राज्य उद्घोषक रिपोर्ट करते हैं
परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता
प्रेरित पतरस ने १,९०० से अधिक वर्षों पहले, सेना अफ़सर कुरनेलियुस को यह कहते हुए गवाही दी: “अब मुझे निश्चय हुआ, कि परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता, बरन हर जाति में जो उस से डरता और धर्म के काम करता है, वह उसे भाता है।” (प्रेरितों १०:३५) कुरनेलियुस ने परमेश्वर का भय और धार्मिकता का प्रेम प्रकट किया। उसने पतरस द्वारा दी गई गवाही को स्वीकार किया और एक मसीही बन गया।
वही सिद्धांत आज भी लागू होता है—परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता। हम इसे जर्मनी के एक अनुभव से देखते हैं। रिपोर्ट कहती है:
“हमारी कलीसिया के क्षेत्र में, रूसी सेना का एक बड़ा बैरक है। वर्ष १९८९ में, बर्लिन की दीवार गिरने के कुछ ही समय बाद, प्राचीनों ने पूछा कि क्या कोई प्रकाशक रूसी भाषा जानता है। हम में से कुछ लोग उस भाषा को जानते थे, और हम इस क्षेत्र में काम करने के लिए गए, जो एक सच्चा आनंद साबित हुआ है। निम्नलिखित अनुभव अनेक अनुभवों में से एक है।
“मैं एक बपतिस्मा-रहित प्रकाशक के साथ था (जो अब बपतिस्मा-प्राप्त है) जब हमने एक सेनापति से बात की। उस सेनापति ने हमारी बात सुनी और फिर हमें उसके सिपाहियों के साथ बात करने के लिए आमंत्रित किया। उसने कहा कि उन्हें परमेश्वर के और बाइबल के बारे में भी ज़रूर सुनना चाहिए। सो हमने लौट कर आने के लिए एक समय तय किया।
“हमने एक बहन को, जो रूसी भाषा अच्छी तरह बोलती है, हमारे साथ एक व्याख्याता के तौर पर आने के लिए कहा। बैरक के क्लब में, हमने एक मेज़ पर साहित्य रखा और हम ६८ सिपाहियों के साथ बात कर सके और उनके सवालों के जवाब दे सके। बाद में उन्होंने ३५ किताबों को और लगभग १०० पत्रिकाओं को ख़ुशी से स्वीकार किया। क्लब छोड़ते वक्त हमने छोटे समूहों को साहित्य की चर्चा करते हुए देखा।
“हमने जुलाई ४, १९९२ के दिन लौटने का समय तय किया। जब हम सुबह १०:५० पर पहुंचे, तो बैरक फाटक के पहरेदार ने हमें बताया कि सिपाही हमारी अपेक्षा कर रहे थे। एक सेनाध्यक्ष हमें क्लब में ले गया, और हमने पाया कि एक महिला, जिसने पुस्तकालय के लिए पहले ही हमसे साहित्य प्राप्त किया था, उसने बैरक में प्लैकार्डों को लगाने के द्वारा हमारे आने की घोषणा कर दी थी। तीन भाइयों ने हमारे विश्वव्यापी काम के बारे में छोटे छोटे भाषण दिए और दिखाया कि क्यों हम बाइबल में विश्वास रख सकते हैं। फिर हमने श्रोताओं के सवालों का स्वागत किया, और बाइबल में से उन के जवाब दिए। उन सवालों में से एक था, फ़ौज में सेवा के बारे में यहोवा के गवाहों की क्या स्थिति है, और क्या उनमें से कोई सिपाही हैं? इस सवाल ने उस बपतिस्मा-रहित प्रकाशक को, जो पिछली बार मेरे साथ आया था, पूर्वी जर्मनी की फ़ौज में अपनी २५ साल की सेवा का वर्णन करने का मौक़ा दिया। इस सेवा के अंतिम वर्षों में वह वायु-सेना का एक कप्तान था। उसने बताया कि किस तरह उसने परमेश्वर और बाइबल के बारे में सीखा और अब वह एक यहोवा का गवाह बनना चाहता था। यह सुनकर सिपाही प्रभावित हुए। सिर्फ़ सात मिनट में, जो भी साहित्य हम लाए थे वह सारा सिपाहियों के हाथों में था, और अनेक सिपाही बाइबल प्राप्त करना चाहते थे। हम एक पुस्तक की दुकान से सात रूसी बाइबल प्राप्त कर सके, जिसे प्राप्त करने की उन्होंने क़दरदानी दिखायी। इन आध्यात्मिक रूप से भूखे लोगों को बाइबल की जानकारी देना एक सच्चा आनंद था, और हमारी आशा है कि वे लोग इस पर चलेंगे।”
सचमुच, परमेश्वर किसी का पक्ष नहीं करता। अपने वचन के द्वारा वह सत्हृदयी लोगों को अनुरोध करता है, चाहे वे जो भी हों और जहाँ भी हों। वह उनको अपने और अपने पुत्र, यीशु मसीह के बारे में सीखने के लिए आमंत्रित करता है, और सभी सामाजिक और आर्थिक स्तरों के अनेक लोग ऐसा कर रहे हैं।—यूहन्ना १७:३.