5 यहोवा ऐलान करता है, “देख, वे दिन आ रहे हैं जब मैं दाविद के वंश से एक नेक अंकुर* उगाऊँगा।+ वह राजा बनकर राज करेगा+ और अंदरूनी समझ से काम लेगा। वह देश में न्याय करेगा।+
34 तब भीड़ ने उससे कहा, “हमने तो कानून में सुना है कि मसीह हमेशा तक रहेगा,+ फिर तू कैसे कह सकता है कि इंसान के बेटे को ऊपर उठाया जाना है?+ यह इंसान का बेटा कौन है?”
16 ‘मुझ यीशु ने ही अपना स्वर्गदूत भेजकर तुम्हें ये बातें बतायीं ताकि मंडलियों का भला हो। मैं दाविद की जड़ और उसका वंश हूँ+ और सुबह का चमकता तारा हूँ।’”+