अपनी श्रवण-शक्ति को बचाइए!
फ्रांस में ४०० युवाओं के हाल के एक सर्वेक्षण ने प्रकट किया कि उनमें से प्रति ५ में से १ को ठीक से सुनायी नहीं देता। एक दशक पहले किए गए ऐसे ही एक अध्ययन ने दिखाया कि प्रति १० में से १ युवा को ऐसी ही श्रवण-समस्या थी। युवाओं के बीच श्रवण-समस्या में नाटकीय वृद्धि को देखते हुए, इस साल की शुरूआत में फ्रॆंच नैशनल असॆमब्ली ने पारित किया कि व्यक्तिगत स्टीरियो के ध्वनि स्तर को १०० डॆसिबल तक सीमित किया जाए।
श्रवण-समस्या का अधिकतर दोष व्यक्तिगत स्टीरियो के हॆडफ़ोन से निकलनेवाले उच्च ध्वनि स्तरों को दिया गया है। कर्ण चिकित्सक ज़ान-पयर काव कहता है कि १०० डॆसिबल से ऊँची आवाज़ कुछ ही घंटों के बाद स्थायी हानि पहुँचा सकती है। ऐसी हानि पहुँचने में मात्र कुछ मिनट लगते हैं जब आवाज़ ११५ डॆसिबल से ऊपर होती है। एक बड़ा फ्रॆंच इलैक्ट्रॉनिकस् विक्रेता, एफ.एन.ए.सी. कहता है कि उसके अधिकतर व्यक्तिगत स्टीरियो १०० डॆसिबल से अधिक ध्वनि उत्पन्न करते हैं। कुछ व्यक्तिगत स्टीरियो १२६ डॆसिबल ध्वनि दे सकते हैं, जो १०० डॆसिबल की शक्ति से ४०० गुणा है!
फ्रांसीसी श्रवण विशेषज्ञ क्रीस्टयान मेयर बीश के अनुसार, रॉक संगीत-समारोह व्यक्तिगत स्टीरियो की तुलना में शायद और अधिक युवाओं को नुक़सान पहुँचा रहे हों। सचमुच, रॉक संगीत-समारोह में नियमित रूप से जानेवालों को स्वस्थ १८-वर्षीय युवाओं की तुलना में कहीं अधिक श्रवण-समस्या थी। इसमें आश्चर्य नहीं कि फ्रॆंच नैशनल असॆमब्ली के उपाध्यक्ष ज़ान-फ्रान्सवा माटे ने चिताया: “हम बहरे लोगों की पीढ़ी बना रहे हैं।”
सो अपनी श्रवण-शक्ति बचाने के लिए: आवाज़ का ध्यान रखिए!