प्रचार करते वक्त सतर्क रहिए
1. प्रचार में सतर्क होना क्यों ज़रूरी है?
आज परमेश्वर के सेवक “एक टेढ़ी और भ्रष्ट पीढ़ी के बीच” प्रचार कर रहे हैं। यह ऐसा है मानो वे “भेड़ों की तरह भेड़ियों के बीच” जाकर यह काम कर रहे हों। (मत्ती 10:16; फिलि. 2:15) जहाँ देखो वहाँ दिल-दहलानेवाली खबरें सुनने को मिलती हैं, कहीं दंगा-फसाद हो जाता है तो कहीं लोगों की भीड़ मार-काट मचा देती है, किसी को अगवा करके उसे बुरी तरह सताया जाता है। ऐसे वाकए साफ दिखाते हैं कि दुष्ट लोग “बद-से-बदतर” होते चले जा रहे हैं। (2 तीमु. 3:13) ऐसे माहौल में प्रचार करने के लिए ज़रूरी है कि हम सतर्क रहें। (मत्ती 10:16) बाइबल के कौन-से उसूल सतर्क रहने में हमारी मदद कर सकते हैं?
2. ऐसे कौन-से हालात उठ सकते हैं, जब एक इलाका छोड़कर किसी और जगह प्रचार करना समझदारी होगी?
2 समझदारी से काम लीजिए: नीतिवचन 22:3 बताता है कि ‘विपत्ति को आते देखकर छिप जाना’ बुद्धिमानी का काम है। इसलिए हमेशा चौकन्ना रहिए! आम तौर पर जिन इलाकों में प्रचार करना आसान होता है, वहाँ भी अचानक हालात बदल सकते हैं। हो सकता है, आप सड़क पर पुलिसवालों और लोगों की भीड़ जमा होती देखें। या फिर कभी एक नेक घर-मालिक आपको आगाह करे कि उस इलाके में आपको कुछ खतरा हो सकता है। ऐसे में, यह ठीक नहीं होगा कि आप यह सोचकर वहीं रुके रहें कि देखते हैं, माजरा क्या है। इसके बजाय, समझदारी इसी में होगी कि आप तुरंत उस जगह से निकल जाएँ और कहीं और जाकर प्रचार करें।—नीति. 17:14; यूह. 8:59; 1 थिस्स. 4:11.
3. प्रचार में हम सभोपदेशक 4:9 में दिया उसूल कैसे लागू कर सकते हैं?
3 साथ काम कीजिए: सभोपदेशक 4:9 कहता है, “एक से दो अच्छे हैं।” अब तक आप शायद अकेले प्रचार करते आए हों और आपको किसी भी तरह की परेशानी न उठानी पड़ी हो, मगर क्या आज ऐसा करना खतरे से खाली है? कुछ इलाकों में अकेले प्रचार करने में कोई खतरा नहीं है। मगर ऐसे भी इलाके हैं, जहाँ अब एक बहन या जवान प्रचारक का अकेले घर-घर जाकर प्रचार करना खतरनाक है, खासकर सूरज ढलने के बाद। अनुभवों से पता चला है कि अगर हमारे साथ एक और प्रचारक हो और वह आस-पास के हालात पर नज़र रखे, तो यह बहुत फायदेमंद होता है। (सभो. 4:10, 12) प्रचार के दौरान समूह के दूसरे भाई-बहनों की सुरक्षा का भी ध्यान रखिए। जब आपके साथ और भी भाई-बहन प्रचार के लिए आते हैं, तो इलाका छोड़ते वक्त किसी भाई या बहन को ज़रूर इस बारे में इत्तला कीजिए। और ऐसा करना अपनी आदत बनाइए।
4. हम मंडली के सभी भाई-बहनों की सुरक्षा के लिए क्या कर सकते हैं?
4 मंडली के निगरान होने के नाते प्राचीनों की ज़िम्मेदारी है कि वे अपने यहाँ के हालात के हिसाब से प्रचारकों को कारगर हिदायतें दें। (इब्रा. 13:17) अगर हम मसीहियों के नाते अपनी हद पहचानें और प्राचीनों को पूरा सहयोग दें, तो हमें यहोवा से ज़रूर आशीषें मिलेंगी। (मीका 6:8; 1 कुरिं. 10:12) ऐसा हो कि परमेश्वर के सभी सेवक अपने प्रचार के इलाके में अच्छी गवाही दें और साथ ही, हमेशा सतर्क रहें।