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  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद

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गलातियों का सारांश

      • एक-दूसरे का भार उठाओ (1-10)

        • जो कुछ बोते हैं वही काटते हैं (7, 8)

      • खतना के कोई मायने नहीं (11-16)

        • एक नयी सृष्टि (15)

      • आखिरी शब्द (17, 18)

गलातियों 6:1

संबंधित आयतें

  • +नीत 15:1; कुल 3:12; 1ती 6:11; तीत 3:2
  • +1कुर 10:12
  • +याकू 3:2

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 57

    प्रहरीदुर्ग,

    4/15/2012, पेज 29

    8/15/2008, पेज 27

    12/1/2006, पेज 19-20

    4/1/2003, पेज 24-25

    1/15/1999, पेज 21-22

    12/1/1987, पेज 25-26

    युवाओं के प्रश्‍न, पेज 68

गलातियों 6:2

संबंधित आयतें

  • +1थि 5:14
  • +यूह 13:34; 15:12; 1यूह 4:21

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यहोवा के करीब, पेज 153-156

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2019, पेज 2-4

    प्रहरीदुर्ग,

    3/15/2015, पेज 28-29

    8/15/2008, पेज 26-27

    5/1/2006, पेज 29-30

    8/15/2005, पेज 25-29

    3/15/2002, पेज 27-28

    9/1/1996, पेज 19-24

गलातियों 6:3

संबंधित आयतें

  • +रोम 12:3

गलातियों 6:4

संबंधित आयतें

  • +2कुर 13:5
  • +गल 5:26

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    7/2021, पेज 20-25

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    8/2020, पेज 23-24

    प्रहरीदुर्ग,

    12/15/2012, पेज 13

    4/1/2011, पेज 5

    6/1/2006, पेज 15

    6/1/2005, पेज 16-17

    11/15/1995, पेज 22-23

    9/1/1994, पेज 12

    राज-सेवा,

    7/2012, पेज 1

गलातियों 6:5

फुटनोट

  • *

    या “अपनी ज़िम्मेदारी का बोझ।”

संबंधित आयतें

  • +रोम 14:4; 2कुर 5:10

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    8/2023, पेज 26-29

    प्रहरीदुर्ग,

    11/15/2008, पेज 13

    8/15/2008, पेज 27

    3/15/2002, पेज 28

गलातियों 6:6

फुटनोट

  • *

    या “ज़बानी तौर पर सिखाया।”

  • *

    या “उसे ज़बानी तौर पर सिखाता है।”

संबंधित आयतें

  • +मत 10:9, 10; लूक 10:7; रोम 15:27; 1कुर 9:11, 14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/2002, पेज 16-17

गलातियों 6:7

संबंधित आयतें

  • +रोम 2:6-8

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यहोवा के करीब, पेज 267

    सजग होइए!,

    अंक 1 2021 पेज 11

    प्रहरीदुर्ग,

    7/1/1998, पेज 7

    12/1/1997, पेज 13

    3/1/1991, पेज 30

गलातियों 6:8

संबंधित आयतें

  • +रोम 8:6, 13

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    8/15/2008, पेज 26

    6/15/1995, पेज 31

गलातियों 6:9

फुटनोट

  • *

    या “हम न थकें।”

संबंधित आयतें

  • +इब्र 3:14; 12:3; प्रक 2:10

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    10/2021, पेज 24-28

    प्रहरीदुर्ग,

    4/15/2013, पेज 27

    6/1/2005, पेज 29-30

    12/1/1995, पेज 9-14

    राज-सेवा,

    6/2001, पेज 1

गलातियों 6:10

फुटनोट

  • *

    शा., “ठहराया हुआ समय।”

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    यहोवा के करीब, पेज 226

    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!, पाठ 44

    प्रहरीदुर्ग,

    7/1/2006, पेज 15

    6/1/2004, पेज 30-31

    6/1/2001, पेज 15

    8/1/1999, पेज 20

    12/1/1998, पेज 11

    10/1/1997, पेज 32

    7/1/1993, पेज 19

    राज-सेवा,

    6/2002, पेज 1

    सजग होइए!,

    10/8/1997, पेज 23

गलातियों 6:11

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र” (मत्ती-कुलु), पेज 26

गलातियों 6:12

फुटनोट

  • *

    या “जो बाहर से अच्छा दिखना चाहते हैं।”

  • *

    शब्दावली देखें।

गलातियों 6:13

संबंधित आयतें

  • +याकू 2:10

गलातियों 6:14

फुटनोट

  • *

    शब्दावली देखें।

  • *

    या “काठ पर मार डाली गयी है।”

संबंधित आयतें

  • +1कुर 2:2

गलातियों 6:15

संबंधित आयतें

  • +1कुर 7:19; गल 5:6; कुल 3:10, 11
  • +2कुर 5:17; इफ 2:10

गलातियों 6:16

संबंधित आयतें

  • +रोम 9:6

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    7/1/1995, पेज 11-12

गलातियों 6:17

संबंधित आयतें

  • +2कुर 4:10; फिल 3:10

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    सभा पुस्तिका के लिए हवाले,

    6/2019, पेज 2

    12/1/1990, पेज 30

गलातियों 6:18

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    10/15/2012, पेज 12-13

दूसरें अनुवाद

मिलती-जुलती आयतें देखने के लिए किसी आयत पर क्लिक कीजिए।

दूसरी

गला. 6:1नीत 15:1; कुल 3:12; 1ती 6:11; तीत 3:2
गला. 6:11कुर 10:12
गला. 6:1याकू 3:2
गला. 6:21थि 5:14
गला. 6:2यूह 13:34; 15:12; 1यूह 4:21
गला. 6:3रोम 12:3
गला. 6:42कुर 13:5
गला. 6:4गल 5:26
गला. 6:5रोम 14:4; 2कुर 5:10
गला. 6:6मत 10:9, 10; लूक 10:7; रोम 15:27; 1कुर 9:11, 14
गला. 6:7रोम 2:6-8
गला. 6:8रोम 8:6, 13
गला. 6:9इब्र 3:14; 12:3; प्रक 2:10
गला. 6:13याकू 2:10
गला. 6:141कुर 2:2
गला. 6:151कुर 7:19; गल 5:6; कुल 3:10, 11
गला. 6:152कुर 5:17; इफ 2:10
गला. 6:16रोम 9:6
गला. 6:172कुर 4:10; फिल 3:10
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
  • अध्ययन बाइबल (nwtsty) में पढ़िए
  • नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र (bi7) में पढ़िए
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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
गलातियों 6:1-18

गलातियों के नाम चिट्ठी

6 भाइयो, हो सकता है कि कोई इंसान गलत कदम उठाए और उसे इस बात का एहसास न हो। ऐसे में, तुम जो परमेश्‍वर की ठहरायी योग्यताएँ रखते हो, कोमलता की भावना+ से ऐसे इंसान को सुधारने की कोशिश करो। मगर तुम खुद पर भी नज़र रखो+ कि कहीं तुम फुसलाए न जाओ।+ 2 एक-दूसरे का भार उठाते रहो+ और इस तरह मसीह का कानून मानो।+ 3 अगर कोई कुछ न होने पर भी खुद को कुछ समझता है,+ तो वह अपने आप को धोखा दे रहा है। 4 मगर हर कोई अपने काम की जाँच करे।+ तब वह अपने ही काम से खुशी पाएगा, न कि दूसरों से खुद की तुलना करके।+ 5 इसलिए कि हर कोई अपना बोझ* खुद उठाएगा।+

6 इतना ही नहीं, जिसे परमेश्‍वर का वचन सिखाया* जाता है, वह उस इंसान को सब अच्छी चीज़ों का साझेदार बनाए जो उसे सिखाता है।*+

7 धोखे में न रहो: परमेश्‍वर की खिल्ली नहीं उड़ायी जा सकती। एक इंसान जो बोता है, वही काटेगा भी।+ 8 क्योंकि जो शरीर के लिए बोता है वह शरीर से विनाश की फसल काटेगा, मगर जो पवित्र शक्‍ति के लिए बोता है वह पवित्र शक्‍ति से हमेशा की ज़िंदगी की फसल काटेगा।+ 9 इसलिए आओ हम बढ़िया काम करने में हार न मानें क्योंकि अगर हम हिम्मत न हारें,* तो वक्‍त आने पर ज़रूर फल पाएँगे।+ 10 इसलिए जब तक हमारे पास मौका* है, आओ हम सबके साथ भलाई करें, खासकर उनके साथ जो विश्‍वास में हमारे भाई-बहन हैं।

11 देखो, मैंने कैसे बड़े-बड़े अक्षरों में अपने ही हाथ से तुम्हें लिखा है।

12 वे सभी जो बाहरी दिखावे से इंसानों को खुश करना चाहते हैं,* वे ही तुम्हारा खतना करवाने के लिए तुम पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं, सिर्फ इसलिए कि मसीह के यातना के काठ* की वजह से उन्हें ज़ुल्म न सहना पड़े। 13 इसलिए कि जो खतना करवाते हैं वे खुद कानून को नहीं मानते,+ मगर तुम्हारा खतना इसलिए करवाना चाहते हैं ताकि तुम्हारे शरीर की दशा पर शेखी मार सकें। 14 लेकिन मैं प्रभु यीशु मसीह के यातना के काठ* के सिवा किसी और बात पर शेखी नहीं मारूँगा।+ मसीह के ज़रिए दुनिया मेरे लिए मर चुकी है* और मैं दुनिया के लिए मर चुका हूँ। 15 न तो खतना करवाना कुछ मायने रखता है, न ही खतना न करवाना,+ मगर नयी सृष्टि मायने रखती है।+ 16 उन सभी पर जो इस नियम के मुताबिक कायदे से चलते हैं, यानी परमेश्‍वर के इसराएल पर दया हो और उसे शांति मिले।+

17 अब से मैं यह कहता हूँ, कोई मेरे लिए मुश्‍किलें न खड़ी करे क्योंकि मैं अपने शरीर पर वे दाग लिए फिरता हूँ, जो इस बात की निशानी हैं कि मैं यीशु का एक दास हूँ।+

18 भाइयो, तुम जो बढ़िया जज़्बा दिखाते हो उस वजह से प्रभु यीशु मसीह की महा-कृपा तुम पर बनी रहे। आमीन।

हिंदी साहित्य (1972-2025)
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