एक सार्वभौम हर्ष
“देखो, मेरे दास हृदय की उत्तम दशा के कारण हर्ष के मारे जयजयकार करेंगे।” (यशायाह ६५:१४, न्यू.व.) यों यहोवा ने अपने भविष्यवक्ता यशायाह के ज़रिए कहा, और यहोवा के गवाहों के बीच उनके शब्दों का क्या ही शानदार पूर्ति हो रही है! उनके हृदय का हर्ष कहाँ से आता है? यहोवा परमेश्वर को दी उनकी संयुक्त उपासना से। वह “आनन्दित परमेश्वर” हैं, और जो उनकी उपासना करते हैं, वे “यहोवा के कारण मगन” हैं। (१ तीमुथियुस १:११, न्यू.व.; जकर्याह १०:७) जैसे-जैसे वे मिलकर राज्य के सुसमाचार का प्रचार करते हैं और अपने परमेश्वर के लिए एक सार्वभौम जयजयकार उत्पन्न करते हैं, वैसे-वैसे इस हर्षमय भक्ति के कारण वे एक जाति में संयुक्त हो जाते हैं।—प्रकाशितवाक्य ७:९, १०.
“एक ऐसा हर्ष जो कोई भी नहीं छीन सकता”
सचमुच, परमेश्वर के नाम और राज्य का प्रचार करना यहोवा के गवाहों के लिए निरन्तर हर्ष का स्रोत है। (मरकुस १३:१०) वे भजनहारे के शब्दों के प्रति अनुक्रिया दिखाते हैं: “उसके पवित्र नाम की बड़ाई करो; यहोवा के खोजियों का हृदय आनन्दित हो!”—भजन १०५:३.
अक़सर, ऐसा करने के लिए वे कई बाधाओं को सर करते हैं। स्पेन में, इसिद्रो ने खुद को यहोवा के लिए समर्पित किया, और वह उनके बारे में दूसरों से बात करना चाहता था। लेकिन वह एक ट्रक चालक है जिसके पास सीमित ही खाली समय रहता है, और वह रात भर लंबे सफ़र करके दिन में सोया करता है। इसिद्रो दूसरे ट्रक चालकों को सुसमाचार सुनाना चाहता था, पर वह ऐसा कैसे कर सकता था?
उसने अपने ट्रक में एक सी.बी. रेडियो (ग़ैरसरकारी रेडियो, जो नागरिकों के निजी प्रयोग के लिए सरकारी तौर पर दिया जाता है) लगा दी जो वह दूसरे चालकों से बात करने के लिए उपयोग कर सकता था। उसने जल्दी ही एक बहुत ही कम इस्तेमाल किए जानेवाले चॅनेल, नं. १३, को ढूँढ़ निकाला, और उसने उसका फ़ायदा लेने का निश्चय लिया। बेशक, जब उसने पहले दूसरे ट्रक चालकों को सुझाया कि वे सी.बी. रेडियो पर से बाइबल के बारे में बातें करें, प्रतिक्रिया काफ़ी नकारात्मक थी। लेकिन कुछ लोगों ने सुना। ख़बर फैल गयी, और उन स्पेनी ट्रक चालकों में से और भी ज़्यादा ट्रक चालक चॅनेल १३ को सुनने लगे। हाल में, इसिद्रो को पता चला कि कम से कम एक व्यक्ति उसके बाइबल अभ्यास को आगे बढ़ाने के लिए क़दम ले रहा है।
इटली में एक मनुष्य ने किसी बस में हुई एक बातचीत के ज़रिए यहोवा के गवाहों के बारे में सुना। उसकी पत्नी किसी सहेली के ज़रिए उनसे मिली। दोनों ने बाइबल का अभ्यास किया और जो उन्होंने सीखा, उसे अपने दोस्तों को बताने के लिए वे उत्सुक थे। वे इस तरह उत्सुक थे कि उस आदमी ने अपनी कंपनी में मिल रही तरक़्क़ी को अस्वीकार कर दिया और पत्नी ने अपनी अच्छी आमदनी लानेवाली नौक़री छोड़ दी ताकि वे दूसरों को राज्य का सुसमाचार सुनाने में अधिक समय बिता सकें। क्या यह क़दम इस के योग्य साबित हुआ? जी हाँ। वह आदमी कहता है: “जिस समय से हम सच्चाई में आए हैं, उस समय से मेरी पत्नी को और मुझे २० लोगों को परमेश्वर के उद्देश्य का यथार्थ ज्ञान पाने की मदद करने का हर्ष मिला है। जब शाम होती है, और यहोवा की सेवा में बीताए हुए पूरे दिन के बाद मैं घर लौटता हूँ, तब सच है कि मैं थकावट महसूस करता हूँ। लेकिन मैं खुश हूँ, और मैं यहोवा को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने मुझे एक ऐसा हर्ष दिया है जो कोई भी मुझ से नहीं छीन सकता।
“पृथ्वी की छोर तक”
जो लोग परमेश्वर की हर्षमय राष्ट्र में हैं, वे जहाँ कहीं भी हों, समान उत्साह दिखाते हैं, “पृथ्वी की छोर तक” भी। (प्रेरितों. १:८) उत्तरी ग्रीनलैंड की तुलना में ऐसी बहुत कम जगह हैं जिन्हें पृथ्वी की छोर से अधिक दूर कहा जा सकता है। परन्तु, वहाँ भी, आर्कटिक सर्कल (उत्तरध्रुवीय वृत्त) से २०० मील उत्तर की दिशा में, इलुलिस्सात नाम जगह में एक छोटी मण्डली है, जिस में १९ लोग हैं। वे वही सुसमाचार सुनाते हैं, जो वह इटालियन पति-पत्नी सुनाते हैं, और पिछले वर्ष सात ग्रीनलैंड वासियों को यहोवा के प्रति अपने समर्पण के प्रतीक के रूप में बपतिस्मा लेते देखकर वे पुलकित हो उठे थे।
ग्रीनलैंड से कई हज़ार मील दूर, भारतीय महासागर में मोरिशियस नाम के उपोष्ण द्वीप पर, अंजिनी को वही हर्ष प्राप्त है। पहले-पहले अंजिनी के लिए स्थिति कठिन थी। मोरिशियस में मसीही सभाओं में जाना और परमेश्वर के बारे में सरेआम प्रचार करना, भारतीय हिंदु उद्गम की एक कुँवारी लड़की के लिए उपयुक्त कार्य नहीं समझे जाते हैं। लेकिन अंजिनी दृढ़प्रतिज्ञ रही। अब, मसीही जीवन में पहला क़दम रखने के नौ साल बाद, उसके कुछ रिश्तेदार भी बाइबल का अभ्यास कर रहे हैं।
अंजिनी के संबंध में एमिलियो का ज़िक्र भी किया जाना चाहिए, जो दुनिया के दूसरे कोने में, हॉन्ड्यूराज़ में रहता है। एमिलियो ने कार्यस्थल में अपने साथियों को बाइबल पर विचार-विमर्श करते सुना और अनुरोध किया कि उसका भी समावेश हो। वह पढ़ नहीं सकता था पर जब बाइबल के वचन पढ़े जाते थे तब वह प्रसन्नता से सुनता था। जैसे-जैसे मसीही सच्चाई उसके हृदय में बसने लगी, एमिलियो ने अपनी अनैतिक जीवन-शैली त्याग दी और अत्याधिक शराब पीना छोड़ दिया। यहोवा के गवाहों ने उसे पढ़ना-लिखना सिखाया, और अब वह परमेश्वर की हर्षमय राष्ट्र में एक सेवक है।
हॉन्ड्यूराज़ से हज़ारों मील दूर उत्तर-पश्चिमी दिशा में, अलॅस्का में एक एस्किमो माता ने वही मसीही सच्चाई सीखी। यह महिला एक बहुत ही विविक्त गाँव में रहती थी, और यहोवा के गवाहों के साथ उसका एकमात्र संपर्क डाक के द्वारा था। इसलिए उसने डाक के द्वारा अभ्यास किया, डाक के द्वारा अपने सवाल पूछे, और अब उत्साह से अपने पड़ोसियों को वे सारी बातें बताती है जो वह जानती है। ऐसे मिसाल लगभग अपरिमित रूप से बताए जा सकते हैं। सारी पृथ्वी में, विनम्र लोग “आनन्द से यहोवा की आराधना” करने के लिए आ रहे हैं।—भजन १००:२.
“आपस में प्रेम रखो”
सब को आर्किषत करनेवाली बात वह प्रेम है जो परमेश्वर की हर्षमय राष्ट्र में मौजूद है। यीशु ने कहा: “यदि आपस में प्रेम रखोगे तो इसी से सब जानेंगे, कि तुम मेरे चेले हो।” (यूहन्ना १३:३५) मसीही प्रेम इन सच्चे मसीहियों की रोज़मर्रा ज़िन्दगी में, और ख़ास कर विपत्ति के समय में, दिखाई देता है।
एक आफ्रीकी देश में जहाँ, दुःख से, यहोवा के गवाहों के कार्य पर रोक लगायी गयी है, एक बहुत ही सख़्त सूखा चल रहा था। दस हज़ार लोगों की मृत्यु हुई, तथा गाय-बैल के पूरे झुण्ड के झुण्ड ही मर गए। गवाह कैसे ज़िन्दा रह सके? पौधों की जड़ों तथा ॲवोकाड़ो (एक क़िस्म का फल) के पकाए हुए बीजों को खाकर! लेकिन आकस्मिक रूप से उनकी दुर्दशा का निवारण किया गया जब, परमेश्वर की मदद से, दूसरे देशों के गवाहों ने अप्रत्याशित रूप से २५ टन राहत सामान को भीतर भेजने की अनुमति हासिल की। वास्तव में, प्रतिबन्ध के बावजूद, इस सामान के साथ सेना को मार्गरक्षण के लिए भेजा गया ताकि ये सुरक्षित रूप से गवाहों को पहुँचाए जाएँ!
सचमुच, वे आफ्रीकी गवाह उनके लिए अपने भाइयों के प्रेम का यह प्रमाण पाकर अति हर्षमय हुए, जब उन्होंने यशायाह के शब्दों की पूर्ति का अनुभव किया: “सुनो, यहोवा का हाथ ऐसा छोटा नहीं हो गया कि उद्धार न कर सके, न वह ऐसा बहरा हो गया है कि सुन न सके।”—यशायाह ५९:१.
एक शान्तिप्रिय लोग
विनम्र लोग परमेश्वर की हर्षमय राष्ट्र की ओर इसलिए भी आकर्षित होते हैं कि उसके सदस्यों ने इस संसार के युद्ध-समान तौर-तरीक़ों को त्याग दिया है और उन्होंने ‘अपनी तलवारों को हल के फाल बनाए हैं।’ (यशायाह २:४) एल साल्वाडोर में, एक भूतपूर्व सैनिक का घर उसके सैन्य पेशे की यादगारों से भरा था। लेकिन जब वह यहोवा के गवाहों के साथ बाइबल का अभ्यास करने लगा, उस ने शान्तिप्रिय रुचियाँ विकसित कीं। आख़िरकार, उसने अपने घर से ऐसा सब कुछ निकाल दिया जो युद्ध से संबंध रखता था और वह उत्साह से प्रचार कार्य करने लगा।
जब सरकार-विरोधी दलों ने उसके गाँव पर क़ब्ज़ा कर लिया, उसे क़ैदी बनाकर ले जाया गया—प्रत्यक्ष रूप से किसी ने बताया था कि वह एक भूतपूर्व सैनिक था। परन्तु, उसने समझाया कि वह अब एक सैनिक नहीं बल्कि यहोवा का एक गवाह है। विद्रोहियों ने उस पर आरोप लगाया कि उसके घर में हथियार छिपाए गए हैं, लेकिन खोज करने पर कुछ भी नहीं मिला। विद्रोहियों के सरदार ने फिर पड़ोसियों को इस आदमी के बारे में पूछा। ठेठ टिप्पणी यही थी: “वह हर दिन सड़क की इस तरफ़ और फिर उस तरफ़ जाकर बाइबल के बारे में प्रचार करता रहता है।” उस आदमी को छोड़ दिया गया। बेशक, उसके उत्साह ने उसकी जान बचायी थी।
एक आफ्रीकी देश से एक रिपोर्ट दो सैनिकों के बारे में बताता है जिन्होंने यहोवा के गवाहों के साथ बाइबल का अभ्यास किया। एक सरकार की सेना में सेवा करता था, और दूसरा विद्रोहियों के लिए लड़ता था। आख़िरकार, दोनों ने निश्चय किया कि वे ‘अपनी तलवारों को हल के फाल बनाएँगे’ और उन्होंने सेना से इस्तीफ़ा दे दिया। जब वे पहली बार सभाओं में गए, तब सरकार-विरोधी सैनिक ने दूसरे को पूछा: “तुम इधर क्या कर रहे हो?” उसने जवाब दिया: “और तुम, तुम यहाँ क्या कर रहे हो?” “फिर,” रिपोर्ट आगे बताता है, “एक दूसरे को गले लगाकर, उन्होंने खुशी के आँसू बहाए क्योंकि वे शान्ति में साथ रह सकते थे।” बेशक इन दोनों भूतपूर्व सैनिकों ने परमेश्वर से प्रार्थना की होगी: “हे परमेश्वर, हे मेरे उद्धारकर्त्ता परमेश्वर, मुझे हत्या के अपराध से छुड़ा ले, तब मैं तेरे धर्म का जयजयकार करने पाऊँगा।”—भजन ५१:१४.
“तू ने मेरे दुःख पर दृष्टि की है”
“मैं तेरी करुणा से मगन और आनन्दित हूँ, क्योंकि तू ने मेरे दुःख पर दृष्टि की है, मेरे कष्ट के समय तू ने मेरी सुधि ली है।” (भजन ३१:७) यों भजनहारे ने प्रार्थना की, और अनेक आज इसलिए आनन्द मनाते हैं कि परमेश्वर का वचन उन्हें अपने कष्ट सहने की मदद करता है। फ्रांस में यहोवा की एक गवाह एक ऐसी औरत के साथ अभ्यास करती है जो स्किज़ोफ्रेनिया (एक मानसिक रोग) से पीड़ित है। इस औरत का मनश्चिकित्सीय उपचार काफ़ी समय से हो रहा था, लेकिन इस से कोई फ़ायदा नहीं हुआ था। उसका अभ्यास शुरु करने के एक हफ़्ते बाद, मनश्चिकित्सक ने पूछा: “क्या तुम सचमुच समझ पाती हो, यह औरत क्या तुम्हें बाइबल में से समझाती है?” इसलिए अगले हफ़्ते, गवाह ने उसके दफ़्तर में जाकर उसी की मौजूदगी में उस औरत के साथ अभ्यास किया।
अध्ययन समाप्त होने के बाद, मनश्चिकित्सक ने गवाह को बताया: “इतने सालों में मैं ने मेरे मरीज़ों के धर्मों में दिलचस्पी ली है, लेकिन मैं ने ग़ौर किया कि किसी भी धर्म ने ऐसी कोई वास्तविक सहायता नहीं दी। बहरहाल, तुम्हारी स्थिति में, बातें कुछ अलग ही हैं। श्रीमती पी.——सप्ताह में दो बार सलाह-मशविरा के लिए आती हैं, और उसके लिए वह मुझे पैसे देती है। फिर भी, तुम्हारे बाइबल उपदेश और अच्छे सलाह से, तुम अधिक बेहतर कार्य कर रही हो, और वह भी मुफ़्त में। वह अच्छी प्रगति कर रही है। यों ही किया करो, और मैं अपनी पूरी सहायता का आश्वासन तुम्हें देता हूँ, यदि तुम्हें कभी इसकी ज़रूरत पड़े।”
बाइबल कहती है: “क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहचानता है; हे यहोवा वे लोग तेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं, वे तेरे नाम के हेतु दिन भर मगन रहते हैं।” (भजन ८९:१५, १६) यहोवा का हर एक गवाह जानता है कि यह भजन सही है। उनके मुख से यहोवा की प्रशंसा के लिए हर्ष की एक सार्वभौम जयजयकार ऊपर की ओर चढ़ रही है। परमेश्वर की जयजयकार उनके साथ मिलकर करने के लिए, राष्ट्रों में से अधिकाधिक लोग धारा के समान बाहर आ रहे हैं। क्यों न आप उनके साथ संग-साथ करें और उस हर्ष का स्वयं अनुभव करें?
[पेज 7 पर तसवीरें]
पूर्वी यूरोप में यहोवा के गवाह अब खुद अपनी भाषाओं में “प्रहरीदुर्ग” पाने और अभ्यास करने की उनकी नयी स्वतंत्रता में हर्ष मनाते हैं