कब सही होगा?
अगर एक विद्यार्थी तरक्की करना छोड़ देता है, तो शायद आपको सूझ-बूझ से काम लेते हुए उसे अध्ययन कराना बंद करना पड़े। (मत्ती 10:11) इन बातों पर ध्यान दीजिए: क्या वह अध्ययन करने के तय समय पर मौजूद होता है? क्या वह पहले से ही अध्ययन के लिए तैयारी करता है? क्या वह मंडली की कुछ सभाओं में आया है? वह जो बातें सीख रहा है, क्या दूसरों को भी बताता है? क्या वह बाइबल में दिए सिद्धांतों के हिसाब से अपनी ज़िंदगी में फेरबदल कर रहा है? बेशक, फैसला करने से पहले हमें उसकी उम्र और काबिलीयतों को ध्यान में रखना चाहिए और इस बात को भी नहीं भूलना चाहिए कि कुछ लोग जल्दी तरक्की करते हैं, तो कुछ लोगों को वक्त लगता है। लेकिन अगर आप बाइबल अध्ययन कराना बंद कर देते हैं, तो अपने विद्यार्थी को इस बात का यकीन ज़रूर दिलाइए कि जब वह दोबारा अध्ययन करने के लिए तैयार होगा, तो आप खुशी-खुशी उसके साथ दोबारा अध्ययन ज़रूर करेंगे।—1 तीमु. 2:4.