पाएँ बाइबल का खज़ाना | प्रेषितों 21-22
“यहोवा की मरज़ी पूरी हो”
पौलुस को पवित्र शक्ति यरूशलेम जाने के लिए उभार रही थी, जहाँ उसे कई तकलीफें झेलनी पड़तीं। (प्रेष 20:22, 23) कुछ मसीहियों को उसकी फिक्र होने लगी इसलिए वे उससे मिन्नत करने लगे कि वह यरूशलेम न जाए। लेकिन पौलुस ने उनसे कहा, “तुम क्यों रो-रोकर मेरा इरादा कमज़ोर कर रहे हो?” (प्रेष 21:13) इस घटना से हम सीखते हैं कि जब हमारे भाई-बहन यहोवा की सेवा करने के लिए त्याग करना चाहते हैं, तो हमें उनका हौसला नहीं तोड़ना चाहिए।