हमारे पाठकों से
साँप का काटना पेशेवर सरीसर्प विज्ञानी होने के कारण, मुझ पर साँपों की देखरेख करने और उन्हें सँभालने, साथ ही उनका विष निकालने की ज़िम्मेदारी है। “नाग—क्या आप उससे मिलना चाहेंगे?” (अप्रैल ८, १९९६), “हाबू—इस साँप का आदर किया जाना चाहिए” (जुलाई ८, १९९६, अंग्रेज़ी), और “ख़तरा! मैं ज़हरीला हूँ” (अगस्त २२, १९९६, अंग्रेज़ी), इन सभी लेखों ने यहोवा की सृष्टि के प्रति सकारात्मक मनोवृत्ति दिखायी। लेकिन, मैं बताना चाहूँगा कि साँप के काटने पर टर्निके (रक्तबंध) की सिफ़ारिश नहीं की जाती। अधिकतर लोग इसे ठीक से नहीं लगा पाते, और इस कारण कुछ लोग अपने अंग खो बैठे हैं। मैं इसका पक्का समर्थन करता हूँ कि पूरे अंग को उतने दबाव के साथ दबाव-पट्टी से बाँधा जाए, जितना दबाव मोच आयी एड़ी या कलाई को लपेटने के लिए लगाया जाता है। इससे विष डसे हुए अंग के आस-पास ही रहता है, साथ ही खून का दौरा बना रहता है, जिससे अंग “सक्रिय” रहता है।
पी. आर., इंग्लॆंड
हाल की कई चिकित्सा पाठ्यपुस्तकें इस बात की पुष्टि करती हैं, और इस स्पष्टीकरण के लिए हम अपने पाठक का धन्यवाद करते हैं।—संपादक।
जंगली कौआ जिस समय लेख “जंगली कौआ—कौन-सी बात इसे भिन्न बनाती है?” आया, मैं बीमार थी। (जनवरी ८, १९९७, अंग्रेज़ी) मानो कोई भी बात मेरे चेहरे पर मुस्कराहट नहीं ला सकती थी। लेकिन जंगली कौए की चालाकी पर मुझे हँसी आ गयी। बाद में, मैंने सजग होइए! लेखों से जानकारी लेते हुए, चिड़ियों पर एक स्कूल रिपोर्ट तैयार की। मुझे उसमें बहुत अच्छे नंबर मिले!
जे. बी., स्लोवाकिया
सीखने की असमर्थता “सीखने की असमर्थता से पीड़ित बच्चों के लिए मदद” श्रंखला के लिए धन्यवाद। (मार्च ८, १९९७) मैं एक प्राइवेट स्कूल चलाती हूँ और मैंने अपने शिक्षकों के लिए फ़ोटोकॉपियाँ बनायी हैं। मैंने आपकी पत्रिका की जानकारी के आधार पर पुस्तिकाएँ भी बनायी हैं। संतुलित रीति से इन विषयों को बताने के लिए धन्यवाद।
ई. जी., हॉन्डुरास
मैं सबसे बड़े राष्ट्रीय लाभनिरपेक्ष संगठन की कार्यकारी निदेशक हूँ जो ADD से पीड़ित बच्चों और वयस्कों की मदद के लिए सक्रिय रूप से कार्य करता है। ध्यान अभाव अतिसक्रियता विकार (ADHD) और ध्यान अभाव विकार (ADD) पर आपके विचारपूर्ण अंक के लिए आपकी सराहना की जानी चाहिए। ये अपंगकारी और अकसर ठीक से न समझे गये विकार हैं। आपने स्वीकार किया कि उचित रोग-निदान और सिद्ध उपचार अब मदद लेनेवाले अनेक लोगों को लाभ पहुँचा रहे हैं, इस बात की हम क़दर करते हैं। माता-पिता द्वारा प्रेम और समझदारी दिखाने की बात पर आपका ज़ोर देना भी एक महत्त्वपूर्ण संदेश देता है।
एल. आर., अमरीका
मेरे बेटे को ADHD है, और मेरे लिए यह स्वीकार करना बहुत कठिन रहा है कि वह बस एक शरारती बच्चा नहीं है। अनेक कठोर बातें कही गयी हैं, जैसे, “वे उसे अनुशासन क्यों नहीं देते?” ऐसी बातें बहुत चोट पहुँचाती हैं, क्योंकि सच्चाई तो यह है कि मैंने उसे अनुशासन देने की कोशिश में बहुत समय बिताया है। मैं आशा करती हूँ कि इस विकार के बारे में आपने जो समझाया है उससे दूसरों को यह समझने में मदद मिलेगी कि यह सचमुच एक समस्या है और यदि दूसरे कुछ प्रोत्साहन देनेवाले बनें तो अच्छा होगा।
एम. टी., अमरीका
आप कल्पना कर सकते हैं कि हमें यह अंक कितना पसंद आया, क्योंकि हमारा बच्चा सीखने की असमर्थता से पीड़ित है। हमें आपकी ख़ासकर यह बात बहुत अच्छी लगी कि इसका हम माता-पिता पर कैसा असर पड़ता है और हमारे ऊपर तो पहले ही काफ़ी भार है, दूसरे हमें तीखी बातें क्यों सुनाएँ।
जे. सी. और बी. सी., कनाडा
परमेश्वर का मित्र लेख “युवा लोग पूछते हैं . . . मैं परमेश्वर का मित्र कैसे बन सकता हूँ?” के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। (मार्च ८, १९९७) उससे मुझे बहुत मदद मिली। अब मुझे संतोष हुआ, क्योंकि अब मुझे समझ आया कि यहोवा मेरा मित्र है! मैं उस लेख के लिए उतावला हूँ कि इस मित्रता को कैसे बनाए रखें।a
टी. ई., इटली
फूल मैं दस साल की हूँ, और मैं लेख “फूल बताते हैं कि कोई परवाह करता है” के लिए आपका धन्यवाद करना चाहती हूँ। (अप्रैल ८, १९९७) इसने मुझे सिखाया कि फूलों की देखभाल कैसे करूँ ताकि वे ज़्यादा समय तक चलें।
एल. सी., इटली
सालों से मैं जानना चाहता था कि फूलों को सुरक्षित कैसे रखा जाए, क्योंकि मुझे फूल बहुत पसंद हैं। लेकिन, हमेशा वे बहुत जल्दी मुरझा जाते थे। सजग होइए! में दिये गये सुझावों ने सचमुच मेरी मदद की है। जो काम आप कर रहे हैं उसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूँ।
जे. पी., मॆक्सिको
[फुटनोट]
a जून ८, १९९७ की सजग होइए! देखिए।