प्रश्न बक्स
◼ तरक्की करनेवाले बाइबल विद्यार्थी के साथ हमें कब तक अध्ययन करना चाहिए?
तरक्की करनेवाले बाइबल विद्यार्थी के साथ तब तक अध्ययन जारी रखना अच्छा होगा, जब तक कि आप उसके साथ बाइबल असल में क्या सिखाती है? और खुद को परमेश्वर के प्यार के लायक बनाए रखो, ये दोनों किताबें खत्म नहीं कर लेते। अगर विद्यार्थी ये किताबें खत्म करने से पहले ही बपतिस्मा ले लेता है, तब भी दोनों किताबें खत्म करनी चाहिए। विद्यार्थी के बपतिस्मे के बाद भी हम प्रचार की अपनी रिपोर्ट में उसका अध्ययन, वापसी भेंट और अध्ययन में बिताया समय दे सकते हैं। जो प्रचारक हमारे साथ आता है और अध्ययन में शामिल होता है, वह भी इस समय की रिपोर्ट दे सकता है।—मार्च 2009 की हमारी राज-सेवा का पेज 2 देखिए।
नए लोगों के साथ अध्ययन बंद करने से पहले, ज़रूरी है कि वे सच्चाई में मज़बूत नींव डालें। उन्हें मसीह में ‘जड़ पकड़ने’ और ‘विश्वास में मज़बूत’ होने की ज़रूरत है, ताकि वे आनेवाली परीक्षाओं का सामना कर सकें। (कुलु. 2:6, 7; 2 तीमु. 3:12; 1 पत. 5:8, 9) इसके साथ ही, दूसरों को असरदार तरीके से सिखाने के लिए उन्हें “सच्चाई का सही ज्ञान” होना चाहिए। (1 तीमु. 2:4) अपने विद्यार्थियों के साथ ये दो किताब खत्म करने के ज़रिए हम उन्हें “जीवन की तरफ” ले जानेवाले “रास्ते” पर मज़बूती से चलने में मदद दे रहे होंगे।—मत्ती 7:14.
किसी को बपतिस्मे के लिए मंज़ूरी देने से पहले प्राचीनों को यह पक्का कर लेना चाहिए कि वह व्यक्ति बाइबल की बुनियादी शिक्षाओं को अच्छी तरह समझता हो और उनके मुताबिक जी रहा हो। प्राचीनों को ऐसे विद्यार्थी के मामले में ज़्यादा सावधानी बरतनी चाहिए, जिसने अध्ययन की पहली किताब तक खत्म नहीं की है। अगर कोई बपतिस्मे के लिए तैयार नहीं है, तो प्राचीन यह देखेंगे कि उसे निजी तौर पर ज़रूरी मदद दी जाए ताकि वह भविष्य में बपतिस्मा लेने के काबिल बन सके।—यहोवा की इच्छा पूरी करने के लिए संगठित किताब, पेज 217-218 देखिए।
[पेज 2 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]
नए लोगों के लिए ज़रूरी है कि वे सच्चाई में मज़बूत नींव डालें