अमरीका के आदिवासी और बाइबल
जबसे यूरोप के लोगों ने अमरीका महाद्वीप पर आक्रमण किया है, तभी से कई लोगों ने अमरीका के आदिवासियों को बाइबल सिखाने की कोशिश की है।
सत्रहवीं सदी से आज तक पूरी बाइबल का अनुवाद उत्तर अमरीका के आदिवासियों की छः भाषाओं में किया जा चुका है। पहली थी जॉन ऎलिअट की बाइबल, जो मैसाचूसॆट्स में बॉस्टन और रॉक्सबॆरी के निकट रहनेवाली मैसाचूसॆट जाति के लिए १६६३ में छापी गयी। एनसाइक्लोपीडिया ऑफ नॉर्थ अमॆरिकन इंडियन्स में हार्वी मार्कोविट्स लिखता है: “उपनिवेश बसानेवाले अधिकतर लोगों ने जिस निष्कपटता से [एक] समझौता किया [कि “नयी दुनिया के ‘जंगलियों’ को ‘सभ्य’ बनाएँगे”] उस पर आज कई इतिहासकार संदेह करते हैं, लेकिन ऎलिअट की गहरी लगन इससे देखी जा सकती है कि उसने मैसाचूसॆट भाषा सीखने और उसकी एक लिपि तैयार करने में पंद्रह साल मेहनत की ताकि बाइबल की लिखित प्रति बनायी जा सके। ऎलिअट ने इस कठिन काम को ‘धार्मिक और पवित्र काम समझा, जिसे भय, सावधानी और श्रद्धा के साथ किया जाना था।’ ”
हालाँकि बाइबल के कुछ भागों का अनुवाद आदिवासी अमरीकियों की अन्य भाषाओं में किया गया, लेकिन पूरी बाइबल को दूसरी भाषा में प्रकाशित करने के लिए दो सौ साल लग गये। यह संस्करण ब्रिटिश एण्ड फॉरॆन बाइबल सोसाइटी के सहयोगियों ने पश्चिमी क्री भाषा (१८६२) में निकाला। जल्द ही दूसरे अनुवाद छपे: पूर्वी उत्तरध्रुवीय इंनुइट (१८७१); डकोटा या पूर्वी सू (१८८०); उपध्रुवीय अमरीकी भाषा, ग्विचन (१८९८)।
हाल में पूरी बाइबल का अनुवाद नवाहो भाषा में किया गया है। उसे ४१ साल की तैयारी और दो बाइबल संस्थाओं के बीच सहयोग से १९८५ में प्रकाशित किया गया। आज आदिवासी अमरीकियों की कम-से-कम ४६ भाषाओं में इब्रानी और यूनानी शास्त्र के कुछ भाग उपलब्ध हैं।
किन्होंने पहल की है?
मार्कोविट्स कहता है: “यह महत्त्वपूर्ण है . . . कि बाइबल अनुवाद का काम मुख्य रूप से प्रोटॆस्टॆंट लोगों ने किया है।” यही लेखक आगे कहता है कि दूसरी वैटिकन परिषद् (१९६२) से पहले, कैथोलिक चर्च ‘आम लोगों के बीच बाइबल बाँटने का प्रोत्साहन नहीं देता था। चर्च का मानना था कि आम लोगों के पास सही प्रशिक्षण नहीं है जिससे कि वे बाइबल के पाठों की सही समझ पा सकें।’
इस समय कई बाइबल संस्थाएँ अनुवाद के कम-से-कम २० उपक्रमों में लगी हुई हैं। वे उत्तर अमरीका के आदिवासी अमरीकियों की भाषाओं में अनुवाद का काम कर रही हैं, जिनमें शाइऐन, हावासूपाई, मिकमैक और ज़ूनी भाषाएँ शामिल हैं। नवाहो जाति के लिए यूनानी शास्त्र का एक नया संस्करण तैयार किया जा रहा है। दूसरे अनुवाद केंद्रीय और दक्षिण अमरीका के आदिवासियों के लिए किये जा रहे हैं।
यहोवा के साक्षी किसी प्रोटॆस्टॆंट संगठन से संबंध नहीं रखते। लेकिन, वे सभी आदिवासी अमरीकियों के लिए काम कर रहे हैं और इसके फलस्वरूप अनेक आदिवासी अमरीकी ऐसे “नए आकाश और नई पृथ्वी” के बारे में बाइबल की सच्चाइयों को स्वीकार कर रहे हैं, जिनमें धार्मिकता वास करेगी। (२ पतरस ३:१३) साक्षी उन्हीं बाइबलों को इस्तेमाल कर रहे हैं जो अमरीका के आदिवासियों की भाषाओं में आज उपलब्ध हैं। वे वॉच टावर सोसाइटी द्वारा आदिवासी अमरीकियों के लिए अनुवादित बाइबल साहित्य भी इस्तेमाल करते हैं। इनमें आइमरा, इनूकटिटूट, इराक्वाय, कॆचवा, क्री, ग्वारानी, डकोटा, नवाहो और दूसरी नौ भाषाएँ शामिल हैं।—सितंबर ८, १९९६ की सजग होइए! (अंग्रेज़ी) देखिए।
[पेज 20 पर तसवीर]
“यहोवा” नाम नवाहो बाइबल में भजन ६८:४ में आता है