राज का ऐलान करते हुए एक सदी पूरी हुई!
1. करीब सौ साल पहले यहोवा के लोगों को क्या करने का बढ़ावा दिया गया था?
1 करीब 100 साल पहले भाई रदरफर्ड ने कहा, “देखो, राजा राज करता है! और आप उसके प्रचारक हैं। इसलिए राजा और उसके राज के बारे में ऐलान करो, ऐलान करो, ऐलान करो।” इन शब्दों ने यहोवा के लोगों में इतना जोश भर दिया था कि वे दूर-दूर तक राज का संदेश पहुँचाने लगे थे। कुछ इसी तरह का जोश हम सबने दिखाया है। पहली सदी में रहनेवाले मसीहियों की तरह हमने “दुनिया के कोने-कोने” में राज की खुशखबरी सुनायी है। (कुलु. 1:23) अगर हम पिछली सदी के बारे में गौर करें, तो परमेश्वर के राज का ऐलान करने में हमने किस तरह हाथ बँटाया है? इस राज को बने सौ साल पूरे होनेवाले हैं, ऐसे में हम कैसे लगातार जोश के साथ इसका ऐलान करते रह सकते हैं?
2. हमारा साहित्य किस तरह परमेश्वर के राज का ऐलान करता आया है?
2 बीते सालों में: बहुत सालों से हमारे साहित्य ने परमेश्वर के राज का ऐलान करने में बड़ी भूमिका निभायी है। सन् 1939 से हमारी मुख्य पत्रिका प्रहरीदुर्ग का शिर्षक भी यही रहा है: यहोवा के राज्य की घोषणा करता है। यह पत्रिका लगातार परमेश्वर के राज और उसके मकसद के बारे में चर्चा करती आयी है। सजग होइए! पत्रिका भी इसी बात पर ज़ोर देती है कि सिर्फ परमेश्वर का राज ही इंसानी दुख-तकलीफों को खत्म कर सकता है। बेशक आज ये दोनों ही पत्रिकाएँ पूरी दुनिया में सबसे ज़्यादा भाषाओं में अनुवाद और बाँटी जानेवाली पत्रिकाएँ हैं!—प्रका. 14:6.
3. राज का ऐलान करने के लिए हमने किन तरीकों का इस्तेमाल किया है?
3 यहोवा के लोगों ने राज का ऐलान करने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए हैं। पुराने ज़माने में हमने राज का ऐलान करने में लाउड स्पीकरवाली गाड़ियाँ, रेडियो प्रसारण, फोनोग्राम जिसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता था उन सबका इस्तेमाल किया। वह भी ऐसे दौर में जब राज प्रचारकों की गिनती बहुत कम थी, वहाँ इन तरीकों का इस्तेमाल करके भी हमने ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों तक खुशखबरी पहुँचायी है। (भज. 19:4) हाल के सालों में हमने अपने साहित्य jw.org वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराए हैं, जिसकी मदद से लाखों लोगों तक राज की खबर सुनायी जा रही है उन जगहों पर भी जहाँ हमारे काम पर रोक लगायी गयी है।
4. राज का ऐलान करने के लिए कौन-से खास तरीके अपनाए गए हैं?
4 यहोवा के लोगों ने कुछ खास तरीकों से भी राज का संदेश लोगों तक पहुँचाया है। मिसाल के लिए, सन् 1996 की शुरूआत से घर-घर के प्रचार काम को और भी असरदार बनाने और ज़्यादा लोगों तक पहुँचने के लिए पार्क, गाड़ियाँ खड़ी करने की जगहों पर और बिज़नेस इलाके में प्रचार करने का इंतज़ाम किया गया। हाल ही में, कुछ देशों के बड़े-बड़े शहरों या महानगरों में सरेआम गवाही देने का खास इंतज़ाम शुरू किया गया। इसके अलावा, बहुत-सी मंडलियाँ अपने ही इलाके के घनी आबादी वाली जगहों में ट्रॉली और टेबल लगाकर सरेआम गवाही दे रही हैं। इसमें कोई शक नहीं कि घर-घर जाकर गवाही देना हमारी प्रचार सेवा का एक अहम पहलू रहेगा।—प्रेषि. 20:20.
5. नए सेवा साल में हमारे पास क्या करने के मौके हैं?
5 आनेवाले दिनों में: आनेवाले सितंबर में, नए सेवा साल की शुरूआत से ही बहुत-से भाई-बहन अपनी पायनियर सेवा शुरू करेंगे। क्या आप उनमें से एक बनना चाहते हैं? अगर नहीं, तो क्या आप समय-समय पर सहयोगी पायनियर सेवा कर सकते हैं? आप चाहें पायनियर सेवा कर पाएँ या नहीं, मगर राज का ऐलान करने में पूरा-पूरा हिस्सा लेने के लिए आप जो भी त्याग करते हैं, उसके लिए यहोवा ज़रूर आपको आशीष देगा।—मला. 3:10.
6. आनेवाला अक्टूबर 2014 क्यों हमारे लिए खास होगा?
6 अक्टूबर 2014 में परमेश्वर के राज को कायम हुए 100 साल पूरे हो जाएँगे। इसलिए आइए भविष्य का इंतज़ार करने के साथ-साथ हममें से हरेक उन सभी को ‘परमेश्वर के राज की खुशखबरी’ सुनाता रहे, जो सुनने के लिए तैयार हैं।—प्रेषि. 8:12.