मिलते-जुलते लेख g97 9/8 पेज 15-17 मैं क्या करूँ कि हमेशा मेरी ही ग़लती न मानी जाए? हमेशा मेरी ही ग़लती क्यों मानी जाती है? सजग होइए!–1997 मैं क्या करूँ कि मेरे माता-पिता मुझे अधिक छूट दें? युवाओं के प्रश्न—व्यावहारिक उत्तर मेरे माता-पिता मुझे समझते क्यों नहीं? युवाओं के प्रश्न—व्यावहारिक उत्तर मैं पक्षपात का सामना कैसे करूँ? सजग होइए!–1997 मेरे मम्मी-डैडी मुझसे क्यों बिछड़ गए? सजग होइए!–1998 60 साल से दोस्ती, मगर यह तो शुरूआत ही है प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2012 मैं अपने मम्मी-पापा को ज़्यादा अच्छी तरह कैसे जान सकता हूँ? सजग होइए!–2010 माता-पिताओ—अपने बच्चों को प्यार से तालीम दीजिए प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2007