2 इसलिए जब तू दान दे,+ तो अपने आगे-आगे तुरही न बजवा, जैसे कपटी सभा-घरों और गलियों में बजवाते हैं ताकि लोग उनकी वाह-वाही करें।+ मैं तुमसे सच कहता हूँ, वे अपना पूरा फल पा चुके हैं।
2 इसलिए जब तू दान* करे, तो अपने आगे-आगे तुरही न बजवा, जैसे कपटी सभा-घरों और गलियों में बजवाते हैं, ताकि लोग उनकी बड़ाई करें। मैं तुमसे सच कहता हूँ, वे अपना पूरा फल पा चुके।