2015 की प्रहरीदुर्ग की विषय-सूची
जिस अंक में लेख आया है, उसकी तारीख दी गयी है
अध्ययन लेख
उसकी मिसाल पर चलिए, जिसने हमेशा की ज़िंदगी का वादा किया, 5/15
क्या आप अपनी ज़िंदगी में परमेश्वर की ताकत देख पाते हैं? 10/15
क्या आप ‘अपने पड़ोसी से वैसे प्यार करते हैं, जैसे खुद से करते हैं’? 11/15
क्या आप मसीह की तरह प्रौढ़ बनने के लिए मेहनत कर रहे हैं? 9/15
दुनिया-भर में चल रहे हमारे सिखाने के काम में यहोवा मार्गदर्शन देता है, 2/15
प्राचीन कैसे दूसरों को योग्य बनने के लिए तालीम देते हैं? 4/15
प्राचीनो, दूसरों को तालीम देने के बारे में आप कैसा महसूस करते हैं? 4/15
यहोवा को आपके शादी के बंधन को मज़बूत करने और उसकी हिफाज़त करने दीजिए, 1/15
आपने पूछा
क्या एक मसीही बहन को बाइबल अध्ययन चलाते वक्त सिर ढकना चाहिए? 2/15
क्या पुन्तियुस पीलातुस के वजूद में होने का कोई सबूत है? 2/15
क्या यरीहो शहर को बहुत कम दिनों की घेराबंदी के बाद ही जीत लिया गया था? 11/15
ज़िंदगी सँवार देती है बाइबल
बाइबल में दी सच्चाई से मुझे अपने सवालों के जवाब मिले (एम. गूएनडल), 4/1
मैंने जाना कि यहोवा दयालु है और माफ करनेवाला है (एन. पेल्टये), 7/1
जीवन कहानियाँ
परमेश्वर और मेरी मम्मी के साथ अब मेरा शांति-भरा रिश्ता है (एम. कूमागाई), 12/15
यहोवा की आशीष से मेरी ज़िंदगी खुशियों से मालामाल हो गयी (एम. जारज़), 9/15
हमें ‘अच्छे और बुरे वक्त’ में आशीषें मिलीं (टी. आर. नसॉम्बा), 4/15
बाइबल
मसीही जीवन और गुण
क्या यह मायने रखता है कि आपके काम पर कौन ध्यान देता है? 7/15
“सिर्फ प्रभु में” शादी करना क्या वाकई इसमें अक्लमंदी है? 3/15