भारत में सेवकाई-कार्य प्रशिक्षण स्कूल की पहली क्लास
तेईस विद्यार्थी, और दो प्रेक्षक लोनावला में आयोजित सेवकाई-कार्य प्रशिक्षण स्कूल की पहली क्लास में उपस्थित हुए। ये विद्यार्थी भारत के भिन्न भागों से, जिनमें सिक्किम शामिल है, और नेपाल से आए थे। दो विद्यार्थी प्राचीन थे और बाक़ी सहायक सेवक थे। उनमें से सात ख़ास पायनियर, नौ नियमित पायनियर, और बाक़ी कलीसिया प्रकाशक थे। मई २२ से जुलाई १६, १९९५ तक, आठ सप्ताहों के लिए विद्यार्थियों को सीखाने में दो प्रशिक्षक सम्मिलित थे। कुल मिलाकर, तक़रीबन २७० घंटों का क्लासरूम-शिक्षण दिया गया, और विद्यार्थियों ने गृहकार्य करने और अध्ययन प्रोजॆक्ट तैयार करने में अनेक और घंटे बिताए। उन्होंने यहाँ बेथेल के काम में कुछ व्यावहारिक अनुभव भी प्राप्त किया।
२ एक बहुत ही सुव्यवस्थित स्नातकता कार्यक्रम बेथेल राज्यगृह में रविवार, जुलाई १६ को आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का अन्त होते-होते, विद्यार्थियों को उनकी नियुक्तियाँ दी गयीं। उनमें से छः विद्यार्थियों को, जिनकी परिस्थितियाँ उन्हें कहीं और जाने की अनुमति देती थीं, ख़ास पायनियरों के तौर पर नियुक्त किया गया। बाक़ी अपनी-अपनी गृह कलीसियाओं में वापस चले गए जहाँ वे नियमित पायनियरों या कलीसिया प्रकाशकों के तौर पर सेवा करना जारी रखेंगे।
३ विद्यार्थियों को प्राप्त उपदेश का काफ़ी मूल्यांकन किया गया। हम निश्चिन्त हैं कि ऐसी शिक्षा उनको न सिर्फ़ अपने आपको आध्यात्मिक रूप से सज्जित करने में मदद करेगी बल्कि उन कलीसियाओं की भी मदद करेगी जिनके साथ वे संगति करते हैं। ऐसे प्रशिक्षण की काफ़ी ज़रूरत है, सो यह आशा की जाती है कि २३ और ५० के उम्र के बीच के और भी अनेक भाई, जो कम-से-कम दो साल तक सहायक सेवक रहे हैं, भावी क्लासों में शामिल होने में समर्थ होंगे।
४ हर साल भारत में सेवकाई-कार्य प्रशिक्षण स्कूल की एक क्लास आयोजित करने की हमारी योजना है। इसलिए, अगली क्लास के लिए योग्य होने के वास्ते भाई काम कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, चूँकि अंग्रेज़ी का ज्ञान ज़रूरी है, जो भाई अन्य तरीक़ों से योग्य हैं लेकिन अच्छी अंग्रेज़ी नहीं जानते हैं, वे अपनी अंग्रेज़ी को सुधारने के लिए कोर्स कर सकते हैं। जो भाई अगली क्लास में शामिल होने की इच्छा रखते हैं, उनसे निवेदन है कि वे ज़िला ओवरसियर से संपर्क करें और अपने अगले सर्किट सम्मेलन में संभावित विद्यार्थियों के लिए आयोजित सभा में उपस्थित हों। उन्हें उस सभा में एक प्रारंभिक आवेदन फ़ॉर्म प्राप्त करना चाहिए, उसे तुरन्त भरना चाहिए, और ज़िला ओवरसियर को वापस करना चाहिए ताकि वह इसे हम तक आगे बढ़ा दे। योग्य विद्यार्थियों से संस्था संपर्क करेगी।