तरक्की करनेवाले बाइबल अध्ययन चलाना
भाग 1: बाइबल अध्ययन क्या है?
परमेश्वर के लोग, सारी दुनिया में हर महीने करीब साठ लाख बाइबल अध्ययन चला रहे हैं। हम सिखाने के असरदार तरीके इस्तेमाल करके, इन बाइबल विद्यार्थियों की मदद कर सकते हैं ताकि वे तरक्की करके समर्पण और बपतिस्मा के मुकाम तक पहुँचें और फिर “औरों को भी सिखाने के योग्य” बनें। (2 तीमु. 2:2) क्या आप अपने विद्यार्थी को ऐसी तरक्की करने में मदद देना चाहते हैं? हमारी राज्य सेवकाई के इस अंक से, ऐसे लेखों का सिलसिला शुरू किया जा रहा है जो समझाएँगे कि तरक्की करनेवाले बाइबल अध्ययन चलाने में ज़रूरी पहलू क्या हैं।
2 नए बाइबल अध्ययन की रिपोर्ट कब दें: अगर आप संस्था के बताए साहित्य और बाइबल की मदद से, किसी के साथ बिना नागा और बाकायदा बाइबल पर चर्चा करते हैं, चाहे कुछ मिनटों के लिए ही सही, तो आप एक बाइबल अध्ययन चला रहे हैं। अगर आप दरवाज़े पर खड़े-खड़े या टेलिफोन के ज़रिए अध्ययन करते हैं, तो इसे भी बाइबल अध्ययन कहा जा सकता है। अध्ययन कैसे किया जाता है, घर-मालिक को इसका प्रदर्शन दिखाने के बाद अगर आपने उसके साथ दो बार अध्ययन किया है और आपको लगता है कि यह अध्ययन जारी रहेगा, तो आप इसकी रिपोर्ट डाल सकते हैं।
3 ज़्यादातर बाइबल अध्ययनों के लिए माँग ब्रोशर और ज्ञान किताब इस्तेमाल किए जाते हैं। जब ये दोनों साहित्य पूरे हो जाएँ, और अगर यह ज़ाहिर हो जाए कि विद्यार्थी धीरे-धीरे ही सही, मगर तरक्की कर रहा है और सीखी हुई बातों के लिए उसके दिल में कदरदानी पैदा हो रही है, तो परमेश्वर की उपासना करें किताब से अध्ययन जारी रखा जा सकता है।
4 बाइबल अध्ययनों के ज़रिए लाखों लोगों को यीशु मसीह के सच्चे चेले बनने में मदद दी गयी है। (मत्ती 28:19, 20) इस विषय पर आनेवाले लेखों में दिए गए सुझावों पर अमल करने से, आप ऐसा बाइबल अध्ययन चला पाएँगे जो तरक्की करे।