मिलते-जुलते लेख km 7/01 पेज 5 ‘सुनिए और अपनी विद्या बढ़ाइए’ परमेश्वर के वचन पर ध्यान दें हमारी राज-सेवा—2000 सुनिए और सीखिए हमारी राज-सेवा—2013 परमेश्वर का वचन—मनुष्यों का नहीं हमारी राज-सेवा—1990 परमेश्वर की स्तुति करने के लिए एक-साथ इकट्ठा होना हमारी राज-सेवा—2003 १९९२ “ज्योति वाहक” ज़िला सम्मेलन हमारी राज-सेवा—1992 १९९७ “परमेश्वर के वचन में विश्वास” ज़िला अधिवेशन हमारी राज-सेवा—1997 १९९६ “ईश्वरीय शान्ति के सन्देशवाहक” ज़िला अधिवेशन हमारी राज-सेवा—1996 “परमेश्वर की भविष्यवाणी के वचन” ज़िला अधिवेशन हमारी राज-सेवा—1999 परमेश्वर से मिलनेवाली दावत का लुत्फ उठाइए हमारी राज-सेवा—2008 १९९१ “स्वतंत्रता के प्रेमी” ज़िला सम्मेलन में उपस्थित रहने का प्रबंध अभी कीजिए हमारी राज-सेवा—1991