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हमारी राज-सेवा—2002
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◼ बेथेल घरों और शाखा दफ्तरों का दौरा करते वक्‍त, हमें पहनावे और बनाव-श्रृंगार के किस स्तर का पालन करना चाहिए?

जब भी हम बेथेल जाते हैं, फिर चाहे हम उसका दौरा करने जाएँ या बेथेल परिवार के किसी सदस्य से मिलने जाएँ, “तब हमारा पहनावा, बनाव-श्रृंगार और चालचलन ठीक वैसा ही होना चाहिए जैसा कि राज्यगृह में उपासना के लिए रखी जानेवाली सभाओं में हमसे उम्मीद की जाती है।” (om 131) लेकिन देखा गया है कि शाखा दफ्तरों का दौरा करने के लिए आनेवाले कुछ भाई-बहनों का पहनावा बहुत ही बेढंगा होता है। इन जगहों का दौरा करते वक्‍त ऐसा पहनावा सही नहीं है। हमारा पहनावा और बनाव-श्रृंगार, अच्छा और सलीकेदार होना चाहिए, जिससे वैसी शालीनता और मर्यादा झलके, जैसी यहोवा परमेश्‍वर के सेवकों में होनी चाहिए।—1 तीमु. 2:9, 10.

इस बात पर तब खास ध्यान देना चाहिए जब हम बेथेल घरों और शाखा दफ्तरों का दौरा करने जाते हैं, क्योंकि तब ऐसे बहुत-से लोग हमें देखते हैं, जो साक्षी नहीं हैं। वे अपनी आँखों से जो देखते हैं उसी के आधार पर, परमेश्‍वर के लोगों और उसके संगठन के बारे में राय कायम करते हैं। इसलिए जो बाइबल विद्यार्थी और दूसरे लोग, बेथेल देखने की सोच रहे हैं, उन्हें यह बात याद दिलाना अच्छा होगा कि वहाँ जाते वक्‍त पहनावा और बनाव-श्रृंगार सलीकेदार होना कितना ज़रूरी है। अगर आप दौरा करनेवालों को पहले से ये बातें बताएँगे, तो इस मदद के लिए बेथेल परिवार आपका बहुत आभारी होगा।

हम सभी मसीही सेवक हैं, इसलिए हमें इस बात का पूरा खयाल रखना चाहिए कि हमारे पहनावे और बनाव-श्रृंगार की वजह से कोई ठोकर न खाए। (2 कुरि. 6:3, 4) इसलिए, आइए हम अपने अच्छे व्यवहार से, हमेशा “सब बातों में हमारे उद्धारकर्त्ता परमेश्‍वर के उपदेश को शोभा दें।”—तीतु. 2:10.

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