संघटित अपराध क्यों फलता-फूलता है?
अमरीकी निषेध युग (१९२०-३३) का कुख्यात बदमाश, एल कैपोन ने दावा किया कि वह नियम—आपूर्ति और माँग के नियम—को पूरा करनेवाला महज़ एक व्यापारी था। जापान के सबसे बड़े याकूज़ा संघ के वकील ने कहा: “आप इनकार नहीं कर सकते कि [सॆक्स, नशीली दवाइयों, और जुए की] गतिविधियों की अत्यधिक माँग है।” यह माँग संघटित अपराध को विकसित करती है। हालाँकि कोई भी व्यक्ति अपराध का शिकार होना पसंद नहीं करता, कुछ शायद आपराधिक संघटनों की ओर मुड़ें और उनकी सेवाओं का लाभ उठाएँ।
मिसाल के तौर पर, उन संरक्षण रैकॆटों को लीजिए जिन्हें अनेक देशों में गुट के सदस्य आमदनी के स्रोत के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। हालाँकि कभी-कभी उनका निशाना ईमानदार दुकानदार होते हैं, लेकिन वे सामान्यतः ऐसों को अपना शिकार बनाते हैं जो दो-नंबरी धंधा करते हैं। शिनयूकू, टोक्यो के एक कसीनो के मालिक, जो क्रीड़ा-शाला की आड़ में अपने व्यवसाय का संचालन करता है, ने कहा: “एक क्लर्क को छुरा घोंपा गया, और उससे २० लाख [येन ($२०,०००)] लूटा गया। लेकिन हम पुलिस को नहीं बुलाते।” क्यों नहीं? “चूँकि हम एक ग़ैरकानूनी कार्य (जुए के धंधे) में अंतर्ग्रस्त हैं, तो हम नहीं चाहते कि पुलिस के साथ हमारा कोई वास्ता हो। जब हमारे स्टोर में एक ग्राहक गुंडागर्दी पर उतर आता है, तो हम याकूज़ा को बुलाते हैं।” यह कसीनो संचालक याकूज़ा को हर महीने $४,००० देता है, जो कि उस दरमियान उसके द्वारा अपने ग़ैरकानूनी व्यापार के ज़रिए बटोरे गए $३,००,००० के मुनाफ़े की तुलना में एक छोटा-सा मेहनताना है। यह रक़म कहाँ से आती है? उन लोगों की जेबों से जो ग़ैरकानूनी जुए का लुत्फ़ उठाते हैं।
यही बात उन प्रतिष्ठित व्यापारों के बारे में भी सच है जो समस्याओं को टालना चाहते हैं। न्यू यॉर्क के एक अधिकारी ने अनुमान लगाया कि $१.५-करोड़-प्रति-साल कमानेवाले एक पेंटिंग ठेकेदार ने बदमाशों को घूस देने के द्वारा $३८ लाख बचा लिए। इससे ठेकेदार को कम-वेतन के श्रमिकों को इस्तेमाल करने का और गुट-नियंत्रित संघ से जूझने से दूर रहने का मौक़ा मिला। जापान में, आर्थिक समृद्धि के एक दौर के दौरान, पूँजीपतियों ने अपना पैसा भूसंपत्ति में लगाया और लंबी-चौड़ी इमारतों के लिए जगह बनाने के वास्ते पुराने मकानों और दुकानों को तहस-नहस कर दिया। जब निवासी वहाँ से हटने का नाम नहीं लेते या अपनी ज़मीन नहीं बेचते, तो पूँजीपति जीऑगेआ, अधिकतर याकूज़ा-संबंधी कंपनियों, को उन्हें निकाल-बाहर करने के लिए बुलवाते।
जब याकूज़ा ने देखा कि ८०-आदि के दौरान पैसा उधार लेना और कमाना कितना आसान था, तब उन्होंने कंपनियाँ बनायीं और भूसंपत्ति और मूलधन सट्टेबाज़ी में कूद पड़े। बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने इन कंपनियों में खूब पैसा लगाया, स्पष्टतया अपने ही मुनाफ़े की मंशा से। लेकिन जब बुलबुला आख़िरकार फूट गया, तब बैंकों को अपनी रक़म वापस पाने में काफ़ी कठिनाइयाँ हुईं। जापान में लंबी मंदी के बारे में बात करते वक़्त, एक भूतपूर्व पुलिस अधिकारी ने न्यूज़वीक (अंग्रेज़ी) में कहा: “अतिदेय-उधार की समस्याओं का हल जल्दी नहीं हो पाता इसकी असली वज़ह यह है कि उनका एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा संघटित अपराध से जुड़ा हुआ है।”
वाक़ई, संघटित अपराध ऐसी जगह जड़ पकड़ता और पनपता है जहाँ लोग अपनी वासनाओं को तृप्त करने के लिए लालायित रहते हैं, चाहे उन्हें पूरा करने का ज़रिया कुछ भी क्यों न हो। मौज़-मस्ती, सॆक्स, और पैसे का लालच नशीले-पदार्थों के अवैध विक्रय, वेश्यावृत्ति, जुएबाज़ी, और सूदख़ोरी के लिए प्रजनन स्थल प्रदान करता है। ऐसी गतिविधियों में अंतर्ग्रस्त होने का अर्थ सामान्यतः गुट को पोषित करके ताक़तवर बनाना होता है। यह कितना सच है कि संघटित अपराध ऐसे लोगों की माँगों को पूरा करता है जो अपनी शारीरिक कामनाओं को तृप्त करने पर उतारू होते हैं!
झूठी पारिवारिक प्रणाली
ग़ैरकानूनी कार्रवाइयों की माँग के अलावा, आज एक और ज़रूरत है जिस पर संघटित अपराध पनपता है। जापान के एक सबसे बड़े याकूज़ा संघ के दिवंगत सरगना ने दावा किया कि वह भगोड़ों को लेता और उनकी देखरेख करता था और इस प्रकार उन्हें बुरे बनने से रोकता था। उसने दावा किया कि वह गिरोह-सदस्यों के लिए एक पिता था। अधिकांश आपराधिक संघ, चाहे वे किसी भी राष्ट्रीयता के क्यों न हों, अपने संघटन को ऐसे झूठे पारिवारिक रिश्तों पर निर्माण करते हैं।
मिसाल के तौर पर, ची सॆनa को लीजिए, जो हांग कांग के एक ग़रीब परिवार से है। उसका पिता उसे अकसर छोटी-मोटी बातों के लिए हिंसक रूप से पीटता। युवा ची सॆन विद्रोही हो उठा और अंततः १२ वर्ष की आयु में एक कुख्यात त्रिकोण के गुट से जा मिला। आपराधिक संघटन में, उसने ऐसी जगह पायी जहाँ उसे “अपनापन” महसूस हुआ। सशस्त्र लड़ाई में उसकी बहादुरी के कारण, उसे जल्द ही ऐसे पद पर पदोन्नत कर दिया गया जहाँ उसके अधिकार में कई लोग थे। अंततः, जब वह केवल १७ वर्ष का था, उसे जेल भेज दिया गया।
ची सॆन की तरह अनेक लोग आपराधिक संघटनों की ओर उस पारिवारिक बंधन को पाने के लिए मुड़ते हैं जो घर में ग़ैरमौजूद था। सदस्य परवाह करने का दावा करते हैं, लेकिन युवा जन अकसर निरुत्साहित हो जाते हैं जब वे पाते हैं कि हरेक सदस्य मुख्यतः अपने बारे में दिलचस्पी रखता है।
ज्योतिर्मय स्वर्गदूत
जब जापान के सबसे बड़े अपराध संघ को १९९२ में एक नए गुट-विरोधी नियम के तहत एक हिंसक समूह के तौर पर नामोद्दिष्ट किया गया, तब उसका एक सरदार इस बात पर अड़े रहा कि वह समूह अपने आपको “दिलेर” समझता है, और दुष्टता के विरुद्ध लड़ता है। जब १९९५ में कोबे में एक भयंकर भूकम्प हुआ, तब उसी गिरोह ने भोजन, पानी, और अन्य ज़रूरी सामान अपने पड़ोसियों को वितरित किया। “ऐसी उदारता निश्चित ही जापान में याकूज़ा की स्थायी छवि को सम्मान-योग्य डकैतों के तौर पर बुलंद करेगी,” असाही ईवनिंग न्यूज़ (अंग्रेज़ी) रिपोर्ट करता है।
आपराधिक संघों के बॉसों ने एक हितैषी आडंबर बनाए रखने की अकसर कोशिश की है। कोलम्बिया के मेदॆलिन नशीले पदार्थ अवैध-संघटन के कुख्यात सरगना, पैबलो एस्कोबार अपने शहर के झुग्गी-झोंपड़ीवाले निवासियों के लिए “देवता-समान था—अंशतः मसीहा, अंशतः रॉबिन हुड, अंशतः धर्मपिता, पात्रोन अर्थात् बॉस के लगभग सामंतवादी अर्थ में,” एना कैरिगन ने न्यूज़वीक में लिखा। उसने बच्चों के लिए स्केटिंग रिंक्स और ग़रीबों के लिए अच्छे मकान बनवाए, और उसने सड़कों पर रहनेवाले बच्चों को नौकरी दी। वह उन लोगों के लिए एक हीरो था जो उसकी उदारता से लाभ प्राप्त करते थे।
हालाँकि, ऐसे अपराधी जो प्रतीयमानतः अपने संघों के पीछे सुरक्षित रूप से छिपे रहते हैं, वे एक विश्वव्यापी प्रवीण अपराधी के केवल मोहरे हैं। बाइबल प्रकट करती है कि वह कौन है। “शैतान आप भी ज्योतिर्मय स्वर्गदूत का रूप धारण करता है। सो यदि उसके सेवक भी धर्म के सेवकों का सा रूप धरें, तो कुछ बड़ी बात नहीं परन्तु उन का अंत उन के कामों के अनुसार होगा।” (२ कुरिन्थियों ११:१४, १५) आज, अधिकांश लोग यह विश्वास नहीं करते कि शैतान एक वास्तविक व्यक्ति है। एक १९वीं-शताब्दी के फ्रांसीसी कवि ने कहा: “इब्लीस का चतुरतम झाँसा आपको यह मनवाना है कि वह अस्तित्त्व में है ही नहीं।” वह पीछे घात लगाए बैठता है और केवल आपराधिक संघों को ही नहीं बल्कि पूरे जगत में जो हो रहा है उसको नियंत्रित करता है। “सारा संसार उस दुष्ट के वश में पड़ा है,” बाइबल समझाती है। यीशु ने शैतान को “आरम्भ से [एक] हत्यारा, . . . झूठा . . . बरन झूठ [के] पिता” के तौर पर वर्णित किया।—१ यूहन्ना ५:१९; यूहन्ना ८:४४.
बाइबल भविष्यवाणियाँ प्रकट करती हैं कि शैतान अर्थात् इब्लीस ख़ासकर १९१४ से सक्रिय रहा है। उस साल से, वह परमेश्वर के लोगों के विरुद्ध पूरे दम-खम से युद्ध में अपने दल को संघटित करता रहा है। वह मानवजाति को अव्यवस्था के एक भँवर में खींच रहा है। वही प्रमुख कारण है कि क्यों अपराध और आपराधिक संघटन आज पनप रहे हैं।—प्रकाशितवाक्य १२:९-१२.
क्या पृथ्वी के आपराधिक संघटनों के पीछे जिस उस्ताद का हाथ है, उसे कभी हटाया जाएगा? क्या मानवजाति कभी शांति और व्यवस्था का लुत्फ़ उठाएगी? क्या आप इस दुष्ट साम्राज्य से मुक्त हो सकते हैं जिसे शैतान ने आज इस पृथ्वी पर बना रखा है?
[फुटनोट]
a अंतर्ग्रस्त लोगों की सुरक्षा के लिए कुछ नामों को बदल दिया गया है।
[पेज 7 पर बक्स]
अपने परिवार की रक्षा कैसे करें
एक स्नेहिल, संयुक्त पारिवारिक माहौल की कमी युवजनों को आपराधिक संघों के लिए आसान शिकार बना सकती है। ऐसा रिपोर्ट किया जाता है कि अमरीका में, अधिकांश युवजन जो गिरोह हत्याओं में अंतर्ग्रस्त होते हैं, वे कम संपन्न परिवारों से होते हैं। “कम सुविधा-प्राप्त होने के कारण,” उत्तर कैरोलिना के एक नज़रबंदी केंद्र का एक अधिकारी कहता है, “वे बॉस और अनुचरों के बीच मौजूद मज़बूत बंधन से, और एक संघटन का सदस्य होने की अभिन्नता की अनुभूति से बहुत आसानी से भाव-विह्वल हो उठते हैं, जिसे वे अपनी ज़िंदगी में पहली बार अनुभव करते हैं।”
समान रीति से, पूर्वी देश में एक युवा याकूज़ा जो अपने बॉस के लिए एक ज़िंदा ढाल तक बनने को तैयार है, कहता है: “घर पर मैं हमेशा ही अकेला था। हालाँकि हम एक परिवार थे, लेकिन मैंने कभी महसूस नहीं किया कि हम खुले दिल से बात कर सकते थे। . . . लेकिन अब मैं साथियों के साथ खुले दिल से बात कर सकता हूँ।” अकेला महसूस कर रहे युवा ऐसे आपराधिक संघटन के सदस्यों के प्रति आभारी महसूस करते हैं जो उन्हें एक परिवार-समान प्रणाली में खींच लेते हैं।
“याकूज़ा के लोग बहुत, बहुत परवाह करनेवाले लोग हैं,” ओकिनावा की बाइक-चलानेवाली लड़कियों के समूह की मुखिया कहती है। “शायद यह उनकी चालाकी हो; लेकिन, देखिए, चूँकि हमसे कभी-भी कोमलता से बर्ताव नहीं किया गया, तो यह हमें भाव-विह्वल कर देता है।” अपचारी लड़कियों के सुविधा-स्थल का एक निरीक्षक पुष्टि करता है कि बदमाश “लड़कियों के दिल जीतने में वास्तव में माहिर हैं।” जब अकेला महसूस करनेवाली लड़कियाँ उन्हें मध्य-रात्रि को बुलाती हैं, तो वे बदमाश फ़ौरन उनके पास पहुँचते हैं और बिना कोई लैंगिक प्रस्ताव रखे उनकी बातों को सुनते हैं।
उनकी परवाह करनेवाली मनोवृत्ति केवल तब तक टिकती है जब तक वे उन युवजनों को पूरी तरह से नहीं जीत लेते जिनका वे शिकार कर रहे हैं। एक दफ़ा जब युवजन फँस जाते हैं, तो उन्हें पूरी तरह शोषित किया जाता है—लड़कियों को वेश्यावृत्ति में और लड़कों को अपराध जगत में।
आप अपने प्रियजनों की रक्षा कैसे कर सकते हैं?
“हे बच्चेवालो, अपने बालकों को तंग न करो, न हो कि उन का साहस टूट जाए।” (कुलुसियों ३:२१) यह माता-पिताओं को अनुज्ञात्मक होने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रहा है। एक बाइबल नीतिवचन यूँ कहता है: “जो लड़का योंही छोड़ा जाता है वह अपनी माता की लज्जा का कारण होता है।” (नीतिवचन २९:१५) इसके बजाय, बाइबल पिताओं को प्रोत्साहित करती है—माताओं को भी—कि वे अपने बच्चों के साथ बर्ताव करते वक़्त यथोचित रहें, उनकी सुनें, और उनके साथ खुला संचार रखें। तब जाकर बच्चे, जब वे अपने आपको दुविधा में पाते हैं, अपने माता-पिताओं से दिल की बात कहने के लिए प्रेरित होंगे।
खुला संचार रखने के अलावा, माता-पिताओं को अपने बच्चों को जीवन में मान्यताएँ प्रदान करने की ज़रूरत है। एक पिता ऐसा मार्गदर्शन कहाँ पा सकता है? बाइबल कहती है: “हे बच्चेवालो अपने बच्चों को रिस न दिलाओ परन्तु प्रभु की शिक्षा, और चितावनी देते हुए, उन का पालन-पोषण करो।” (इफिसियों ६:४) पारिवारिक बाइबल अध्ययन सत्रों के ज़रिए अपने बच्चों के साथ बाइबल पर विचार करने के लिए समय निकालिए। और उनके हृदयों में यहोवा का एक हितकर भय बिठाइए ताकि वे अपने लाभ के लिए हमेशा यहोवा के मार्गदर्शन का पालन करें।—यशायाह ४८:१७.