जीएँ मसीहियों की तरह
दरवाज़े पर अदब से पेश आइए
बाइबल बताती है, “दुनिया . . . के सामने हमारी नुमाइश हो रही है” यानी हम मसीही, लोगों की नज़र में आते हैं। (1कुर 4:9) इसलिए हमें हैरानी नहीं होनी चाहिए कि कुछ घर-मालिक खिड़की से हमें देखते हैं या दरवाज़े के पीछे से हमारी बातें सुनते हैं। कुछ घरों में तो कैमरे और माइक्रोफोन भी लगे होते हैं ताकि आने-जानेवालों पर नज़र रखी जा सके। इसलिए दरवाज़े पर खड़े रहते वक्त हमें अदब से पेश आना चाहिए। यह हम कैसे कर सकते हैं? आइए कुछ तरीकों पर ध्यान दें।—2कुर 6:3.
हमारा चालचलन (फिल 1:27):
घर-मालिक का लिहाज़ कीजिए और उसके घर में ताक-झाँक मत कीजिए। दरवाज़े के सामने खड़े रहते वक्त कुछ मत खाइए या पीजिए, न ही फोन पर बात कीजिए या मैसेज भेजिए
हमारी बातचीत (इफ 4:29):
दरवाज़े पर खड़े रहते वक्त ऐसी कोई बात मत कीजिए जिसे आप नहीं चाहते कि घर-मालिक सुनें। कुछ प्रचारक दरवाज़े पर खड़े रहते वक्त आपस में बात नहीं करते, इसके बजाय वे मन में तैयारी करते हैं कि घर-मालिक से क्या कहेंगे